न्यूज डेक्स संवाददाता
रेवाड़ी। रेवाड़ी के ऐतिहासिक रेंजागला स्मृति स्थल पर नूँह मेवात में अराजक तत्वों द्वारा मंडल यात्रा के दौरान नलहड़ शिव मंदिर में पूजा अर्चना के दौरान की गई हिंसात्मक कार्रवाई की विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने सामूहिक रूप से “भारत माता की जय”, ‘हर हर महादेव’,’वंदे मातरम’ और जय श्री राम के उद्घोष के साथ भर्त्सना कर निंदा करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। इस अवसर पर आचार्य रामतीर्थ ने कहा हिंदू संगठनों द्वारा भगवान शिव की पूजा अर्चना के दौरान अराजक तत्वों द्वारा रुकावट डालकर अराजकता फैलाने हेतु हिंदुओं पर गोली चलानें कि हम भर्त्सना करते हैं। हिंदु हमेशा शांति और सौहार्द पूर्ण वातावरण में पूजा अर्चना कर रहा है तो अराजक तत्वों को इसमें आपत्ति नहीं होनी चाहिए।पतंजलि के जिला अध्यक्ष दयाराम आर्य ने कहा भारत में धार्मिक पूजा अर्चना करना हिंदुत्व का धर्म माना जाता है और उसमें अराजक तत्वों द्वारा रुकावट पैदा करना गलत कार्रवाई है।राजपूत सभा रेवाड़ी के अध्यक्ष एडवोकेट अनिल अत्री ने कहा हिंदुओं ने वीरता के साथ देश को आजाद करवाया और अराजक तत्वों को हिंसात्मक कार्रवाई हेतु कभी माफ नहीं करेगा। वीर कालू गुर्जर ने कहा हिंदुस्तान में रहने के लिए जय श्री राम कहना ही होगा। सरोज आर्य ने हिंसात्मक कार्रवाई को कायरता पूर्ण कार्रवाई बताया।
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.आर.के.जांगड़ा विश्वकर्मा ने कहा हिंदुस्तान हिंदुत्व की पवित्र स्थली है और हिंदू समुदाय में धार्मिक स्थलों की पूजा अर्चना करना ऋषि मुनियों की समय से दैनिक प्रक्रिया है। हिंसा की यह घटना बहुत ही निंदनीय है और एक सोची समझी साजिश है। इस प्रकार की घटना भविष्य में ना हो इसके लिए हम सब को एकजुट होना होगा। अब समय है सनातन को जातियों में नए भटकर हिंदुओं को एकजुट होना होगा।असामाजिक तत्वों द्वारा उसमें विधान पैदा करना हिंदुत्व की संस्कृति पर प्रहार करना है।यह सब हिंदुत्व सहन नहीं करेगा।हिंदू हमेशा शांति और सौहधार्य पूर्ण वातावरण पसंद करता है। डॉ.विश्वकर्मा ने कहा हमें उम्मीद और विश्वास है कि पुलिस अधिकारियों सहित राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसी समुदाय के खिलाफ नफरत भरे भाषण न दिए जाएं और किसी तरह की हिंसा न हो या संपत्ति को नुकसान न पहुंचा जाए। उन्होंने कहा हमारे समाज में सभी धर्म संप्रदाय के मानने वाले सदियों से आपसी प्रेम और मेलजोल से रहते चले आए हैं और यही हमारे समाज का मूल स्वभाव है। असंप्रदायिक लोगों की हिंसात्मक कार्रवाई में मारे गए हिंदुओं की आत्मा की शांति हेतु मौन धारण कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की गई।इस अवसर पर सरोज आर्य,सावित्री देवी,कविता रानी,दयाराम आर्य,चौधरी साहब,रामनिवास,मनोज यादव,अनिल अत्री,कालू गुर्जर, अभिषेक यादव,पीनू पंडित,एडवोकेट नरेश चौहान,अमर सिंह, विनय यादव,राजेश शर्मा राकेश सिंह,रजनीश जांगड़ा आदि विभिन्न संगठनों के अनेक पदाधिकारी गण उपस्थित थे।