न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा संबंधित सीटू एवं सहयोग सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा जिला कमेटी कुरुक्षेत्र के नेतृत्व में अपनी मांगों को लेकर थानेसर के भाजपा पार्टी के विधायक सुभाष सुधा के निवास पर विशाल रोष प्रदर्शन करते हुए लिखित में ज्ञापन पत्र सौंपा गया। कुरूक्षेत्र शहर में अपनी मांगों को लेकर विशाल जुलूस निकाला गया। रोष प्रदर्शन का नेतृत्व सीटू जिला सचिव अनिल कुमार्, महावीर प्रशाद दहिया, आशा वर्कर्स यूनियन की जिला प्रधान पिंकी, जिला सचिव कुसम् लता, राज्य उप प्रधान रानी देवी, मंजीत, सुखविंदर, उषा आदि ने किया।
आशाओं को संबोन्धित करते हुए सीटू के राज्य उप प्रधान सुखबीर सिंह प्रभात ने कहा कि राज्य सरकार हठधर्मिता पर उतरी हुई है जो ना तो जनता के हित में है ना हि आशाओं के हित में है। उन्होंने कहा कि आशाओं ने कारोना में ग्लोबल अवार्ड जीत कर जीत कर देश का नाम किया था, जिससे सरकार को वावा वाही मिली थी लेकिन वही सरकार आशाओं को 4000/- पर 24 घण्टे काम लेती है। उन्होंने सरकार से मांग की कि आशाओं की मांगे जल्द से जल्द माने वरना आंदोलन को तेज कर दिया जायेगा जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी।
आशाओं की राज्यव्यापी हड़ताल का समर्थन अखिल भारतीय किसान सभा के जिला संयोजक सुखबीर लालड, आल इंडिया लॉयर्स यूनियन के राज्य सह सचिव राजविंदर् चन्दी, सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान ओम प्रकाश व जिला सचिव नारवाल ने अपने संगठनों की ओर से करते हुए सरकार से तुरंत आशाओं की मांगों का समाधान करें।
मुख्य मांगे
नंबर 1 वर्ष 2018 के बाद से आशा वर्कर्स के काम में कहीं गुना बढ़ोतरी हो चुकी है परंतु पिछले 5 साल में कोई मानदेय में बढ़ोतरी नहीं हुई है। आशा वर्कर्स के मानदेय में बढ़ोतरी की जाए और ₹26000 न्यूनतम वेतन दिया जाए। आशा वर्कर्स को पक्का कर्मचारी बनाया जाए।
नंबर 2 आशा वर्कर के मानदेय और प्रोत्साहन राशियों को महंगाई भत्ते के साथ जोड़ा जाए।
नंबर 3 आशा वर्कर्स को ईएसआई व पीएफ और रिटायरमेंट बेनिफिट समेत सभी सामाजिक सुरक्षा लाभ दिया जाए।
नंबर 4 अनुभव और योग्यता के आधार पर आशा वर्कर्स की पदोन्नति की जाए।
नंबर 5 सब सेंटर पर आशा के बैठने वह सामान रखने की जगह सुनिश्चित की जाए। जिन गांवों में सब सेंटर नहीं है वहां आशा सेंटर खोले जाएं।
नंबर 6 एक्टिविटी ओंके काटे गए 50% को तुरंत वापस दिया जाए। मुख्यमंत्री द्वारा घोषित ₹7000 भी तुरंत जारी किए जाएं।
नंबर 7 आशा वर्कर को पीएचसी में मीटिंग में जाने और मरीज के साथ जाने के लिए किराया भत्ता दिया जाए।
नंबर 8 रिटायरमेंट की उम्र 65 वर्ष की जाए।
नंबर 9 आशा फैसिलिटेटर की विजिट की प्रोत्साहन राशि यों में बढ़ोतरी की जाए और फैसिलिटेटर की रिपोर्टिंग के लिए प्रोत्साहन राशि फिक्स की जाए।
आशा वर्कर्स को ड्रेस के लिए ₹2000 वार्षिक दिए जाएं।