स्वतंत्रता संग्राम में इस हथकरघा का विशेष महत्व रहा है : सतपाल सैनी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से मिल रहा है हथकरघा को प्रोत्साहन
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। देश के अन्य हिस्सों की भांति खादी ग्रामोद्योग संघ मिर्जापुर नरड़ में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर संस्थान के सचिव एवं संचालक सतपाल सैनी ने बुनकरों को सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में उनके संस्थान के करीब तीन दर्जन बुनकर, कारीगर एवं सदस्य भी भाग ले रहे हैं। सतपाल सैनी ने कहा कि बुनकरों को समर्पित राष्ट्रीय हथकरघा दिवस को मनाए जाने की शुरुआत वर्ष 2015 में की गई थी। आज देश विदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से खादी एवं हथकरघा उद्योग को प्रोत्साहन मिल रहा है।
उन्होंने बताया कि हर साल 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पूरे देश में मनाया जाता है। इस अवसर पर हथकरघा व हैंडलूम के क्षेत्र में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों बढ़ावा देने के उद्देश्य से देश भर में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। पूरे विश्व में सबसे बड़े हथकरघा उद्योग वाले भारत के स्वतंत्रता संग्राम में इस हथकरघा का विशेष महत्व रहा है। हथकरघा उद्योग को बढ़ावा देने और विदेशी वस्तुओं (जिनमें वस्त्र भी शामिल थे) के बहिष्कार के लिए स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत 7 अगस्त 1905 की को गई थी। इसी आंदोलन के चलते हथकरघा तत्कालीन भारत के लगभग हर घर में खादी बनाने की शुरुआत हुई थी। इसी कारण से भारत सरकार ने 7 अगस्त 2015 से राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाए जाने शुरुआत की थी।