पुलिस प्रशासन ने जंतर-मंतर पर लगे आंदोलनकारी पहलवानों के टेंट उखाड़े
वरिष्ठ पत्रकार हेमंत अत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस घटनाक्रम को लेकर एक फोटो के साथ तल्ख टिप्पणी
न्यूज डेक्स संवाददाता
दिल्ली। देश के विभिन्न हिस्सों से पहलवानों के मुद्दे पर समर्थन दे रहे लोगों पर कार्रवाई के साथ उन्हें नजर बंद करने की खबरें कई जगहों से मिली साथ ही नई संसद भवन पर जाने की घोषणा के चलते संसद के नए भवन के समक्ष पुलिस और धरना दे रहे पहलवानों में झड़प हुई। इस दौरान पहलवान बैरिकेड्स लांघकर नई संसद की तरफ जा रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोका और बजरंग पूनिया, विनेश-संगीता फोगाट, साक्षी मलिक सहित अन्य को हिरासत में ले लिया। इसके बाद पुलिस ने धरना स्थल जंतर-मंतर पर लगे टेंट, कुर्सियां और दूसरा सामान हटाकर शाम 4 बजे उसे पूरी तरह खाली कर दिया। विनेश और संगीता फोगाट को दिल्ली के कालकाजी थाने ले जाया गया। देश के कई हिस्सों से संसद भवन पर कूच करने वालों को नजर बंद करने की खबरें और फोटो सोशल मीडिया पर जारी हुई।
वरिष्ठ पत्रकार हेमंत अत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस घटनाक्रम को लेकर एक फोटो के साथ तीखी टिप्पणी में लिखा कि लोकसभा में राजदंड की स्थापना के तत्काल बाद जंतर-मंतर पर न्याय मांग रही देश की सबसे सशक्त बेटियों के धरने का टेंट उखाड़ दिया गया। फ़ोटो में सब कुछ स्पष्ट है।
एक तरफ़ नए संसद भवन में स्वघोषित सम्राट की ताजपोशी, वहां से चंद कदम दूर की यह तस्वीर । ये तो सिर्फ़ आग़ाज़ है, अंजाम अभी बाक़ी है !
गनतंत्र ही अब जनतंत्र ?