संघ का नियम है ना किसी से दोस्ती ना किसी से बैर : मुख्यमंत्री
मनोहर लाल सुरेश जी सब्जेक्टिव नहीं, ऑब्जेक्टिव हैं सभी को देखते हैं सभी को समझते हैं
व्यक्तियों से लगाव रखते हैं। उन्होंने ऑब्जेक्टिविटी के साथ काम किया है: प्रदेश अध्यक्ष ओन प्रकाश धनकड़
न्यूज डेक्स हरियाणा
पंचकुला, 20 नवंबर। भाजपा हरियाणा के संगठन महामंत्री सुरेश भट्ट के सम्मान में आज पंचकुला में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। सुरेश भट्ट 10 वर्ष तक प्रदेश में बतौर संगठन महामंत्री के दायित्व पर बेहतरीन संगठनात्मक कार्य करने के पश्चात अपने गृह प्रदेश उत्तराखंड वापिस जा रहे हैं। इस अवसर पर आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, केंद्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया, प्रदेश अध्यक्ष ओम् प्रकाश धनकड़ के साथ प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेतृत्व व छः ज़िलों के प्रमुख कार्यकर्ताओं ने सफल कार्यकाल के लिए उन्हें बधाई दी।
भाजपा संगठन महामंत्री सुरेश भट्ट ने अपने हरियाणा में 10 वर्ष के दौरान अपने अनुभवों को सांझा करते हुए कहा कि प्रदेश में पार्टी को जो सफलता मिली उसका श्रेय समस्त पार्टी कार्यकर्ताओं को जाता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में हमने बहुत अच्छा कार्य किया है, लेकिन अभी भी सबसे अच्छा करने के लिए हमें बहुत अधिक मेहनत करनी होगी। अभी भी अगर हम हिसाब लगाएँ की 2014 और 2019 के चुनावों को देखते हुए तो कई ज़िलों में अभी भी मेहनत की ज़रूरत है। मुझे पूर्ण विश्वास है की आने वाले दिनों में पूर्ण हरियाणा कमलमय हो ऐसी मेरी इच्छा है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओम् प्रकाश धनकड ने इस अवसर पर कहा कि संगठन महामंत्री सुरेश भट्ट ने अपने कार्यकाल के दौरान संगठन व पार्टी को बेहद मजबूत किया, इसी का परिणाम है कि प्रदेश की जनता ने लगातार दो बार भाजपा की सरकार बनाकर सेवा का अवसर प्रदान किया। उन्होंने कहा इस समारोह में उपस्थित हम सब साक्षी हैं की सुरेश जी जा रहे हैं, अगर रहते तो कोई तकलीफ ना होती।एक भी कार्यकर्ता ऐसा नहीं मिला जो कहे कि सुरेश जी जाएं और मेरा काम बने।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा सुरेश जी सब्जेक्टिव नहीं है ऑब्जेक्टिव हैं सभी को देखते हैं सभी को समझते हैं व्यक्तियों से लगाव रखते हैं। उन्होंने ऑब्जेक्टिविटी के साथ काम किया है। गणेश जी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा जब हम बात करते हैं नेतृत्व की तो गणेश जी की प्रतिमा को उसका प्रतीकात्मक बताते हैं।जो सुनने वाला हो उसके कान बड़े बड़े होते हैं सिर्फ काम ही नहीं पेट भी बड़ा होता है जो भी कार्यकर्ता बात करके गए हैं वह उनके पेट में है सुरेश भट्ट जी ने बड़े पेट के साथ काम किया है हर कार्यकर्ता की बात रखी है।मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा संघ का नियम है ना किसी से दोस्ती ना किसी से बैर। काम से पहचान होती है कभी नहीं सोचा था कि मुख्यमंत्री बनेंगे शायद मोदी जी ने भी सोचा नहीं होगा कि वह प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री बनेंगे।