बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद, लोगों को घबराने की जरूरत नहीं, प्रशासन उनके साथ : उपायुक्त अनीश यादव
उपायुक्त ने इंद्री ब्लॉक में बाढ़ से प्रभावित गांवों का किया दौरा, जल भराव की स्थिति का लिया जायजा, अधिकारियों को ग्रामीणों के संपर्क में रहने के दिए निर्देश
निरीक्षण के दौरान विधायक रामकुमार कश्यप व पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन रहे मौजूद
न्यूज डेक्स संवाददाता
करनाल। बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। इसी को लेकर उपायुक्त अनीश यादव एवं पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने इंद्री ब्लॉक में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और जल भराव की स्थिति का जायजा लिया। इस मौके पर इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप, एसडीएम अशोक कुमार, एसडीएम करनाल अनुभव मेहता, जिला राजस्व अधिकारी श्याम लाल तथा सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता संजय राहर, कार्यकारी अभियंता नवतेज सिंह, समाजसेवी महेन्द्र प्रेमी सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
उपायुक्त ने लोगों से अपील की कि पिछले कईं दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ से प्रभावित करीब एक दर्जन गांवों के आसपास जल भराव की स्थिति देखने को मिली है, लेकिन यह पानी अभी आबादी से दूर है, फिर भी लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। जैसे पहाड़ी इलाकों में भी लगातार बारिश हो रही है और वह पानी नीचे आ रहा है, ऐसी स्थिति से बचने के लिए प्रशासन द्वारा लोगों की जान-माल की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है, प्रशासन उनके साथ है। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में जल भराव की समस्या बन गई है, उन लोगों के लिए खाने-पीने की पर्याप्त मात्रा में प्रशासन की ओर से उचित प्रबंध किया गया है, उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।
उपायुक्त ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं। बाढ़ से संभावित क्षेत्र पर प्रशासन की पैनी नजर है। किश्ती इत्यादि का उचित प्रबंध किया गया है, जिनके माध्यम से ग्रामीणों तक आवश्यक वस्तुएं पहुंचाई जा रही हैं। इसके अलावा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे यमुना के आसपास के गांवों के लोगों के साथ निरंतर संपर्क में रहेंगे। अगर कहीं पर भी कोई दिक्कत आती है, तुरंत लोगों की मदद करने के लिए आगे आएंगे। इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में मिट्टी के कट्टे भरकर रखवाए गए हैं तथा जेसीबी की भी उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस विभाग द्वारा भी पैट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। इसके अलावा गांवों में पटवारी व ग्राम सचिव की भी उपलब्धता रहेगी और वह ग्राम पंचायत के संपर्क में रहेंगे। गांवों में ग्राम पंचायत द्वारा संभावित बाढ़ के संबंध में मुनियादी भी समय-समय पर करवाई जा रही है ताकि लोग सजग और सुरक्षित रहें।
उपायुक्त ने निरीक्षण के दौरान सबसे पहले चंद्राव गांव के पास के क्षेत्र का दौरा किया और वहां पर जल भराव की स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद गढ़ी बीरबल में धनौरा ड्रेन की पटरी को देखा। इसके उपरांत जपती छपरा व शेरगढ़ टापू, में पानी की स्थिति का जायजा लिया। इस मौके पर ग्रामीणों ने बताया कि मानसून सीजन के दौरान इस इलाके में जल भराव की स्थिति हर वर्ष बन जाती है। जैसे बरसात होती है, वह पानी एक-दो दिन में ही आगे निकल जाता है। उपायुक्त ने लोगों को आश्वस्त किया कि प्रशासन उनके साथ है, उन्हें हर प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी तथा फसलों में हुए नुकसान की भरपाई भी करवाई जाएगी।
इस दौरान विधायक रामकुमार कश्यप ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि निरंतर हो रही बारिश एक चिंता का विषय है, लेकिन इस स्थिति से निपटने के लिए शासन और प्रशासन लोगों के साथ है और मैं भी निरंतर लोगों के संपर्क में हूं। जहां कहीं भी किसी वस्तु की मांग आती है, तुरंत पानी, दूध व खाने-पीने की वस्तुएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि घबराएं नहीं, बल्कि सजगता के साथ इस प्राकृतिक आपदा का सामना करें। कहीं पर भी यमुना का किनारा या कोई बांध कमजोर स्थिति में दिखाई दे तो इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें ताकि समय रहते स्थिति से निपटा जा सके और लोगों का नुकसान होने से बचाया जा सके।