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प्रशासन ने धारा-144 लगाने के दिए आदेश,कुरुक्षेत्र के पिपली में जीटी रोड जाम
पिपली जीटी रोड पर स्थित ताऊ देवीलाल पार्क में संयुक्त किसान मोर्चा ने बैठक के बाद सुनाया फरमान,सरकार को दी चुनौती
दिल्ली-चंडीगढ़, यमुनानगर-हिसार मार्ग जाम के अलावा पिपली से हिमाचल,जम्मू कश्मीर और पंजाब को जाने वाला यातायात प्रभावित
किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली बार्डर जैसे हालात अब पिपली में बने, किलोमीटर तक फैले किसान, हाईवे के बीचों बीच तैयार हो रहा है लंगर
एमएसपी और जेल में बंद किसानों की रिहाई है मुद्दा
लाठियां लेकर बैठे किसान, सडक़ों पर खड़े किए ट्रैक्टर
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। एमएसपी पर सूरजमुखी की खरीद की मांग को लेकर पिपली में आयोजित एमएसपी लाओ-किसान बचाओ महापंचायत के बाद हजारों किसानों ने नेशनल हाइवे-44 पर पिपली में जाम लगा दिया। देर शाम संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में विभिन्न खापों और किसान संगठनों के प्रमुख नेताओं ने करीब दो घंटे तक ताऊ देवीलाल पार्क में बैठक करने के बाद फैसला सुनाया है कि सोमवार रात दस बजे तक अगर किसानों ने सूरजमुखी की एमएसपी पर खरीद और चढ़ुनी सहित सभी किसान नेताओं की रिहाई नहीं की तो,सख्त फैसला लिया जाएगा।इस बैठक में राकेश टिकैत सहित पंजाब और हरियाणा के कई प्रमुख किसान नेता मौजूद रहे।
पिपली अनाज मंडी में रैली कर रहे किसानों की सरकार से बातचीत विफल हो गई तो एकदम से किसान नेताओं ने ऐलान कर दिया कि जीटी रोड को जाम करेंगें और देखते ही देखते हजारों की संख्या में पहुंचे किसान जम्मू-दिल्ली नेशनल हाईवे-44 पर जमकर बैठ गए। किसान नेताओं का कहना था कि रैली के दौरान 2 बार प्रशासन से बातचीत हुई लेकिन सिरे नही चढी। किसानों द्वारा एमएसपी और जेल में बंद किसानों को रिहा करने की मांग की जा रही है। किसान फ्लाईओवर और सर्विस रोड बंद कर लाठियां लेकर हाईवे पर बैठे हैं। हाईवे के ऊपर ट्रैक्टर खड़े कर दिए गए हैं। वहीं पुलिस ने जाम के चलते वाहनों के रूट डायवर्ट किए हैं।
महापंचायत में भाकियू के राष्ट:ीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, पहलवान बजरंग पूनिया, भाकियू चढूनी ग्रुप से कर्म सिंह मथाना, किसान नेत्री सुमन हुड्डा सहित कई खापों व संगठनों के प्रतिनिधि पहुंचे। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा पिपली अनाज मंडी में महापंचायत में फैसला लिया गया है कि वे अपनी मांगे माने जाने तक हाईवे को बंद रखेंगे। अत: सभी प्रदेशों की इकाई अग्रिम सूचना तक कुरूक्षेत्र पर नजर बनाए रखें और अगले आदेश का इंतजार करें, सरकार की यह दमनकारी नीति देश का अन्नदाता बर्दाश्त नहीं करेगा। इससे पूर्व राकेश टिकैत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों द्वारा एमएसपी पर आवाज उठाई तो लाठियां मिली। टिकैत ने कहा कि सवाल सिर्फ एक फसल पर एमएसपी का नहीं है। सरकार रेट घोषित करती हैं लेकिन उस पर खरीद नहीं करती। एमएसपी गारंटी कानून होना चाहिए। आने वाले समय में इस कानून के लिए आंदोलन होंगे। देश में कलम-कैमरे पर बंदूक का पहरा है।
विभिन्न प्रदेशों से पहुंचे किसान
सोमवार को इस रैली में हरियाणा के विभिन्न जिलों के अलावा राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और यूपी से हजारों की संख्या में किसान पहुंचे। किसान सूरजमुखी पर एमएसपी और किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी व दूसरे नेताओं की रिहाई की मांग कर रहे हैं।
दो बजे कर दिया एनएच 44 जाम का ऐलान
सोमवार को दोपहर दो बजे भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष कर्म सिंह मथाना ने मंच से एनएच-44 पर जाम लगाने का फैसला सुनाया। इसके बाद सभी किसानों ने ट्रेक्टर-ट्रालियों, अपनी गाडिय़ों व पैदल जीटी रोड़ की तरफ कूच कर दिया और दोपहर दो बजकर दस मिनट पर जीटी रोड पर जाम लगा दिया। हालांकि पुलिस प्रशासन ने भी किसानों को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हुए थे। मौके पर वज्र वाहन, फायर ब्रिगेड व कंटीली तारे लगाकर बेरिकेटिंग की व्यवस्था की हुई थी लेकिन किसानों की संख्या अधिक होने के चलते पुलिस ने किसानों को रोकने का प्रयास नही किया जिस कारण किसान आसानी से जीटी रोड की तरफ पहुंंच गए और जाम लगा दिया। पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाकियू चढूनी ग्रुप के प्रदेशाध्यक्ष कर्म सिंह मथाना ने बताया कि पिपली अनाज मंडी मार्किट कमेटी कार्यालय में किसानों की प्रतिनिधि मंडल व जिला प्रशासन के बीच बैठक हुई। प्रशासन की ओर से बैठक में जिला उपायुक्त शांतनु शर्मा, पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भौरिया व कई डीएसपी मौजूद रहे। किसानों के प्रतिनिधिमंडल में भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष कर्म सिंह मथाना, कुरुक्षेत्र जिलाध्यक्ष कृष्ण कलाल माजरा, अंबाला प्रधान मलकियत, युवा नेता अर्शदीप सिंह चढूनी, ब्लॉक शाहबाद प्रधान हरिकेश मौजूद रहे। कर्म सिंह मथाना ने बताया कि प्रशासन की ओर से मौजूद अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री कह रहे है कि एमएसपी दे देंगे। इस पर किसान नेताओं ने कहा कि उन्हें कंफरमेशन चाहिए। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री से बातचीत करवाने को कहा लेकिन मुख्यमंत्री से बात नही करवाई। इसके बाद जीटी रोड जाम करने का फैसला लिया गया।
जेल में बंद गुरनाम चढूनी से करवाई बात
कर्म सिंह मथाना ने बताया कि प्रशासन ने जीटी रोड पर जाम न लगाने बारे भी कहा। इसके लिए उनकी जेल में बंद भाकियू के राष्ट:ीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी से फोन पर बात भी करवाई लेकिन गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानों की संख्या को देखते हुए फैसला लेने की बात कही।