कुरुक्षेत्र के पिपली मे महापंचायत के बाद प्रशासन को आया पसीना, एनएच 44 जाम
राकेश टिकैत व विभिन्न किसान संगठनों के नेता एवं पहलवान बजरंग पूनिया पहुंचे
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में किसान एक बार फिर पिपली अनाज मंडी में सरकार के खिलाफ हुंकार भरने पहुंचे है। एक तरफ मंडी में किसानों का जमावड़ा और उसके सामने बड़ा मंच सजा है। दूसरी ओर शासन प्रशासन की व्यवस्था है। इस व्यवस्था के मद्देनजर आउटर एरिया से लेकर महापंचायत स्थल और आसपास इलाके में भारी पुलिस बल, फायरब्रिगेड, जगह जगह बैरिकेड्स,वाटरकैनन और तमाम तरह की व्यवस्था के अलावा सिविल ड्रेस में मुलाजिम किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोकने और उस पर समय रहते अंकुश लगाने के लिए मुस्तैद है।मगर महापंचायत के बाद किसान महापंचायत ने एनएच-44 पर जाम लगाने की घोषणा कर दी ,जिससे प्रशासन के हाथ पांव फूल गए।
किसानों की इस महापंचायत को नाम दिया गया है एमएसपी बचाओ रैली। इस महारैली की घोषणा पिछले सोमवार यानी पांच जून को शाहाबाद में सूरजमुखी की फसल की खरीद और एमएसपी के मुद्दे को लेकर शुरु हुए भाकियू के आंदोलन के बाद हुई थी,क्योंकि किसान अपनी मांगों को लेकर जीटी रोड पर शाहाबाद में आकर डट गए थे। इसके अलावा हरियाणा के अन्य कई चुनिंदा इलाकों में भी इस तरह के हालात बने थे। किसानों की मानें तो सब कुछ सामान्य चल रहा था,लेकिन शासन प्रशासन ने उन पर लाठियां भांज दी और भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढुनी समेत कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया था। इस समय गुरनाम सिंह चढुनी और कई दूसरे नेता अगले आदेशों तक न्यायिक हिरासत में है। भाकियू सहित दूसरे किसान संगठन इस कार्रवाई के विरोध में उतर आए हैं। नतीजन कुरुक्षेत्र के पिपली में आयोजित एमएसपी बचाओ महारैली में किसान बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
यहां किसान संगठनों के हरे सफेद,पीले,लाल और कई किसान ग्रुपों के झंडे लेकर किसानों का पहुंचना निरंतर जारी है। कोई यहां बस से पहुंचा है तो कोई ट्रेन,बाइक,साइकिल,स्कूटर और ट्रैक्टर से तो कोई कार और टेंपो से। किसानों का यह जमावड़ा सरकार के लिए बेचैनी पैदा करने वाला हो सकता है। इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा है सरकार एमएसपी कानून लागू करे और जो किसान नेता सूरजमुखी पर एमएसपी की मांग करते समय गिरफ्तार किए गए थे उन्हें रिहा करे। उन्होंने सरकार को दो टूक कहा है कि इससे नीचे कोई समझौता नहीं होने वाला नहीं है। बता दें कि इससे पहले किसानों और प्रशासन के मध्य दो दौर की बैठक हुई थी,जिसमें कोई सहमति न बनने पर किसान नेता रैली स्थल की ओर कूच कर गए थे।
पहलवानों वाले मुद्दे के चलते सुर्खियों में चल रहे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पहलवान बजरंग पुनिया भी यहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि किसान सिर्फ एमएसपी की मांग कर रहा है,लेकिन सरकार इसे नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने कहा था कि अपनी मांगों के लिए किसानों को सड़कों पर आना पड़ता है। जब वह किसानों को सड़कों पर खड़ा देखते हैं तो दुख होता है। पूनिया ने कहा हरियाणा के सभी पहलवान खिलाड़ी किसानों के समर्थन करते हुए उनके साथ खड़े है। पहलवान बजरंग पूनिया ने इस दौरान अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश की उस घटना की याद को भी ताजा किया,जिसके लिए किसान आज बी जिम्मेदार अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इसी तरह से हम भी भाजपा सांसद बृजभूषण के खिलाफ लड़ रहे हैं,मगर अभी तक किसी पर एक्शन नहीं हुआ।