पूर्व मंत्री ने की मांग, नुकसान की भरपाई करे सरकार
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। थानेसर के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने कहा है कि सरकार व प्रशासन की लापरवाही जनता को भुगतनी पड़ रही है। लापरवाही के चलते पूरा शहर जल मग्न हो गया है। बरसात रुकने के बाद भी कॉलोनियों से पानी उतरने का नाम नहीं ले रहा है। इससे थानेसर की जनता बहुत परेशान हो रही है। यदि समय रहते नालों व ड्रेनों की सफाई करवा दी जाती तो आज थानेसर की जनता को जल भराव की समस्या से नहीं जूझना पड़ता। सरकार की लापरवाही के चलते पिछले कई वर्षों से शहर की कॉलोनियों में पानी घुस जाता है जिसे आम जनता के अलावा दुकानदार व व्यपारी वर्ग भी बहुत परेशान हो रहा है इतना ही नहीं दुकानदारों को लाखों-लाखों रुपए का नुकसान बरसाती पानी के कारण सहना पड़ रहा है।
पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कहा कि कहने को तो थानेसर के विधायक लगातार विकास का ढिंढोरा पीट रहे हैं लेकिन इस बरसात ने थानेसर के विकास की पूरी पोल पट्टी खोलकर जनता के सामने रख दी है। विधायक यूं तो कह रहे हैं कि थानेसर के विकास के लिए 3500 करोड रुपए खर्च किए गए हैं लेकिन इस बरसात ने जनता को दिखा दिया है कि 3500 करोड रुपए में से जमीनी स्तर पर कितने पैसे लगे हैं। पूरे हरियाणा में बाढ़ के हालातो पर सरकार को घेरते हुए अशोक अरोड़ा ने कहा की यह सरकार सिर्फ घोषणाओं की सरकार है। जनता की समस्याओं से इनका कोई सरकार नहीं है। यदि बरसात से पहले समय रहते नहरों, ड्रेनों व बरसाती नालों की सफाई अच्छे से की जाती तो पानी की निकासी सुचारू होती और बाढ़ के हालात न बनते। पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बरसाती पानी से किसानों, व्यापारियों व दुकानदारों का मोटा नुकसान हुआ है, इसके लिए मुख्यमंत्री को मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए।
पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कहा कि कहने को तो थानेसर के विधायक लगातार विकास का ढिंढोरा पीट रहे हैं लेकिन इस बरसात ने थानेसर के विकास की पूरी पोल पट्टी खोलकर जनता के सामने रख दी है। विधायक यूं तो कह रहे हैं कि थानेसर के विकास के लिए 3500 करोड रुपए खर्च किए गए हैं लेकिन इस बरसात ने जनता को दिखा दिया है कि 3500 करोड रुपए में से जमीनी स्तर पर कितने पैसे लगे हैं। पूरे हरियाणा में बाढ़ के हालातो पर सरकार को घेरते हुए अशोक अरोड़ा ने कहा की यह सरकार सिर्फ घोषणाओं की सरकार है। जनता की समस्याओं से इनका कोई सरकार नहीं है। यदि बरसात से पहले समय रहते नहरों, ड्रेनों व बरसाती नालों की सफाई अच्छे से की जाती तो पानी की निकासी सुचारू होती और बाढ़ के हालात न बनते। पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बरसाती पानी से किसानों, व्यापारियों व दुकानदारों का मोटा नुकसान हुआ है, इसके लिए मुख्यमंत्री को मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए।