न्यूज डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार बाढ़ से प्रभावित लोगों की सुरक्षा को लेकर सतर्क और गंभीर है। बरसाती पानी के कारण कोई बीमारी न फैले, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं। एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें जल जनित रोग और वेक्टर जनित रोग के लक्षणों के बारे में लोगों को जागरूक कर रही हैं और सफ़ाई तथा अन्य सतर्कता बरतने की सलाह दे रही हैं। जरूरतमन्दों को प्राथमिक सहायता दी जा रही है , मेडिकल-कैंप लगाए जा रहे हैं और दवाई वितरित की जा रही है।
उन्होंने आगे बताया कि घर -घर जाकर सर्वे किया जा रहा है, ओआरएस के पैकेट , क्लोरीन की टेबलेट का वितरण किया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं , बच्चों और घायलों को ट्रांसपोर्ट की सुविधा दी जा रही है।प्रवक्ता ने कल 15 जुलाई तक की रिपोर्ट देते हुए बताया कि राज्य में अभी तक बाढ़ से 477 गांव तथा शहरी क्षेत्र के 32 वार्ड प्रभावित हुए हैं। मेडिकल टीम द्वारा 354 गांवों और शहरी क्षेत्र के 36 वार्डों की विजिट की गई। इन मेडिकल-कैम्पस में 7841 मरीजों की जांच की गई, इनमें 752 को बुखार, 229 को आंत्रशोथ , 16 को पेचिश , एक को पीलिया , एक को सर्पदंश , 1036 को चर्म रोग , 314 को नेत्रश्लेष्मलाशोथ और 3228 को अन्य रोग पाए गए। इसके अलावा , 29 गांवों /वार्डों में फॉगिंग की गई है , 5558 पैकेट ओआरएस के बांटे गए हैं। राज्य में केवल दो लोगों की मौत की रिपोर्ट मिली है।