प्रशासन ने संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधियों को वार्ता से रखा दूर
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। सूरजमुखी की एमएसपी पर सरकारी खरीद और भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढुनी समेत अन्य किसान नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर पिपली में किसानों का द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगाया गया जाम जारी है। इधर प्रशासन चुनिंदा तीन किसानों को वार्ता के लिए बुलाया है। इनमें भाकियू नेता कर्मजीत मथाना,गुरनाम सिंह चढु़नी के पुत्र अर्शदीप चढुनी और कृष्ण कलाल माजरा शामिल हैं। इनके साथ पिछले पौने घंटे से हरियाणा टूरिज्म के पीपली पैराकीट कांप्लेक्स में प्रशासन के साथ वार्ता चल रही है।
इस वार्ता में इन भाकियू नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से डीसी शांतनु शर्मा और एसपी सुरेंद्र भौरिया व अन्य अधिकारी पहुंचे हैं। समाचार लिखे जाने तक इस वार्ता संबंधित कोई जानकारी बाहर नहीं आई थी। हालांकि माना जा रहा था कि आधे घंटे में यह वार्ता खत्म हो सकती है,लेकिन पौने घंटे बाद भी वार्ता के जारी रहने से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि भीतर इस वार्ता में आंदोलनकारी प्रशासन के साथ हुई इस बातचीत से संतुष्ट नहीं हुई हैं। हालांकि प्रशासन शांतिपूर्वक वातावरण में इस मामले का पटाक्षेप चाहता है।
गौरतलब है कि पिछले करीब 24 घंटे से संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के नेतृत्व में किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाया हुआ है। वहीं कुरुक्षेत्र यमुनानगर मार्ग और यमुनानगर से पीपली होते हुए कैथल और पिहोवा और पंजाब की ओर जाने वाले ट्रैफिक भी पीपली में किसानों द्वारा रास्ते बंद किए जाने के कारण रोका गया था,जिसे अब खोल दिया गया है।हालांकि राष्ट्रीय राजमार्ग जाम होने के कारण यहां से रोजाना आवाजाही करने वाले ट्रैफिक को वैकल्पिक मार्गों से निकाला जा रहा है।
इधर ट्रैफिक बाधित होने से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां खास बात यह है कि प्रशासन ने इस वार्ता में संयुक्त किसान मोर्चे के प्रमुख नेताओं को दूर रखा हुआ है और इनकी जगह उपरोक्त तीन किसान नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया है। किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर तंबू लगा दिए हैं। अगर वार्ता सफल नहीं हुई तो अगले दिनों में यहां किसान आंदोलन जैसे हालात पीपली में राष्ट्रीय राजमार्ग पर नजर आ सकते हैं।