बाढ़ के कारण स्थानान्तरित परिवार खतरे, अव्यवस्था और अराजकता की आहुति चढ़े: चित्रा सरवारा
500 से ज्यादा परिवारों को निशुल्क मुआवजा फार्म भरवाने की सहायता की व मुफ्त दवाइयां दी : चित्रा सरवारा
न्यूज डेक्स संवाददाता
अंबाला।
आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा व सहयोगियों ने आज टांगरी बंधे पर नजदीक सी.लाल हॉस्पिटल के पास बाढ़ से हुए नुकसान के मुआवजे के लिए कैम्प का आयोजन किया।इस चौथे कैम्प में 450 से अधिक लोगों को बाढ़ संबंधित नुकसान के मुआवजे के फार्म वितरित करते हुए चित्रा सरवारा ने कहा की हरियाणा सरकार ने बाढ़ में डूबने वालों के परिवारों के लिए 4 लाख की मुआवजा राशि घोषित करी है लेकिन सरकारी मुआवजे में एक महत्तवपूर्ण पहलू समझना और जोड़ना जरूरी है कि बाढ़ में मौतें हुईं वो सिर्फ पानी में डूबने से नहीं हुई थी, अनेकों मौतें बाढ़ के कारण स्थानांतरण,अव्यवस्था,अराजकता और इलाज की कमी के सामुहिक कारणों की वजह से भी हुई सरकार इन्हें पहचाने और मुआवजा दे।
उन्होंने इसके दो छोटे उदहारण पर चर्चा करे हुए बताया की अम्बाला छावनी में 22 जुलाई 2023 को जब तीसरी बार बाढ आयी, उस दिन सरकार ने प्रभावित इलाकों में मुनयादी तो करायी की टांगरी नदी में 18000 क्यूसिक पानी छोड़ा जाएगा लेकिन इन्तजाम कोई नहीं किए। आनन-फानन में बाढ़ग्रस्त परिवार टांगरी नदी के बंधे की सड़क के ऊपर आकर खड़े हो गए। सरकार ने बंधे की सड़क के दोनों ओर ना तो नाकाबंदी करी ना ही किसी तरह की कोई निगरानी रखी। उस अराजक माहौल में एक 3 साल के बच्चे ने भीड़ में अपने माता-पिता से हाथ छुड़ाया और जैसे ही सड़क की तरफ कदम रखा, वो एक तेजी से आ रही गाड़ी की चपेट में आ गया और उसकी मृत्यु हो गयी। चित्रा ने कहा की ना बाढ़ आती, ना परिवार आनन्-फानन में सड़क पर आता, ना भीड़ में गाड़ियां खतरा बनतीं ना ये त्रासदी घटती। शायद उस परिवार की यह क्षति कभी पूरी नहीं हो लेकिन हम सरकार से मांग करते है की ऐसी मौतों को भी सरकार बाढ़ग्रस्त कारण में गणना करे और उन परिवारों को भी उचित मुआवजा दे।
उसी ही दिन एक और मौत टांगरी नदी मे अलग परिस्थितियों में एक बहुत गंभीर रूप से बीमार युवा की हुई जो बिस्तर पर था और परिवार पाइप से खाना दे रहा था। बाढ़ में बार-बार स्थानांतरित होने के कारण परिवार उसे एक कमरे में 40-40 व्यक्ति के साथ एक शरणार्थी की तरह रखने पर मजबूर था। जहाँ उसे साफ़ खाना-पीना,दवाई कुछ नहीं मिल पाया। बिजली-पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी और इन हालातों में उसने दम तोड़ दिया। शायद वे बाढ़ में ना फंसे होते तो उन्हें राहत,इलाज मिल जाता जिससे उनकी जिंदगी और लंबी चल पाती। हम हरियाणा सरकार से मांग करते है की ऐसे केस में भी वही मुआवजा दिया जाये जो बाढ़ग्रस्त किसी परिवार को मौत पर दिया जा रहा है।
आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा ने साथ ही बताया की रविवार को बाढ़ ग्रस्त इलाके, टांगरी नदी के बंधे पर,आज ये चौथा फ्री मेडिकल कैम्प का लगाया था जहां पर लोगों को मुफ्त ईलाज व दवाइयां दी गई। यह कैम्प टांगरी नदी के साथ नजदीक सी.लाल हॉस्पिटल के साथ लगती कॉलोनियों अमर नगर,लकी नगर,अजित नगर,मतिदास नगर कॉलोनी के इलाके में लगाया गया। इस दौरान डॉक्टरों की टीम ने मौके पर ही चेक करते हुए लोगो को निशुल्क दवाईयों के साथ साथ मल्टीविटामिन का भी वितरण किया।उन्होंने कहा कि फ्री मेडिकल कैम्प में लगभग 450 परिवारों को निशुल्क जांच कर मुफ्त दवाइयां देकर चिकित्सा का लाभ दिया गया।
बाढ़ राहत शिविर में टीम ने सभी जरूरतमंदों को क्षतिपूर्ति फार्म भरने के तरीके,जरूरी कागजात और प्रक्रिया की जानकारी भी दी और टीम ने फार्म भी भरे साथ ही आमजन को समझाया गया की इस फार्म के साथ फैमिली आईडी,पारिवारिक फ़ोटो,बाढ़ में जिस चीज़ का नुकसान हुआ उसकी फोटो,घर के बाहर की फ़ोटो,बैंक की पासबुक व अककॉउंट नम्बर की फ़ोटो को साथ संलग्न करना अवश्यक होगा।
इस अवसर पर,नरेंद्र शाह,श्याम लाल मनचंदा,गुरचरण सिंह धीमान,कुशलपाल राणा,सुभाष सैनी,नितिन शर्मा,राजेश ओझा,पुरषोत्तम,आशीष शर्मा,राजेश बिंदल,सचिन चेतीवाल,सुखविंदर शेरगिल, सुरजीत लाली, गुरकिरपाल सिंह जस्सल,वंदना कौशल,रितु वालिया,संजीव शर्मा,राजेश बक्शी,सुरेश वशिष्ठ,नीलम शर्मा,हरीश कुमार हरी,राकेश छुरा इत्यादि उपस्थित रहे।