आर्कियोलॉजी विभाग की निदेशिका डा. बनानी भट्टाचार्य ने लिए सरस्वती पुल के सैम्पल
15 दिन में बोर्ड को सौंपी जाएगी पुल की रिपोर्ट, बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने दी सरकार के प्रोजेक्ट की जानकारी
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा आर्कियोलॉजी विभाग की निदेशिका डा. बनानी भट्टाचार्य ने कहा कि झांसा रोड पर सरस्वती पर बना पुल 18वीं शताब्दी का हो सकता है। इस पुल की वास्तविक डेटिंग का पता लगाने के लिए सैम्पल लिए गए है और इन सैम्पलों को जांच के लिए लैब में भेजा गया है। इस निरीक्षण की रिपोर्ट आगामी 15 दिनों में हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड को सौंप दी जाएगी। निदेशिका डा. बनानी भट्टाचार्य व हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने बुधवार को स्थित सरस्वती के पुल का निरीक्षण किया। इससे पहले बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने आर्कियोलॉजी विभाग की निदेशिका डा. बनानी भट्टाचार्य को सरस्वती पुल के बारे में विस्तार से जानकारी दी और सरस्वती किनारे धरोहरों को विकसित करने की मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सोच को भी सामने रखा। इस निरीक्षण के बाद निदेशिका डा. बनानी भट्टाचार्य ने बातचीत करते हुए कहा कि झांसा रोड पर सरस्वती पुल को हेरिटेज साइट के रूप में विकसित करने और सरस्वती नदी के किनारे घाट का निर्माण करने की सरकार की एक अच्छी योजना है। इस योजना के पूरा होने के बाद यह स्थल निश्चित ही एक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित होगा।
उन्होंने कहा कि सरस्वती पर बना पुल 18वीं शताब्दी का बना होगा। इसकी वास्तविक स्थिति जानने के लिए सैम्पल लिए गए है और इसकी रिपोर्ट आगामी कुछ दिनों में सामने आ जाएगी। इस स्थल से सैंपल लेकर लैब में भेजे गए है। इस प्रोजेक्ट को लेकर किए जा रहे कार्यों को लेकर बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच के प्रयासों की प्रशंसा की है। बोर्ड उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सोच के अनुरूप ही झांसा रोड पर स्थित सरस्वती पुल को हेरिटेज साइट के रूप में विकसित किया जाएगा और जल्द ही यहां एक घाट का निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को लेकर लोगों में भी खासा उत्साह है। इस मौके पर हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के अधिक्षण अभियंता अरविंद कौशिक, कार्यकारी अभियंता मनीष बब्बर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।