न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। यौन शोषण व पोक्सो एक्ट में बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली जंतर मंतर पर 36 दिनों से दिन-रात धरना दे रही महिला पहलवानों के बुलावे पर आज महिला सम्मान महापंचायत नजदीक नया संसद भवन दिल्ली में जाने वाली महिलाओं व आंदोलनकारियों पर पुलिस ने जगह-जगह अत्याचार किये हैं उनके साथ ऐसे व्यवहार किया जैसे कि वे क्रिमिनल हों। जन संघर्ष मंच हरियाणा की महासचिव सुदेश कुमारी ने कुरुक्षेत्र में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए बताया की पिछले दो दिनों से ही पुलिस ने इस महापंचायत में जाने वाली महिलाओं किसानों छात्रों नोजवानों की पकड़ -धकड़ करने का कार्य अपने हाथ में लिया हुआ है। बहुत से नेताओं को हाउस अरेस्ट किया गया है।
आज पुलिस ने खट्टर व मोदी सरकार के फरमान कि लोगों को किसी भी हाल में दिल्ली महिला महापंचायत में जाने से रोकना है को तानाशाही पूर्ण तरीके से लागू किया है। इसी कड़ी में आज सुबह 5:35 पर कुरुक्षेत्र रेलवे जंक्शन से चलने वाली कुरुक्षेत्र -हजरत निजामुद्दीन रेलगाड़ी रद्द कर दी गई। उसके बाद चलने वाली अंबाला से पुरानी दिल्ली रेलगाड़ी में भी पुलिस हर स्टेशन पर दिल्ली जाने वाले लोगों को बेवजह परेशान कर रही थीं। जन संघर्ष मंच हरियाणा की राज्य कार्यकारिणी सदस्य ऊषा को जो अपने साथियों के साथ ट्रेन से दिल्ली महिला महापंचायत में शामिल होने जा रही थी को भी काफी परेशान किया गया उन्हें जबरदस्ती ट्रेन से उतारने की कोशिश की गई जगह-जगह ट्रेन को रास्ते में रोककर जानबूझकर लेट किया गया ताकि समय पर महिला सम्मान महापंचायत में शामिल ना हो सके।और जब किसी तरह वे दिल्ली जंतर मंतर के पास पहुंचे तो उन्हें भी अपनी साथी पूजा व अन्यों के साथ जंतर मंतर से ही हिरासत में ले लिया गया है।
मंच महासचिव सुदेश कुमारी ने सरकार की इस दमनकारी व तानाशाही पूर्ण रवैया की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि एक तरफ देश के प्रधानमंत्री मोदी जी नए संसद भवन का उद्घाटन कर एक बड़ा जश्न मना रहे हैं दूसरी तरफ यौन अपराधी अपने भाजपा एमपी बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं करवा रहे हैं। उल्टा इंसाफ की लड़ाई लड़ रही महिला पहलवानों व उनके समर्थकों को गिरफ्तार करवा कर लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं।न्याय की मांग कर रही इन बेटियों को सडकों पर घसीटा जा रहा है। भाजपा के डबल इंजन की सरकार ने न्याय की लड़ाई लड़ रही महिला पहलवानों का समर्थन करने वाले लोगों को घरों से निकलने नहीं दिया है उनके पीछे पुलिस लगा दी गई है उनके घरों में छापे मारे गये, धरपकड़ की गई है । दिल्ली की सभी सीमाओं पर भारी बैरिकेडिंग करके सील करके जाने से रोक दिया गया है।भारी पुलिस बल का इंतजाम किया गया है। जिससे अपराधी बृज भूषण व उस जैसे अनेक अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।यह अत्यंत निंदनीय है व एक बहुत बड़ी चिंता का विषय है उन्होंने कहा है कि सरकार यौन अपराधी बृजभूषण को पूरी तरह से संरक्षण दिए हुए हैं और गिरफ्तार नहीं कर रही और दूसरी तरफ सैकड़ों की तादाद में महिला खिलाड़ियों व उनके समर्थकों को हिरासत में लिया गया है । उनकी इंसाफ की लड़ाई को कुचलने के लिए मोदी सरकार निम्न से निम्नतर स्तर पर उतर चुकी है। ।अपराधी को बचाने के लिए सारे तंत्र को इस्तेमाल किया जा रहा है। तरह – तरह के तरीकों से अपराधी को सच्चा साबित करने की और महिला पहलवानों को झूठा करार देने की साजिशें की जा रही हैंअपराधी दिन प्रतिदिन महिला पहलवानों को अपनी ताकत दिखाने की धमकियां दे रहा है।अपराधी यह सब मोदी सरकार की शह पर कर रहा है।यह अत्यंत शर्मनाक है जिसे बर्दास्त नहीं किया जा सकता।
जन संघर्ष मंच हरियाणा पुलिस और सरकार के इस तानाशाही पूर्ण दमनकारी रवैये की घोर निन्दा करता है और पोक्सो एक्ट व यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह को अभी तक गिरफ्तार न करने की घोर भर्त्सना करता है। मंच मोदी सरकार से मांग करता है कि यौन अपराधी भाजपा एमपी बृजभूषण को तुरंत गिरफ्तार करके कठोर से कठोर दंड दिया जाए हिरासत में लिए गए महिला पहलवानों सभी नेताओं महिलाओं किसानों को तुरंत रिहा किया जाए और इंसाफ की लड़ाई में पुलिस द्वारा लोगों का दमन करना बंद करें अन्यथा भारी जनसमूह महिलाएं इंसाफ की लड़ाई लड़ रही इन महिला पहलवानों के समर्थन में सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे