न्यूज डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़। आज हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ की एक महत्वपूर्ण वर्चुअल मीटिंग राज्य प्रधान डॉक्टर दिनेश निम्बडिया की अध्यक्षता में हुई। जिसमें 20 अगस्त को करनाल हुडा ग्राउंड मे होने वाली राज्यस्तरीय शिक्षा बचाओ रोजगार बचाओ प्रतिनिधित्व पाओ रैली , बाढ़ के समय कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा ली जाने वाली प्रवेश परीक्षाओं पर चिन्ता जताई व गुल्हा के विधायक ईश्वर सिंह के साथ हुए अभद्र व्यवहार की भर्त्सना की गई।
इस अवसर पर राज्य कोषाध्यक्ष ओम प्रकाश सरोहा ने कहा कि एक तरफ तो पूरा प्रदेश बाढ़ की समस्या से जूझ रहा है और यूनिवर्सिटी प्रशासन स्नातकोत्तर प्रवेश परीक्षाओं को कराने में लगा है। जिससे बाढ़ में फंसे हुए छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है, क्योकि कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय में दूसरे जिलों के साथ साथ दूसरे राज्यों से भी छात्र प्रवेश लेने के लिए आते है।ऐसे मे बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रो से जहां बिजली, पानी व परिवहन सेवाए ठप पडी है वहा से छात्र प्रवेश परीक्षाओं के लिए कैसे आ सकते है।
उन्होंने कहा कि स्नातकोत्तर प्रवेश के लिए होने वाली परीक्षाओं में सैकड़ों की संख्या मे छात्र अनुपस्थित रहे है।अगर विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्र हित करना था तो उन्हें चाहिए था कि बाढ़ के दौरान होने वाली प्रवेश परीक्षाओं को तब तक स्थगित कर देना चाहिए था जब तक जनजीवन पटरी पर नहीं लौट आता।कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के सामने आधा किलोमीटर की दूरी पर सभी कलोनियो जलमग्न है ऐसे मे अपने परिवार को छोड़कर आना आसान बात नही है । इसका ताजा उदाहरण 14 जुलाई शुक्रवार को होने वाली हिन्दी व पजाबी की परीक्षाओं में 70% परीक्षार्थियो ने ही प्रवेश परीक्षा दी है।
इसी प्रकार महाविद्यालयों में स्नातक स्तर की पहली मेरिट सूचि जारी करके फीस भरने की अन्तिम तिथि 16 जुलाई रख दी है जो बाढ मे फसे छात्रो के साथ अन्याय है। सरोहा ने मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार विश्वविद्यालय प्रशासन से प्रेस के माध्यम से अपील करता है कि विश्वविद्यालय स्तर पर होने वाली प्रवेश परीक्षाओं को रद्द किया जाए या वंचित छात्रों को दोबारा मौका प्रदान करके मेरिट सूची बनाई जाए। इसी तरह से महाविद्यालय मे फीस भरने की तारीख को आगे बढ़ाया जाए ताकि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के छात्रों को भी मौका मिल सके। इस अवसर पर राज्य महासचिव चन्द्रमोहन,दलबीर राठी,राजेश सिहंमार ,खजान सिंह बड़वड, राज पाल बाम्णिया, राजेश पाई,लाल चन्द, रमेश कुमार, ईश्वरसिंह ,रामनिवास आदि ने भाग लिया।