झांसा रोड पर प्राचीन सरस्वती पुल को किया जाएगा हेरिटेज स्थल के रूप में विकसित: धुमन
हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच व भद्रकाली मंदिर के पीठाध्यक्ष डा. सतपाल शर्मा ने नारियल फोड़ कर जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ किया
7 लाख रुपए का बजट होगा खर्च, 50 फीट चौड़ा बनेगा सरस्वती चैनल पर घाट
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि झांसा रोड पर ऐतिहासिक सरस्वती पुल को हेरिटेज स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। यह ऐतिहासिक और प्राचीन सरस्वती पुल 2 हजार वर्ष पुराना है। इस स्थल का जीर्णोद्धार करने के साथ-साथ पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना है। धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच मंगलवार को झांसा रोड पर स्थित ऐतिहासिक प्राचीन सरस्वती पुल के जीर्णोद्घार के कार्य के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। इससे पहले उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच, मॉ भद्रकाली मंदिर के संचालक डा. सतपाल शर्मा, भाजपा के जिला अध्यक्ष बोर्ड के अधीक्षण अभियंता अरविंद कौशिक, कार्यकारी अभियंता मनीष बब्बर ने विधिवत रूप से सरस्वती घाट के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। बोर्ड
के उपाध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की योजना है कि सरस्वती नदी के किनारे तीर्थ व पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाए और उन सभी प्राचीन स्थलों को पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जाए ताकि हरियाणा में पर्यटकों की संख्या में बढोतरी हो सके। उन्होंने कहा कि प्राचीन घाट का जीर्णोद्घार करके 50 फीट चौड़ा किया जाएगा और इस कार्य पर धरोहर विकास बोर्ड की तरफ से 7 लाख रुपए की राशि खर्च की जाएगी। इस घाट के साथ ही प्राचीन सरस्वती पुल है। इस पुल की सरस्वती शोध केन्द्र कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय डा. एआर चौधरी व उनकी टीम द्वारा डेटिंग का कार्य किया गया। इससे तथ्य सामने आया है कि यह प्राचीन पुल लगभग 2 वर्ष पुराना है इसलिए इस पुल को भी हेरिटेज स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा ताकि दूर दराज से आने वाले पर्यटक इस स्थल का अवलोकन कर सके। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सपनों को साकार करने के लिए सरस्वती चैनल के किनारे स्थित तीर्थ स्थलों को विकसित करने का कार्य किया गया है।