10 सैल्फ हैल्प ग्रुप के एक कलस्टर को दिया जाएगा 1 स्टोर, आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में स्वदेशी उत्पादों को बढावा देने के लिए लिया फैसला
सांसद नायब सिंह सैनी व विधायक सुभाष सुधा ने पायलट प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने के दिए निर्देश
कुरुक्षेत्र में 2516 सैल्फ हैल्प ग्रुप कर रहे है काम
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और सैल्फ हैल्प गु्रप की कड़ी को मजबूत करने के लिए कुरुक्षेत्र में 10 स्टोर बनाने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय के तहत 10 गु्रप को लेकर एक स्टोर बनाया जाएगा। अगर यह पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा तो कुरुक्षेत्र में स्टोर बनाने की संख्या को बढ़ाया जाएगा। इससे सैल्फ हैल्प ग्रुप की आय में इजाफा होगा और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। अहम पहलू यह है कि कुरुक्षेत्र में वर्ष 2014 से लेकर अब तक 2516 सैल्फ हैल्प ग्रुप दीन दयाल अंत्योदय योजना के तहत नेशनल रूरल लाइवलीहुड मिशन के तहत बनाएं गए है। यह ग्रुप कुरुक्षेत्र के 127 गांवों में कार्य कर रहे है।
सांसद नायब सिंह सैनी और विधायक सुभाष सुधा ने गत दिवस दिशा की बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों को सैल्फ हैल्प ग्रुप के सदस्यों के उत्पादों को लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से स्टोर स्थापित करने के आदेश दिए है। सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि कुरुक्षेत्र में सैल्फ हैल्प ग्रुप के उत्पादों को बाजार में बिक्री करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत स्टोर स्थापित किए जाए। इस पायलट प्रोजेक्ट के प्रथम चरण में कुरुक्षेत्र की प्राइम लोकेशन पर इस प्रकार के स्टोर बनाएं जाए। इस प्रोजेक्ट के तहत 10 सैल्फ हैल्प ग्रुप को लेकर 1 स्टोर बनाया जाए ताकि एक साथ 100 सैल्फ हैल्प ग्रुप इस योजना के साथ जुड़ सके। इस स्टोर का स्वरूप क्या होगा इसका फैसला प्रशासनिक अधिकारियों को लेना होगा। इन स्टोर को वीटा और हैफेड के साथ भी जोड़ा जा सकता है और सरकार द्वारा बनाएं गए हरित स्टोर के साथ भी सैल्फ हैल्प ग्रुप के साथ जोडा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सैल्फ हैल्प ग्रुप के सदस्य अच्छी गुणवत्ता के उत्पाद इन स्टोर पर रख सकेंगे ताकि लोगों को किफायती दरों पर अच्छी गुणवत्ता का स्वदेशी उत्पाद मिल सके। इन स्टोर के कामयाब होने पर सेल्फ हेल्प ग्रुप के सदस्यों की आय में इजाफा होगा और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। इस योजना को दिशा की आगामी मीटिंग तक अमलीजामा पहनाने के आदेश दिए गए है। सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सोच है कि सैल्फ हैल्प ग्रुप को बढ़ावा दिया जाए ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिल सके और उनकी आय में इजाफा हो सके। इन सेल्फ हेल्प ग्रुप के साथ अधिकत्तर रूप में महिलाएं ही जुड़ी हुई है, इसलिए इस योजना से महिलाओं को भी सशक्त बनाया जा सकेगा। प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2014 से अब तक 2516 सैल्फ हैल्प ग्रुप स्थापित किए जा चुके है। यह सैल्फ हैल्प गु्रप लगभग 127 गांव में कार्यरत है। इसके साथ ही 6 कलस्टर लेवल फेडरेशन भी स्थापित किए गए है। इस वर्ष 1025 सैल्फ हैल्प ग्रुप बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इस लक्ष्य के तहत अब तक 433 सैल्फ हैल्प ग्रुप बनाएं जा चुके है।
विधायक ने कहा कि सैल्फ हैल्प ग्रुप को 5 करोड़ 9 लाख रुपए की राशि भी उपलब्ध करवाई गई है। यह राशि 2095 सैल्फ हैल्प ग्रुप को मुहैया करवाई गई है। इतना ही नहीं 1470 सैल्फ हैल्प ग्रुप बैंकों से जुड़े हुए है जो नियमित रूप से अपना लेनदेन कर रहे है। इस समय इन ग्रुपों के बीच 23 करोड़ 46 लाख 90 हजार रुपए की राशि का सर्कुलेशन चल रहा है। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दिशा की आगामी बैठक तक 10 स्टोर की स्थापना की जाए। इस मौके पर जिला परिषद की चेयरमैन कंवलजीत कौर, भाजपा के जिला अध्यक्ष रवि बतान, जजपा के जिला अध्यक्ष कुलदीप जखवाला, जिला परिषद के उपाध्यक्ष डीपी चौधरी, जिप सीईओ अशोक मुंजाल उपस्थित थे।