न्यूज़ डेक्स संवाददाता
करनाल। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निदेशक मुकुल कुमार ने कस्टम मीलिंग राइस को लेकर बुधवार को जिला के विभिन्न राइस मिल मालिकों के साथ एक समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि राईस मिल मालिक एफ.सी.आई. को चावल की आपूर्ति मुकम्मल तौर पर करें, पेंडेंसी हर हाल में खत्म करें। इस पर राईस मिल मालिकों ने आश्वासन दिया कि वे जल्द पेंडेंसी खत्म कर देंगे। बैठक में उपायुक्त अनीश यादव भी मौजूद थे। लघु सचिवालय में हुई बैठक में करीब 90 राईस मिलर शामिल हुए। निदेशक मुकुल कुमार ने एक-एक से परिचय कर उनके चावल उद्योग और पेंडेंसी की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि जो भी राइस मिल मालिक चावल की आपूर्ति नहीं कर सके हैं, वे समय रहते इसे पूरा करें। इसे गम्भीरता से लें, अन्यथा पेनल्टी लगाई जाएगी। उन्होंने जानकारी दी कि काफी मिलर्स ने निर्धारित आपूर्ति को शत प्रतिशत कर दिया है और कुछ ने 90 प्रतिशत किया है। जो रह गए हैं, वे भी जल्द चावल आपूर्ति कर देंगे। निदेशक मुकुल कुमार ने राईस मिल मालिकों की समस्याएं भी सुनी और कहा कि बारदाने की कोई कमी नहीं रहेगी। मीटिंग में मौजूद एफ.सी.आई. के जिला प्रबंधक को उन्होंने निर्देश दिए कि वे प्रात: 9 से सांय 5 बजे तक तोल कांटा खुला रखेंगे।
बैठक में उपायुक्त अनीश यादव ने चावल मिल मालिकों से कहा कि चावल आपूर्ति को लेकर अपनी जिम्मेदारी समझें, जल्दी से जल्द इस कार्य को पूरा करें।
बैठक में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की संयुक्त निदेशक डॉ. अनीता खरब, एफ.सी.आई. के जिला प्रबंधक इन्द्रनील मंडल, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के जिला नियंत्रक अनिल कालड़ा, हैफेड के डीएम उधम सिंह, वेयर हाऊसिंग कॉर्पोरेशन के डीएम मनोज पराशर तथा राईस मिल एसोसिएशन के प्रधान विनोद गोयल भी मौजूद रहे।