हैफेड के चेयरमैन कैलाश भगत ने कुरुक्षेत्र की मंडियों का किया दौरा, किसानों व व्यापारियों से की बातचीत,
हैफेड किसानों को कमर्शियल रेट 4800 रुपए प्रति क्विंटल का दे रहा है भाव, भावांतर भरपाई योजना के तहत भी मिलेगे हजार रुपए प्रति क्विंटल
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र/लाडवा । हैफेड के चेयरमैन कैलाश भगत ने कहा कि प्रदेश में सूरजमुखी फसल की खरीद का कार्य शुरू कर दिया गया है। इस फसल की खरीद कार्य को लेकर मंडियों का गठन किया गया है और फसल खरीद कार्य को लेकर पुख्ता प्रबंध भी किए गए है। सरकार का लक्ष्य है कि सूरजमुखी फसल के खरीद कार्य को लेकर मंडियों में किसानों और व्यापारियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पडे। इतना ही नहीं हैफेड द्वारा सूरजमुखी की फसल का कमर्शियल रेट 4800 रुपए प्रति क्विंटल और भावांतर भरपाई योजना के तहत 1 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक खरीदने का काम किया जा रहा है।
चेयरमैन कैलाश भगत मंगलवार को देर सायं लाडवा, थानेसर मंडी का दौरा करने के उपरांत व्यापारियों और किसानों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले चेयरमैन कैलाश भगत का थानेसर अनाज मंडी में पहुंचने पर समाजसेवी व व्यापारी जितेन्द्र ढींगड़ा व जजपा के वरिष्ठ नेता माया राम ने स्वागत किया। इसके उपरांत थानेसर अनाज मंडी में सूरजमुखी की फसल के खरीद कार्य को चैक किया और फसल की नमी को भी जांचा। इस दौरान किसानों और व्यापारियों से खरीद कार्य को लेकर बातचीत भी की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल किसानों की सूरजमुखी फसल के खरीद कार्य को लेकर स्वयं लगातार फीडबैक ले रहे है। उनका मकसद है कि किसानों को सूरजमुखी की फसल का अच्छा भाव मिले और फसल बेचने में किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत ना आए। इसी उद्देश्य को लेकर अंबाला व कुरुक्षेत्र की विभिन्न मंडियों का दौरा करके सूरजमुखी की फसल का खरीद कार्य का आंकलन करने के लिए पहुंचे है। उन्होंने कहा कि हैफेड द्वारा किसानों को कमर्शियल रेट 4800 रुपए प्रति क्विंटल और भावांतर योजना के तहत 1 हजार रुपए प्रति क्विंटल भावांतर भाव भी दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हैफेड का उद्देश्य है कि व्यापारियों और किसानों को सूरजमुखी की फसल खरीदने और बेचने में कोई परेशानी ना हो, यदि किसी को कोई दिक्कत या परेशानी है तो वे अधिकारियों के साथ-साथ उनके साथ भी सीधा सम्पर्क कर सकता है। इस सीजन में व्यापारियों व किसानों को सूरजमुखी फसल के खरीद कार्य को बेहतर बनाने का प्रयास किया गया है और पुख्ता प्रबंध भी करवाएं गए है। इतना ही नहीं फसल का भुगतान भी तुरंत करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि कोई किसान अपनी फसल बेचना नहीं चाहता तो उसे मजबूर नहीं किया जाएगा और व्यापारियों और किसानों को यदि किसी भी प्रकार की कोई मदद चाहिए तो किसानों और व्यापारियों को हर संभव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। इस सीजन के दौरान अगर किसी अधिकारी कर्मचारी या अन्य किसी से भी कोई दिक्कत या परेशानी हो तो वह निसंकोच उन्हें बता सकता है। किसानों और व्यापारियों के लिए उनके दरवाजे 24 घंटे खुले है, हैफेड का मकसद किसानों व व्यापारियों की मदद करना है।
चेयरमैन ने सभी व्यापारियों को आह्वान करते हुए कहा कि कैथल में 13 जून को एक व्यापारी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन का निमंत्रण भी देने के लिए वे स्वयं कुरुक्षेत्र पहुंचे है। इस सम्मेलन में अधिक से अधिक व्यापारियों ने शामिल होना है और सम्मेलन को सफल बनाना है। इस मौके पर व्यापारी जितेन्द्र ढींगडा, नरेश मित्तल, माया राम, दयाल चंद, सुबे सिंह, पंकज, धर्मपाल, सतीश कुमार,हैफेड के डीएम शमशेर सैनी, हैफेड मैनेजर कुलदीप जांगडा, मार्किट कमेटी सचिव संत राम, न्यू ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन के प्रधान अवतार सिंह, हरियाणा स्टेट मंडी एसोसिएशन के प्रधान अशोक गुप्ता, अशोक खुराना, विकास, मनजीत सिंह, सुरेन्द्र सिंगला, अनुज गोयल, मनोहर लाल, सुभाष कम्बोज, मनीष खरबंदा, योगनाथ, राहुल मोदगिल, मनीष मित्तल आदि उपस्थित थे।