इस्कॉन के ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से देश भर से करीब 100 युवा पहुंचे धर्मनगरी
केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने अंगवस्त्र भेंट कर किया स्वागत
मानद सचिव ने इस्कॉन सदस्यों की बसों को 48 कोस के भ्रमण के लिए किया रवाना
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने कहा कि कुरुक्षेत्र के तीर्थों, पर्यटन स्थलों सहित 48 कोस के सभी तीर्थों का भ्रमण करने के लिए देश भर से इस्कॉन के युवा सदस्य धर्मनगरी कुरुक्षेत्र पहुंचे है। यह सदस्य कुरुक्षेत्र के धार्मिक इतिहास की जानकारी के साथ-साथ इसक पौराणिक महत्व को स्वयं अपनी आंखों से देखने के लिए कुरुक्षेत्र पहुंचे है। अहम पहलू यह है कि इस्कॉन के ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से इन युवाओं ने कुरुक्षेत्र भ्रमण के लिए अपना पंजीकरण करवाया था।
केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंघल शनिवार को देर सायं देश भर से आए इस्कॉन के सदस्यों का स्वागत करने के उपरांत बातचीत कर रहे थे। इससे पहले मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने कुरुक्षेत्र पहुंचने पर सभी युवाओं को अंगवस्त्र भेंट कर उनको सम्मानित किया और कुरुक्षेत्र के इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इसके उपरांत केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंघल इस्कॉन युवाओं की बसों को कुरुक्षेत्र व 48 कोस के भ्रमण के लिए रवाना किया। मानद सचिव ने कहा कि 48 कोस की कुरुक्षेत्र परिक्रमा में देश के विभिन्न हिस्सों से 100 युवा भाग ले रहे है। ये प्रतिभागी पहले ही इस्कॉन कुरुक्षेत्र द्वारा ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में आयोजित गीता पाठ्यक्रम में भाग ले चुके हैं। आगामी तीन दिनों में वे ब्रह्मसरोवर, ज्योतिसर, भद्रकाली शक्तिपीठ, काम्यक वन, कर्ण वध स्थली, कपिल मुनि आश्रम, युधिष्ठिर यक्ष प्रश्न स्थली, अभिमन्युपुर और कई अन्य स्थानों का दौरा करेंगे जो 48 कोस परिक्रमा का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र के धार्मिक और पौराणिक महत्व से देश-दुनिया को रुबरु करवाने के लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा इस प्रकार की परिक्रमा यात्राओं का हमेशा समर्थन और सराहना की जाती है ताकि देश के युवा कुरुक्षेत्र की धार्मिक महत्व के बारे में जान सके और 48 कोस के तीर्थों के बारे में जानकारी हासिल कर सके। केडीबी द्वारा आगे भी कुरुक्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए 48 कोस कुरुक्षेत्र की ऐसी यात्रा आयोजित की जाएगी। इस मौके पर इस्कॉन संस्था के उपाध्यक्ष मोहन, प्रेम प्रभु जी, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्य अशोक रोशा, युद्घिष्ठिर बहल, बलबीर गुर्जरसहित केडीबी कार्यालय से बलवान, राजेंद्र राणा आदि उपस्थित थे।