न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र । प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. हिम्मत सिंह सिन्हा 95 वर्ष की आयु में भी अपने जीवन के अंतिम क्षणों तक सक्रिय सामाजिक जीवन व्यतीत करते हुए ब्रह्मलीन हुए थे, उनका संपूर्ण जीवन सभी के लिए अनुकरणीय रहा है। डॉ. सिन्हा आयुर्वेदज्ञ एवं मनोविज्ञानवेत्ता, रामचरितमानस मर्मज्ञ व गीता विशेषज्ञ, निर्भीक पत्रकार एवं सामाजिक समरसता के पुरोधा, शिक्षाविद् एवं साहित्यकार, भारतीय दर्शन शास्त्री के रूप में वैश्विक प्रतिष्ठा, बहु आयामी प्रतिभा सम्पन्न कला साधक, आन्दोलनकारी व्यक्तित्व, आध्यात्मिक यात्रा एवं सन्त सान्निध्य, त्याग एवं संयम की प्रतिमूर्ति, युवा कल्याण, हितचिंतक एवं दृढ़ संकल्पी जैसे अमूल्य गुणों के धनी होने के साथ-साथ उन्होंने अपने जीवन के अनेक वर्ष कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान को दिए।
उनके लम्बे जीवनकाल में उनके सम्पर्क में जो भी आया, चाहे वह युवा हो या उनका शिष्य, उसका डॉ. सिन्हा से लगाव बना रहा। उन सबके पास अनेकों प्रेरणाप्रद प्रसंग होंगे, अनुकरणीय बातें होंगी, उनकी स्मृतियां एकत्र करके एक ग्रंथ के रूप में प्रकाशित करने का निर्णय लिया गया है, जिससे कि वे सब समाज के हाथों तक पहुंच सकें। इस हेतु ‘स्मृति-ग्रन्थ’ का लेखन किया जा रहा है। डॉ. सिन्हा जी के जीवन दर्शन को, सदा जिन आदर्शों के प्रति वे प्रतिबद्ध रहे, उनको परिलक्षित करने वाले विभिन्न विषयों पर विद्वज्जनों के साथ घटित विशेष प्रेरणादायी अनुभव, प्रेरक प्रसंग, घटनाएं एवं आलेख इस स्मृति ग्रन्थ में सम्मिलित करने के लिए सामग्री मांगी गई है जोकि 31 जुलाई 2023 तक प्राप्त होना आवश्यक है। यह योगदान डॉ. सिन्हा जी के सम्मान में सदैव स्मृति पुंज बनकर समाजोपयोगी सिद्ध होगा।
उल्लेखनीय है कि फख्र-ए-हरियाणा डॉ. हिम्मत सिंह सिन्हा कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध समाजसेवी, कर्तव्यनिष्ठ, शिक्षाविद्, सदाचारी व कर्मयोगी, लोकनायक जयनारायण एवं गांधी जी की विचारधारा से ओतप्रोत, सिद्धांत निष्ठ, सत्य, नैतिकता और साधनों की पवित्रता के अनन्य समर्थक रहे हैं, जिनको किसी भी प्रकार के प्रलोभन एवं धनार्जन की लिप्सा ने कभी आकर्षित नहीं किया।
स्मृति ग्रंथ प्रकाशन समिति में सम्मिलित – डॉ. राजीव सिन्हा, डॉ. रामेन्द्र सिंह, डॉ. चितरंजन दयाल सिंह कौशल, डॉ. मोहित गुप्ता, डॉ. भीम सिंह, डॉ. मृणालिनी सोमनाथ, शाम गोपाल शर्मा, संत कुमार, प्रेम नारायण शुक्ला, श्रीमती मीनाक्षी भारती, डॉ. जयभगवान सिंगला, मुकेश मित्तल, जयपाल मलिक, दीनानाथ, विश्वास सिन्हा, दलीप शर्मा।