न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। देश की आध्यात्मिक नगरी वाराणसी में मंदिरों का महाकुंभ का आयोजन किया गया है। वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हो रहे तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मंदिर सम्मेलन व एक्सपो का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने किया। इस कार्यक्रम में भारत देश के 419 प्रसिद्ध मंदिरों और 16 अन्य देशों के 46 मन्दिरों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया जिसमें हरियाणा से हरियाणा के एकमात्र शक्तिपीठ माँ भद्रकाली शक्तिपीठ के पीठाध्यक्ष पंडित सतपाल शर्मा को भी कन्वेंशन में आमंत्रित किए गया । विश्व में मंदिरों की उत्तम व्यवस्था व प्रबंधन से सम्बंधित यह पहला सम्मेलन है । इस सम्मेलन व टेंपल कनेक्ट एप्प के संस्थापक गिरीश कुलकर्णी ने अन्य पदाधिकारियों के साथ पीठाध्यक्ष का काशी पहुंचने पर तुलसी की माला, तिलक, पटका इत्यादि से स्वागत किया ।
कन्वेंशन में पीठाध्यक्ष ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को मां भद्रकाली जी की लाल शक्ति चुनरी इत्यादि से मां भगवती जी का आशीर्वाद दिया और कुरुक्षेत्र आगमन पर सभी को शक्तिपीठ आने का आमंत्रण दिया । पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा ने सम्मेलन में शुभकामना सन्देश व लिखित सुझाव भी दिए । कन्वेंशन में पीठाध्यक्ष पंडित सतपाल शर्मा की शिष्टाचार भेंट पंजाब के पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत चावला, केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और तेलंगाना राज्य की राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन, राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी और मंदिरों के न्यासी (पद्मनाभस्वामी मंदिर), गोवा के पर्यटन मंत्री रोहण ए. खुन्ते, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के कार्यकारी अधिकारी धर्म रेड्डी इत्यादि से भी हुई ।
गिरीश कुलकर्णी ने गुरु पंडित सतपाल शर्मा से कई गणमान्य अतिथियों का मां की लाल चुनरी व पवित्र पौधों से स्वागत व आशीर्वाद दिलवाया जिनमें श्रद्धा शर्मा , सी.ई.ओ (यूअर स्टोरी) , शांतनु गुप्ता (ऑथर) ,अक्षत गुप्ता, (ऑथर), वैशाली शाह (ऑथर) और दीपक चौधरी इत्यादि थे । कन्वेंशन में मंदिरों की सुरक्षा के साथ त्योहारों पर उमड़ने वाली भीड़, आपदा प्रबंधन, स्वच्छता,मंदिरों का विकास, ग्रीन टेंपल (हरित मंदिर), भंडारा – लंगर, मंदिर मार्ग , सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि पर परिचर्चा हुई । कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी संदेश पढ़ा गया ।
सम्मेलन में मंदिरों को आस्था के साथ साथ प्राचीन धर्मग्रंथों का शिक्षा केन्द्र बनाने पर भी जोर दिया गया । पीठाध्यक्ष ने भी सभी को कुरुक्षेत्र आने का निमंत्रण दिया व आगामी अंतरराष्ट्रीय मंदिर सम्मेलन को कुरुक्षेत्र में करने के लिए प्रस्तावित किया । सम्मेलन में पीठाध्यक्ष के सुझाव पर एक सभी प्रतिभागी मंदिरों का एक अंतरराष्ट्रीय जॉइंट फोरम भी बनाने पर भी चर्चा हुई । पीठाध्यक्ष ने इस सम्मेलन की टीम को कुरुक्षेत्र शक्तिपीठ में टेम्पल इको सिस्टम बनाने के लिए भी आमंत्रित किया । गौरतलब है कि ऐसा ही एक इको सिस्टम गोवा राज्य में भी बनाया गया है । कुरुक्षेत्र शक्तिपीठ में पहले से ही बीएसआई ग्रुप का इको सिस्टम आईएसओ के रूप में लागू है । सम्मेलन की टीम ने भी पीठाध्यक्ष को सुव्यस्थित भव्य नवरात्रि आयोजन कुरुक्षेत्र शहर में करने पर बधाई दी । सम्मेलन का समापन 24 जुलाई को होगा । यह कार्यक्रम भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय की देखरेख में आयोजित किया जा रहा है ।