न्यूज डेक्स संवाददाता
पंचकूला। हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस ने प्रदेश के पहलवानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन का समर्थन करते हुए भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से हस्तक्षेप करने की मांग की है। शुक्रवार को पंचकूला में पत्रकारों से बातचीत में हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुधा भारद्वाज ने कहा कि जिस मुद्दे पर वह बात करने के लिए आई हैं वह देश के लिए गौरव का विषय नहीं है। इस अवसर पर महिला कांग्रेस नेत्री गीता कांगड़ा, पूजा के अलावा ओबीसी प्रकोष्ठ के स्टेट मीडिया क्वार्डीनेटर अभिषेक सैनी समेत कई नेता मौजूद थे। हरियाणा की बेटियां पिछले चार महीने से दिल्ली में प्रदर्शन कर रही हैं। केंद्र सरकार द्वारा बेटियों को इंसाफ देने तो दूर उनके साथ अमानवीय व्यवहार करवाकर पुलिस से अत्याचार करवाए जा रहे हैं।
सुधा भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार ने आज तक इन बेटियों का दुख जानने का प्रयास नहीं किया है। उन्होंने कहा कि 28 मई को दिल्ली पुलिस ने महिला खिलाडिय़ों के साथ अभद्र व्यवहार किया है। देश में इससे शर्मनाक घटना आजतक नहीं हुई है। जिन खिलाडिय़ों को पदमश्री दिया गया है और अंतरराष्ट्रीय स्तर के अवार्ड जीतकर भारत की झोली में डाले हैं, उन खिलाडिय़ों को इस तरह से सरेआम सडक़ों पर घसीटा जाए। सुधा भारद्वाज ने कहा कि बृजभूषण जैसे व्यक्ति को जेल जाना चाहिए लेकिन केंद्र सरकार खिलाड़ी बेटियों को जेल भेज रही है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में धरना देने वाले अधिकतर खिलाड़ी हरियाणा के हैं। इस मामले में हरियाणा की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी सरकार की चुप्पी ने यह साबित कर दिया है कि केंद्र सरकार द्वारा बृजभूषण सिंह को बचाने में हरियाणा सरकार उनका सहयोग कर रही है। सुधा भारद्वाज ने कहा कि मोदी सरकार के इस रवैये ने भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूमिल किया है। अब समय आ गया है जब राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को इस मामले में दखल देना चाहिए। राष्ट्रपति इस मामले का संज्ञान लेकर केंद्र से जवाब तलबी करें और बृजभूषण सिंह के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दें।