न्यूज़ डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़ । पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में प्रदेश के सभी जिलों से आए वाल्मीकि सभाओं के प्रतिनिधियों व समाज के मौजिज लोग मौजूद रहे। इस मौके पर हुड्डा ने समाज के मुद्दों व मांगों को लेकर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज हमेशा से कांग्रेस की रीढ़ रहा है। कांग्रेस और एससी समाज एक दूसरे के पूरक हैं। जब भी यह समाज पार्टी से दूर हुआ है तो कांग्रेस सत्ता से दूर हुई है। कांग्रेस के सत्ता से दूर होने का सबसे ज्यादा खामियाजा भी इसी समाज को भुगतना पड़ा। क्योंकि, बीजेपी जैसे दल कभी वंचित वर्ग की हितैषी नहीं हो सकते।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि वो ऐसे परिवार से संबंध रखते हैं, जिसने छुआछूत और जातीय भेदभाव के खिलाफ संघर्ष किया। उनके दादा और पिता ने समाज से जातिगत भेदभाव मिटाने के लिए लगातार आंदोलन किए। उनके पिता स्व. चौधरी रणबीर सिंह हुड्डा को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के साथ संविधान सभा में काम करने का अवसर प्राप्त हुआ। इसलिए व्यक्तिगत और पार्टी की नीतियों के तौर पर वंचित वर्ग का उत्थान हमेशा उनके लिए प्राथमिकता रहता है। कांग्रेस ने हमेशा एससी समाज की प्रगति को प्राथमिकता दी। कांग्रेस का मानना है कि देश व दुनिया में वहीं समाज तरक्की करता है, जो शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहता है। वाल्मीकि समेत तमाम एससी, पिछड़ा वर्ग व गरीब समाज के बच्चों को शिक्षित करने के लिए हरियाणा में कांग्रेस सरकार के द्वारा हरेक गांव और मोहल्ले में सरकारी स्कूल खोले गए। 20 लाख बच्चों के लिए पहली से 12वीं क्लास तक वजीफे की योजना शुरू की गई। इसके बाद उच्चतर शिक्षा में भी ₹14,000 रुपये महीने तक स्कॉलरशिप की व्यवस्था की गई।
इसी तरह गरीब परिवारों के लिए सौ-सौ गज के मुफ्त प्लॉट की योजना के तहत लगभग 4 लाख परिवारों को लाभ पहुंचाया गया। एक कलम से सीधे 11,000 सफाई कर्मियों की भर्ती की गई। समाज को सशक्त करने के लिए ऐसी अनेकों योजनाएं चलाई गईं। भविष्य में भी कांग्रेस सरकार बनने पर तमाम कल्याणकारी योजनाओं को फिर से शुरू किया जाएगा और नौकरियों के बैकलॉग को भरा जाएगा।
पिछले दिनों सोनीपत में संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर हुए राज्य स्तरीय कार्यक्रम में भी कांग्रेस की तरफ से अपनी योजनाओं और समाज को प्रतिनिधित्व देने की नीतियों के बारे में बताया गया था। आने वाले दिनों में समाज का एक बड़ा राज्य स्तरीय सम्मेलन बुलाकर कांग्रेस वंचित वर्गों को आगे बढ़ाने का विस्तृत रोडमैप पेश करेगी।
बैठक में हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान भी विशेष तौर पर मौजूद रहे। इस मौके पर विधायक जयवीर वाल्मीकि, गीता भुक्कल, पर्व विधायक राजकुमार वाल्मीकि, बाबा संगमनाथ (कुरुक्षेत्र), भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के मुख्य प्रचारक सुरेश बेनीवाल, पूर्व एचपीएससी सदस्य राजेश वैद, वाल्मीकि महासभा के प्रदेश प्रभारी हरि प्रकाश, जीतेंद्र वाल्मीकि, रामेश्वर वाल्मीकि, हरियाणा वाल्मीकि महासभा पंचकूला के प्रधान राजेंद्र लोट, बलजीत सिंह सारसर (इसराना), रामचंद्र सारसर (झज्जर), प्रधान सूरजभान वाल्मीकि, मास्टर रमेश भिवानी, बंसी वाल्मीकि गोहाना, बलजीत वाल्मीकि पानीपत, सतपाल गोगलिया, देवीलाल वाल्मीकि हिसार, एडवोकेट राकेश क्रोतिया, महेंद्र वाल्मीकि पिंजोर, दिनेश वाल्मीकि कालका, एडवोकेट दीपक ग्रोवर पलवल, दीपक पुहाल पानीपत, रंजीत भूंबक पिंजोर, प्रेम मलिक पंचकूला, परमजीत वाल्मीकि करनाल, कर्ण सिंह बिडलान, बग्गा सरपंच सिरसा, बिरेंद्र अटवाल फतेहाबाद, पोलीराम (प्रधान, केयूके), समाजसेवक बुद्धराम, नाथीराम वाल्मीकि, कनूराम वाल्मीकि कैथल, मास्टर लाल चंद, सुरेंद्र अंबाला, दिलबाग एसडीओ, रामकुमार भगाणिया कुरुक्षेत्र, चमनलाल भुबंक करनाल, रतनलाल खोसला, सुरेंद्र नारायणगढ़ समेत वाल्मीकि समाज के सैंकड़ों मौजिज लोग मौजूद रहे।