उपाध्यक्ष धुमन सिंह ने राक्षी नदी के टूटे हुए तटबंध का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिए तटबंध के मुरम्मत करने के निर्देश
राक्षी नदी के तट पर लाडवा शहर की तरफ बनेगा पक्का वॉक-वे
न्यूज डेक्स संवाददाता
लाडवा। हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह ने कहा कि राक्षी नदी ग्रामीण क्षेत्र में करीब 10 से 15 फीट तक गहरी है और मानसून के मौसम में अत्याधिक बरसात होने पर सारा पानी राक्षी नदी में आ जाता है। मानसून के दौरान यह स्थिति सरस्वती, घग्गर, मारकंडा आदि सभी नदियों की भी यहीं स्थिति होती है। इंसान द्वारा प्रकृति से छेड़छाड़ करके नदियों के क्षेत्र को काफी कम कर दिया है, जिसके कारण कभी-कभी इन नदियों में अत्याधिक पानी आने के कारण जब यह टूटती है तो बाढ़ का सामना करना पड़ता है।
उपाध्यक्ष धुमन सिंह रविवार को लाडवा में राक्षी नदी का तटबंध टूटने के स्थान का निरीक्षण करने के उपरांत ग्रामीणों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले उपाध्यक्ष धुमन सिंह, सिंचाई विभाग के एसई अरविंद कौशिक, कर्मपाल आदि ने राक्षी नदी टूटे हुए तटबंध सहित नदी के अन्य क्षेत्र का निरीक्षण किया। उपाध्यक्ष ने कहा कि राक्शी नदी का करीब 3 किलोमीटर का क्षेत्र लाडवा के शहरी क्षेत्र में पड़ता है। बोर्ड द्वारा इस क्षेत्र में राक्षी नदी के दोनो तरफ के तटों को पक्का किया जाएगा ताकि बरसात के मौसम में अत्याधिक पानी आने से बरसात का पानी शहर में ना आ सके। इसके साथ-साथ शहर के तरफ वाले तट को पक्का करने के साथ रास्ता (वॉक-वे) भी बनाया जाएगा ताकि शहर के लोग इस वॉक-वे पर सैर भी कर सके। इसके उपरांत उपाध्यक्ष ने गांव भैणी स्थित सरस्वती नदी घाट पर पहुंचकर वहां पर भी बरसाती पानी के फ्लों का निरीक्षण किया। इस मौके पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।