सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड ने पर्यटन हब की तैयार की योजना, नौका विहार चलाने की भी योजना
प्रथम चरण में 500 मीटर क्षेत्र को किया जाएगा विकसित, पुल का भी होगा सौन्द्रर्यकरण
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 18 नवंबर। हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमिच ने कहा कि पिपली में सरस्वती चैनल स्थल को पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जाएगा। इस स्थल को पर्यटन हब बनाने के लिए योजना तैयार कर ली गई है। इस योजना को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष रखा जाएगा और मुख्यमंत्री की अनुमति मिलने के बाद योजना को अमलीजामा पहना दिया जाएगा।
उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमिच बुधवार को कुरुक्षेत्र में हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के अधिकारियों की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमिच, एसडीएम अखिल पिलानी, एसई अरविंद कौशिक, सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के सलाहकार जीएस गौतम, वन विभाग के अधिकारी कुलदीप ने पिपली सरस्वती चैनल स्थल का निरीक्षण किया और इस सरस्वती चैनल के किनारे और आस-पास के क्षेत्र में पर्यटन की सम्भावनाओं को लेकर मौके पर विस्तार से चर्चा भी की है। इतना ही नहीं अधिकारियों ने जीटी रोड के दोनों तरफ सरस्वती चैनल और जीटी रोड़ पर बने पुल का सौन्द्रर्यकरण करने पर भी विचार विर्मश किया।
उन्होंने कहा कि पिपली में सरस्वती चैनल स्थल को एक पर्यटन हब के रूप में विकसित करने के रूप में एक योजना तैयार की है। इस योजना के तहत सरस्वती चैनल को 500 मीटर तक को प्रथम चरण में विकसित किया जाएगा। इस सरस्वती चैनल को चौड़ा करके नौका चलाई जाएंगी, इस स्थल पर मॉ सरस्वती का एक भव्य मंदिर भी बनाया जाएगा। इसके अलावा लैंडस्केपिंग का कार्य किया जाएगा और जीटी रोड़ के पुल के नीचे और दोनों तरफ सौन्द्रर्यकरण का कार्य भी किया जाएगा। उपाध्यक्ष ने कहा कि जीटी रोड़ पर पर्यटन की आपार सम्भावनाएं है, इस रोड़ पर दिल्ली से पंजाब, हिमाचल और जम्मू कश्मीर की तरफ जाने वाले रोजाना हजारों लोगों को इस स्थल पर ठहराव करने के प्रयास किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जीटी रोड़ पर यह स्थल धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र पहुंचने का एक पहचान भी बनेगा। इस स्थल पर पहुंचने के बाद पर्यटकों को कुरुक्षेत्र के ब्रह्मïसरोवर, ज्योतिसर, सन्निहित सरोवर और 48 कोस के तीर्थों के बारे में भी जानकारी देने का प्रयास किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष रखा जाएगा और अनुमति मिलने के बाद इस योजना पर तेजी के साथ काम शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में यह स्थल एक आकर्षण का केन्द्र बने इस प्रकार के प्रयास सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की तरफ से किए जाए।