पत्रकारों को तथ्यों के आधार पर पत्रकारिता कर सकारात्मक खबरों को भी प्रमुखता से छापना चाहिए-अनिल विज
गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री ने विश्व संवाद केन्द्र न्यास, हरियाणा को अपने स्वैच्छिक कोष से 10 लाख रूपए की राशि देने की करी घोषणा
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
पंचकूला । हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने विश्व संवाद केन्द्र न्यास, हरियाणा द्वारा ब्रहाण्ड के आदि पत्रकार देवर्षि नारद जी की जयंती पर जैनेन्द्र गुरूकुल स्कूल, सेक्टर 1 में आयोजित आठवें राज्य स्तरीय पत्रकार सम्मान समारोह कार्यक्रम का मुख्य अतिथि के रूप में दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को तथ्यों के आधार पर पत्रकारिता करनी चाहिए और सकारात्मक खबरों को भी प्रमुखता से छापना चाहिए ताकि जनता को उसका लाभ मिल सके। इस अवसर पर हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री ने विश्व संवाद केन्द्र न्यास, हरियाणा को अपने स्वैच्छिक कोष से 10 लाख रूपए की राशि देने की घोषणा की। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार सुशांत सिन्हा, पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डा. सूरत, प्रांतीय स्व्यंसेवक संघ प्रचारक विजय कुमार, संतराम शर्मा ने अपने विचार सांझा किए।
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐसा सपना देखा है जो आज तक किसी भी प्रधानमंत्री ने न सोचा और न ही करने के लिए कोई कार्यक्रम चलाया और न ही इस दिशा में कोई कार्य किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश को विकसित देशों की सूची लाने के लिए साल 2047 तक भारत को विकासशील देशों की श्रेणी से बाहर निकालकर विकसित देशों की सूची में दर्ज करने का जो सपना देखा हैं वह उल्लेखनीय कदम हैं। आज हम सबको यह चाहिए कि देश के प्रधानमंत्री के साथ अपने कदमों को आगे बढाएं और देश की तरक्की में अपना योगदान दें।
उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार भी नए रंग व नए ढंग के साथ चलाई जा रही है, और नई व्यवस्थाओं को लागू कर आमूलचूल परिवर्तन कर रही है ताकि राज्य के विकास के पहिया को ओर तेज गति दी जा सकें। इसी कड़ी में राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सरकार की ओर से कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोडी जा रही है और आज कानून व्यवस्था नियंत्रण में हैं और आम आदमी के जीवन में कोई भय व डर का माहौल नहीं हैं। इस अवसर पर श्री विज ने कहा कि हरियाणा में रहना है तो गलत काम करना छोडने पडेंगे और अवैध तरीकों से कमाई गई संपति को जब्त करने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा, आधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा है और अपराधियों की पहचान के लिए फेस रिग्निशन कैमरों को संचालित करने के लिए योजनाएं बनाई गई है जिसके तहत गुरूग्राम, करनाल और अब अंबाला में शीघ्र ही नई तकनीक के सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि वे राज्य का गृह मंत्री हैं, उन्होंने डायल 112 को शुरू करवाया ताकि अपराधियों पर नकेल कसी जा सके। इस योजना के तहत लगभग 650 इनोवा गाडियों को खरीदा गया और प्रत्येक थाने में इन गाडियों को दिया गया। इसके अलावा, दो कंटोल रूम पंचकूला और गुरूग्राम में स्थापित किए गए ताकि डायल 112 पर कॉल आने के बाद तुरंत ये सहयोगी दल वाहन पहुंच सकें। आज इनका घटनास्थल पर पहुंचने का समय लगभग 8 मिनट हैं। इसलिए यह कहा जा सकता है कि अपराधियों के हौंसलों को पस्त करने में वर्तमान राज्य सरकार को कोई कमी नहीं रहने दी है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी हमारी सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में आमूल-चूल परिवर्तन करके नई व्यवस्थाओं को लाने का काम किया हैं। अभी हाल ही में राज्य मंत्रिमंडल ने आयुष चिकित्सा प्रतिपूर्ति नीति पर अपनी मोहर लगाई है। एनएबीएच प्रमाणपत्र और प्रवेश स्तर के एनएबीएच प्रमाणपत्र वाले सभी सरकारी आयुष संस्थान, निजी आयुष अस्पताल इस नीति के तहत सूचीबद्ध होंगे। इससे आयुष निजी चिकित्सकों का उत्थान होगा क्योंकि वे अपने अस्पतालों को सूचीबद्ध कर सकेगें। हरियाणा सरकार के कर्मचारी, पेंशनभोगी और उनके आश्रित जैसे लाभार्थी राज्य सरकार के तहत आयुष पैनलबद्ध अस्पतालों में इंडोर भर्ती के माध्यम से अपनी बीमारी का उपचार कराने का लाभ उठा सकते हैं और अपने खर्चों (शुल्क) को सूचीबद्ध करवा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि ‘डॉक्टर भगवान तो नहीं परन्तु भगवान से कम भी नहीं हैं, सरकार और मेरा ध्येय है कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह अमीर है या गरीब, चिकित्सा सुविधा के अभाव में उसकी जान नहीं जानी चाहिए और हम सबको मिलकर इस दिशा में कार्य करना है। अभी मंजिल दूर है, स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अभी और कार्य करना हैं। हर आदमी को चिकित्सा सुविधा उसके नजदीक मिले, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्वे करवाया जा रहा है। इस सर्वे में डब्ल्यूएचओ के मापदंडों के तहत कहां पर चिकित्सा के क्षेत्र में क्या-क्या सुविधाएं चाहिए, उन सभी का आंकलन किया जाएगा। हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है, जो इस प्रकार की मैपिंग या सर्वें करवा रहा है, मैपिंग के जरिए जाना जाएगा कि कहां-कहां क्या-क्या स्वास्थ्य सेवाओं की जरुरत है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 में, चिरायु-आयुष्मान भारत का लाभ उन सभी परिवारों तक पहुंचाने का प्रयास किया गया है, जिनकी पी.पी.पी. में वार्षिक सत्यापित आय 1.80 लाख रुपये से 3 लाख रुपये तक है। इन परिवारों को सूचीबद्ध किसी भी अस्पताल में 5 लाख रुपये का चिकित्सा उपचार कवर प्राप्त करने के लिए खर्च का 50 प्रतिशत कवर करते हुए प्रति परिवार, प्रति वर्ष 1500 रुपये का मामूली योगदान करने के लिए कहा जाएगा। पहले से चिन्हित 29.93 लाख परिवारों के अलावा लगभग 8 लाख ऐसे परिवार हैं, जो चिरायु-आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठा पाएंगे।
उन्होंने कहा कि मीडियाकर्मी सकारात्मक पत्रकारिता करते हुए समाज व सरकार के बीच सेतु की अपनी भूमिका अत्यन्त सराहनीय ढंग से निभा रहे हैं। हमने आपके कार्य के महत्व को समझते हुए मीडिया जगत से जुड़े लोगों को अनेक प्रकार की सुविधाएं दी हैं। खुशी है कि आज हरियाणा में बड़ा ही मीडिया के प्रति सकारात्मक सोच है। मीडिया बंधुओ के कल्याण-उत्थान के लिए पेंशन स्कीम, जीवन बीमा योजना, कैशलेश मैडिक्लेम योजना, उपमण्डल स्तर पर इलेक्ट्रोनिक मीडिया प्रतिनिधियों को मान्यता देने, जिला स्तर पर मीडिया सेंटर्स बनाने तथा एक्रीडेशन के साथ-साथ रिकोगनेशन देने की भी घोषणा की गई थी।
उन्होंने कहा कि जहां तक मीडियाकर्मियों को मान्यता देने की बात है, इस समय चंडीगढ़ से लगभग 300 मीडियाकर्मियों सहित पूरे राज्य में लगभग 1200 मान्यता प्राप्त मीडियाकर्मी हैं। प्रदेश में 7 दिसंबर, 2017 से पेंशन योजना लागू की गई है। वर्तमान में, लगभग 170 मीडियाकर्मियों को 10 हजार रुपये मासिक पेंशन मिल रही है और कल ही मुख्यमंत्री जी ने पेंशन के साथ महंगाई भता देने के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके अलावा, 60 वर्ष से कम आयु के सभी मान्यता प्राप्त मीडियाकर्मियों को 22 अक्टूबर, 2018 से भारतीय जीवन बीमा निगम के माध्यम से टर्मध्ग्रुप इंश्योरेंस कवर प्रदान किया जाता है। मीडियाकर्मियों के लिए 5 लाख रुपये के ग्रुप इंश्योरेंस कवर की पूरी प्रीमियम राशि सरकार द्वारा वहन की जाती है। हरियाणा को कवर करने वाले मीडियाकर्मियों को समय पर और पर्याप्त वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए हरियाणा मीडिया कार्मिक कल्याण कोष प्रबंधन योजना कार्यान्वित की जा रही है। बीमारी, मृत्यु, दुर्घटना या किसी अन्य आकस्मिकता के चलते सख्त जरूरत के मामले में आर्थिक सहायता का विस्तार उनके आश्रितों या कानूनी उत्तराधिकारियों के लिए भी किया गया है।
उन्होंने कहा कि मीडिया और सरकार का गहरा नाता होता है। मीडिया के निष्पक्ष एवं संतुलित व्यवहार, लेखन या प्रसारण का सीधा लाभ जनता को मिलता है। इलेक्ट्रोनिक मीडिया हो या प्रिण्ट मीडिया का पहला दायित्व विश्वसनीयता बनाये रखना तथा पत्रकारिता के सच्चे आदर्शों का पालन करना है। इंटरनेट और सूचना के अधिकार ने पत्रकारिता को बहुआयामी और अनंत बना दिया है। मीडिया आज और अधिक सषक्त, स्वतंत्र और प्रभावषाली हो गया है। संचार क्रांति ने पत्रकारिता को पूर्णतः बदल दिया है। प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रोनिक्स मीडिया, सोषल मीडिया और डिजिटल मीडिया हमारे जीवन का हिस्सा बन गये हैं। इससे पत्रकारिता और अधिक प्रभावशाली हो गई है। आम जन अब जर्नलिस्ट के लिखे आर्टिकल या खबर को ऑनलाइन मीडिया पर षेयर करते हैं और उस पर चर्चा भी करते हैं। सोशल मीडिया जैसे कि टवीटर, फेसबुक और इस्टांग्राम ने तो हर व्यक्ति को सिटीजन जर्नलिस्ट बना दिया है। व्यक्ति स्वयं ही लेखक, सम्पादक, प्रकाषक एवं वितरक है। सोशल नेटवर्किंग साइटस ने तो युवाओं के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है। लेकिन सोशल मीडिया का प्रयोग भी समाज हित में और राष्ट्र हित में ही होना चाहिए। सामाजिक ताने-बाने को मजबूत बनाने तथा भाइचारे की भावना को बढ़ाने में भी संचार माध्यमों की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है।
इस अवसर पर हरियाणा के गृह व स्वास्थ्य मंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अनिल आर्य, जगदीप शर्मा, सारिका, राजिन्द्र फोर, पूजा शर्मा, पत्रकारों को मोमेंटो व शाल पहना कर उनका सम्मान व हौसला अफजाई की। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार मारकण्डेय, लक्ष्मीनारायण, अंकित दुदानी, परमजीत, सुमन्तो, राजेश, विक्रांत, हरीश वशिष्ठ, संजीव, सुरेन्द्र तथा पूरे हरियाणा का पत्रकार परिवार उपस्थित था।
उन्होंने कहा कि मीडिया और सरकार का गहरा नाता होता है। मीडिया के निष्पक्ष एवं संतुलित व्यवहार, लेखन या प्रसारण का सीधा लाभ जनता को मिलता है। इलेक्ट्रोनिक मीडिया हो या प्रिण्ट मीडिया का पहला दायित्व विश्वसनीयता बनाये रखना तथा पत्रकारिता के सच्चे आदर्शों का पालन करना है। इंटरनेट और सूचना के अधिकार ने पत्रकारिता को बहुआयामी और अनंत बना दिया है। मीडिया आज और अधिक सषक्त, स्वतंत्र और प्रभावषाली हो गया है। संचार क्रांति ने पत्रकारिता को पूर्णतः बदल दिया है। प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रोनिक्स मीडिया, सोषल मीडिया और डिजिटल मीडिया हमारे जीवन का हिस्सा बन गये हैं। इससे पत्रकारिता और अधिक प्रभावशाली हो गई है। आम जन अब जर्नलिस्ट के लिखे आर्टिकल या खबर को ऑनलाइन मीडिया पर षेयर करते हैं और उस पर चर्चा भी करते हैं। सोशल मीडिया जैसे कि टवीटर, फेसबुक और इस्टांग्राम ने तो हर व्यक्ति को सिटीजन जर्नलिस्ट बना दिया है। व्यक्ति स्वयं ही लेखक, सम्पादक, प्रकाषक एवं वितरक है। सोशल नेटवर्किंग साइटस ने तो युवाओं के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है। लेकिन सोशल मीडिया का प्रयोग भी समाज हित में और राष्ट्र हित में ही होना चाहिए। सामाजिक ताने-बाने को मजबूत बनाने तथा भाइचारे की भावना को बढ़ाने में भी संचार माध्यमों की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है।