50 एकड़ भूमि की तलाश शुरू, इसी साल से शुरू हो सकती हैं कक्षाएं
नया भवन बनने तक नगर निगम या एचएसवीपी की बिल्डिंग में होगी पढ़ाई
यूनिवर्सिटी की फैकल्टी टीम जल्द करेगी पंचकूला का दौरा
न्यूज डेक्स संवाददाता
पंचकूला। पंचकूला में नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी का कैंपस शुरू होगा। कैंपस के लिए भूमि की तलाश के लिए विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने वीरवार को नगर निगम के महापौर कुलभूषण गोयल और प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद, पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक अजीत बालाजी जोशी, उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी, नगर निगम आयुक्त सचिन गुप्ता समेत अनेक अधिकारी मौजूद रहे।
गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने बताया कि गुजरात के गांधी नगर स्थित नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी का कैंपस पंचकूला में स्थापित करने के लिए वे केंद्रीय गृह मंत्रालय और यूनिवर्सिटी के कुलपति से लगातार संपर्क में हैं। यूनिवर्सिटी का नया कैंपस पंचकूला में स्थापित होगा। इसके लिए 50 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि नया भवन बनने तक किसी भी बिल्डिंग में कक्षाएं शुरू की जा सकती है।
अस्थायी रूप से कक्षाएं शुरू करने के लिए 50 हजार वर्ग फुट क्षेत्र की आवश्यकता होगी। इसके लिए भवन की तलाश के लिए जिला उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी के नेतृत्व में एक टीम भी गठित की गई है। इस टीम में गृह विभाग और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारी, पंचकूला डीसीपी, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त शामिल रहेंगे। इसके लिए सेक्टर 26 स्थित पॉलिटेक्निक, निफ्ट, एग्रो मॉल, साकेत अस्पताल और विभिन्न सामुदायिक केंद्रों पर विचार किया गया। बिल्डिंग और भूमि को चिह्नित करने के लिए नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की फैकल्टी टीम जल्द ही पंचकूला का दौरा करेगी। गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने बताया कि 3 माह के भीतर कक्षाएं शुरू की जा सकती है।
विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि गत 9 वर्षों में पंचकूला में बड़े स्तर के संस्थान स्थापित हुए हैं। इनसे पंचकूला को नई पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि शहर में रोड और मूलभूत ढांचा भी तेजी से विकसित हुआ है, जिस कारण से यहां बड़े संस्थान स्थापित करने के लिए अनुकूल माहौल बन सका है। उन्होंने कहा कि पंचकूला में नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी का कैंपस शुरू होने से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे, जिसका लाभ पंचकूला के साथ-साथ पूरे क्षेत्र को मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थानों की स्थापना से अर्थव्यवस्था को भी गति मिलती है।