भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के कारण उस वक्त लाखों की तादाद में लोगों ने भारत विभाजन की विभीषिका झेली थी- सभरवाल
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। रेलवे स्टेशन पर विभाजन विभीषिका स्मृति- दिवस श्रद्धा पूर्ण रूप से मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि प्रमुख समाजसवी विजय सभ्रवाल रहे। इस मौके पर रेलवे के मंडल कार्मिक अधिकारी समरजीत सिंह, व्यावसायिक इंस्पेक्टर विनोद कुमार, रेलवे के अधीक्षक विनोद कुमार, आरपीएफ के इंस्पेक्टर, विनीत गोयल ,इंस्ट्रक्टर धीरज कपूर व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे ।इस मौके पर प्रदर्शनी का मुख्य अतिथि ने अवलोकन किया ।समारोह में जगदीश शर्मा, कृष्ण कुमार व अन्य समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि की उपस्थित रहे।
इस मौके पर मुख्य अतिथि विजय सभ्रवाल ने कहा कि पूरे देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। वहीं भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के कारण उस वक्त लाखों की तादाद में लोगों ने भारत विभाजन की विभीषिका झेली थी। बीते साल कुरुक्षेत्र रेलवे विभाग ने विभाजन की विभीषिका को याद करते हुए इस त्रासदी के बारे में युवा पीढ़ी को जागरूक करने के लिए ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ का आयोजन किया था।
वहीं इस बार भी स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले आज के दिन प्रदेश के कई मुख्य रेलवे स्टेशनों पर ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ का आयोजन किया जा रहा है उन्होंने कहा की ‘देश के इतिहास में 14 अगस्त की तिथि कभी न भूलने वाली तिथि है. आज ही के दिन मजहबी और नफरती मानसिकता ने भारत का दु:खद विभाजन किया, जिसके दुष्परिणामस्वरूप असंख्य देश वासियों ने यातनाएं झेलीं और अपनी जान गंवाई. ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के अवसर पर बलिदान हुए सभी नागरिकों को विनम्र श्रद्धांजलि!, इस क्रूर-वीभत्स यातना के साक्षी सभी नागरिकों के प्रति मेरी संवेदनाएं है।
सभ्रवाल ने बताया कि आजादी के समय साल 1947 में देश का विभाजन होने पर लाखों लोगों ने अपने प्राण गंवा दिए थे. इस दौरान भारत से कटकर पाकिस्तान एक नया देश बना था. इस बंटवारे ने जहां लोगों को सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक व मानसिक रूप से तोड़ा था. वहीं विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य विभाजन के समय जान गंवाने वालों को याद करते हुए आपस में व्याप्त भेदभाव को खत्म कर सामाजिक सद्भाव व मानव सशक्तिकरण की भावना को बढ़ाना हैl