भारत की अतुल्य संस्कृति से जोड़ने का काम करती है यह परीक्षा– डा.रामेंद्र सिंह
करीब 22 लाख छात्र-छात्राएं एवं 62 हजार अध्यापक एवं अभिभावक प्रतिभागिता करेंगे
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 23 नवंबर। विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान द्वारा ऑनलाइन संस्कृति ज्ञान परीक्षा के पंजीकरण का शुभारंभ 25 नवम्बर को किया जा रहा है। यह जानकारी देते हुए संस्थान के निदेशक डॉ. रामेन्द्र सिंह ने बताया कि भारत की अतुल्य संस्कृति जो सबको पास लाने व जोड़ने का काम करती है, उस संस्कृति की विशेषताओं से समाज को परिचित कराया जाए, इस उद्देश्य से संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन देशभर में किया जाता है।
गत वर्षों में यह परीक्षा भारत की 11 भाषाओं में ऑफलाइन आयोजित की जाती रही है, जिसमें लगभग 22 लाख छात्र-छात्राएं एवं 62 हजार अध्यापक एवं अभिभावक प्रतिभागिता करते हैं। इस वर्ष यह परीक्षा ऑनलाइन भी शुरू की जा रही है, जिसका पंजीकरण 25 नवम्बर को शुरू होगा। उन्होंने बताया कि प्रारंभ में यह परीक्षा हिन्दी और अंग्रेजी माध्यम में आयोजित की जाएगी। तत्पश्चात् भारत की प्रादेशिक भाषाओं में भी इसे ऑनलाइन करने की योजना है।
उन्होंने बताया कि विद्या भारती के विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर चुके पूर्व छात्रों के लिए परीक्षा में सहभागिता करना सहज रहेगा क्योंकि वे वर्तमान में जिस स्थान पर हैं, वहीं से इस परीक्षा में ऑनलाइन पंजीकरण कर प्रतिभागिता कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि संस्कृति ज्ञान परीक्षा के ऑनलाइन पंजीकरण के आरंभ पर विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के महामंत्री श्रीराम आरावकर उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वि.भा.अ.भा.शि. संस्थान के अध्यक्ष डी. रामकृष्ण राव करेंगे। कार्यक्रम में सान्निध्य जे.एम. काशीपति, संगठन मंत्री, डॉ. ललित बिहारी गोस्वामी, अध्यक्ष, वि.भा.सं.शि. संस्थान, यतीन्द्र कुमार शर्मा, सहसंगठन मंत्री एवं गोविन्द चंद्र महंत, सहसंगठन मंत्री का रहेगा।