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पांच जिलों की एजेंसियों के एक्सईएन और केडीबी के गैर सरकारी सदस्य भी होंगे समिति में शामिल
कुरुक्षेत्र जिला के दो और करनाल,पानीपत,कैथल एवं जींद जिला के एक एक केडीबी मेंबर होंगे समिति के सदस्य
मदन मोहन छाबड़ा ने स्वामी ज्ञानानंद महाराज और मुख्यमंत्री का जताया आभार,बोले निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे सेवा कार्य
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। महाभारतकालीन कुरुक्षेत्र के 48 कोस क्षेत्र में स्थित तीर्थों पर चल रहे विकास कार्यों के निरीक्षण के लिए सरकार ने एक कमेटी गठित की है,जिसके पहले अध्यक्ष होंगे विश्व हिंदू परिषद के मदन मोहन छाबड़ा। मदन मोहन छाबड़ा कुरुक्षेत्र विजन के संस्थापक सदस्य हैं और पिछले पांच वर्षों से वह कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव थे। हाल ही में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के नए मानद सचिव के रुप में कुरुक्षेत्र विजन के संस्थापक सदस्य उपेंद्र सिंघल ने कार्यभार संभाला था। उसके बाद से यह कयास लगाए जा रहे थे कि मदन मोहन छाबड़ा को भी तीर्थों से संबंधित कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है। हालांकि तीर्थों के मद्देनजर उनकी क्या भूमिका होगी ? इसको लेकर अब तक संशय था और पिछले कई दिनों से अटकलें चल रही थी। मीडिया में उनके शुक्रवार को कार्यभार संभालने की भी चर्चा थी। खैर,शुक्रवार को मदन मोहन छाबड़ा ने कार्यभार तो नहीं संभाला,लेकिन जिस कमेटी के अध्यक्ष बनने की चर्चा थी,उसका अधिकारिक रुप से लेटर आज मदन मोहन छाबड़ा के हाथों में आ चुका है। इसकी पुष्टि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने भी की है।
यहां बताना लाजिमी होगा कि सरकार ने पहली बार 48 कोस में स्थित तीर्थों पर चल रहे विकास कार्यों के निरीक्षण के लिए एक कमेटी गठित की है,जिसका नाम होगा 48 कोस तीर्थ निरीक्षण समिति। इस समिति के पहले अध्यक्ष मदन मोहन छाबड़ा के अलावा पांच जिलों कुरुक्षेत्र,करनाल,कैथल,जींद और पानीपत के संबंधित एजेंसियों के अधिकारी और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के छह गैर सरकारी सदस्य भी मेंबर होंगे। इस समिति में कुरुक्षेत्र जिला के दो और करनाल,कैथल,जींद और पानीपत के गैर सरकारी केडीबी सदस्य मेंबर शामिल रहेंगे। मदन मोहन छाबड़ा इस समिति की एक वर्ष तक अध्यक्षता करेंगे। हालांकि बतौर अध्यक्ष इस पद के लिए किसी प्रकार के मानदेय की व्यवस्था नहीं होगी। तय व्यवस्था के अनुसार उन्हें ब्रह्मसरोवर स्थित केडीबी कार्यालय में कैबिन,पीए एवं कार्यालय सहायक की सुविधा और निरीक्षण के लिए सरकारी वाहन की व्यवस्था मिलेगी। मदन मोहन छाबड़ा ने बताया कि तीर्थों की सेवा उनके लिए सर्वोपरि है। इसकी सेवा का जो जिम्मा लिया था,वह पहले की तरह इस बार भी पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाने का प्रयास करेंगे। इसके लिए उन्होंने स्वामी ज्ञानानंद महाराज और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार जताया।