न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र,21 नवंबर। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास (एस.एस.यू.एन.) हरियाणा, एन.आई.टी. कुरुक्षेत्र और टेरी, कुरुक्षेत्र द्वारा संयुक्त रूप से “तकनीकी शिक्षा : महत्ता एवं संभावनाएं” विषय पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया | कार्यक्रम की शुरुआत टेरी, कुरुक्षेत्र की प्राध्यापक सुश्री सोनिया द्वारा सरस्वती वंदना के साथ शुरू हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता एन.आई.टी. कुरुक्षेत्र के श्री प्रो. सतहंस ने की | इस अवसर पर प्रमुख वक्ताओं में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास उत्तर क्षेत्र संयोजक श्री जगराम, प्रो. संजीव शर्मा, प्रांत टोली सदस्य, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, आई.आई.टी. रूड़की से मैकेनिकल व इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग से वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. दिनेश कुमार, एन.आई.टी. कुरुक्षेत्र से डा. अजय जैन, डा. रजनीश, डा.छगन चरण, टेरी के निदेशक प्रो. सागर गुलाटी, आई. नर्चर बंगलूरू से डा. वी.के.गोयल आदि वक्ताओं ने अपने अपने सम्बंधित क्षेत्रों में व्याख्यान दिए |
कार्यक्रम समन्वयक व प्रान्त संयोजक (तकनीकी शिक्षा), शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास व विभागाध्यक्ष, मैकेनिकल विभाग प्रो. पी.सी.तिवारी, एन.आई.टी. कुरुक्षेत्र ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इसमें युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए विभिन्न क्षेत्रों से इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक तथा आई.टी.आई. के छात्र-छात्राओं को भी विशेषज्ञों का व्याख्यान सुनने हेतु आमन्त्रित किया गया | सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि हमारी महान सभ्यता व् संस्कृति की विरासत को आज संजोये रखने की जरूरत है जो कि आत्म- निर्भरता का पाठ पढ़ाती है | दुनिया से पृथक् होने के बजाय हमें अपनी वस्तुओं को विश्व स्तरीय स्वरूप देने की आवश्यकता है ताकि अन्तर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में हम टिक सकें |
श्री जगराम ने कहा कि सेवा से बड़ा कोई धर्मं नहीं है | दुनियाभर के वैज्ञानिक हमारे देश की परम्परा व संस्कृति को वैज्ञानिक शोध में शामिल कर अनेकों चुनौतियों का समाधान ढूंढ चुके हैं | आज भारतीय आयुर्वेद वर्तमान कोरोना महामारी में अत्यंत उपयोगी साबित हुआ है | गीता रामायण आदि अन्य ग्रन्थ में प्रयुक्त नीतियों व अस्त्र- सश्त्रों को मिसाइल विकसित किये | प्रो. दिनेश कुमार ने स्मार्ट व इंटेलीजेंट तकनीकों से लैश इंडस्ट्री 4.0 पर व्याख्यान देते हुए कहा कि कोरोना महामारी के बाद मांग-आपूर्ति व्यवस्था में स्थिरता प्रदान करने हेतु हमारी उद्योगों को इंडस्ट्री 4.0 में परिवर्तित करने की आवश्यकता है | वेबिनार में वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों व शोध से जुड़े विषयों जैसे किफायती सौर ऊर्जा, सस्ती व जेनेरिक दवाएं विकसित करना, 5G सेलुलर नेटवर्क, मशीन लर्निंग, बिग डेटा, क्लाउड कंप्यूटिंग, आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस, बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर,कृषि प्रौद्योगिकी, आदि कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई जिसका मानवीय जीवन पर सीधा अथवा परोक्ष रूप से प्रभाव है |
आई नर्चर बैंगलोर के डॉ वी के गोयल ने नवीनतम विषय डाटा साइंस यूज़िंग पाइथन के विषय पर सभी साथ ज्ञान साँझा किया | इस अवसर पर पदम् श्री डॉ सतीश कुमार, निदेशक एन आई टी कुरुक्षेत्र के प्रतिनिधि के तोर पर प्रो. सतहंस ने सभी को बधाई दी वआतंकवाद पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आतंकवादियों द्वारा प्रयोग किये जा रहे अत्याधुनिक व जैविक हथियारों से देश की आंतरिक व बाह्य सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है तथा इससे निपटने हेतु हमें मिलकर व्यापक और जरूरी कदम उठाने होंगे | उन्होंने आयोजनकर्ताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि कि स्वदेशी अभियान को गति देने हेतु भारत सरकार ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं जिसमे कृषि, व्यापार, रक्षा और शिक्षा के क्षेत्रों में आर्थिक पैकेजों का एलान किया गया | प्रधानमंत्री ने ग्लोबल फॉर लोकल का आह्वान किया है |
कार्यक्रम के संयोजक टेरी के निदेशक डॉ. सागर गुलाटी ने शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास और एन.आई.टी. कुरुक्षेत्र को सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए बताया कि हम आगे भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रम करते रहेंगे | अंत में कार्यक्रम समन्वयक डा. सागर गुलाटी ने धन्यवाद ज्ञापित किया | वेबिनार के सफल आयोजन में टेरी पॉलिटेक्निक के प्रिंसिपल व पी.एच.डी. शोधार्थी प्रो. सुधीर कुमार की सह संयोजक के रूप में विशेष योगदान हेतु प्रशंसा की | मंच संचालन टेरी से प्रो. पारुल चुटानी ने किया | एन.आई.टी. कुरुक्षेत्र के पी.एच.डी. शोधार्थी गौरव शर्मा, सुभाष मलिक एवं नरेंद्र कुमार ने भी इस वेबिनार में सक्रिय भूमिका निभाई | संस्थान के सचिव प्रोफेसर आदित्य गुप्ता ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए पूरी आयोजक टीम की सराहना की। मुख्य सलाहकार डॉ ऍम पी गुप्ता ने इस विशेष वेबिनार के लिए सभी को बधाई दी। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत वंदेमातरम् से किया गया |