कांग्रेस और विपक्षी दलों ने बिलों पर चर्चा करने की बजाए मणिपुर मुद्दे पर ज्यादा रखा फोकस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंग्रेजों के कार्यकाल के कानूनों को बदलने का किया काम
मोदी सरकार ने नए विधेयकों को किया पारित
मानसून सत्र 2023 ने छोड़ी लोगों के दिलों पर अनोखी छाप
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र के सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि घमंडिया गठबंधन को गरीबों की भूख की नहीं अपितु सत्ता के भूंख की चिंता है। इसलिए विपक्ष के घमंडिया गठबंधन द्वारा आमजन के हित में लाए गए विधेयकों पर चर्चा करने की बजाए मानसून सत्र में मणिपुर के मामले को लेकर लगातार व्यवधान डाला, नारे बाजी की, वाकआउट करने के साथ-साथ महत्वपूर्ण कानून पर बहस में भाग भी नहीं लिया। इस घमंडिया गठबंधन का पर्दा फास हो चुका है और आमजन इस गठबंधन की नियत को भांप चुके है। अहम पहलू यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने अंग्रेजों के समय के कानूनों को बदलने का काम किया और नए विधेयक पारित करके आम नागरिकों को राहत देने का काम किया है।
सांसद नायब सिंह सैनी सेक्टर 3 आवास कार्यालय पर मोदी सरकार की उपलब्धियों और विपक्ष के घमंडिया गठबंधन द्वारा सदन में डाले गए व्यवधान को लेकर पत्रकार वार्ता कर रहे थे। सांसद ने कहा कि मानसून सत्र समाप्त हुआ है। इस सत्र में प्रमुख राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार संशोधन विधेयक 2023, डिजिटल व्यक्तिगत डाटा सरंक्षण डीपीडीपी विधेयक 2023, मध्यस्थता विधेयक 2023, अनुसंधान राष्ट्रीय अनुंसधान फाउंडेशन विधेयक 2023, तटीय जलकृषि प्राधिकरण संसोधन विधेयक 2023 व राष्ट्रीय नर्सिंग और मिडवाइफरी आयोग विधेयक 2023 को पारित करके एक सफल और प्रभावशाली सत्र समाप्त हुआ। इस मानसून सत्र में जहां घमंडिया गठबंधन को विधेयकों पर बहस करने का काम करना चाहिए था, वहीं इस घमंडिया गठबंधन ने मणिपुर में हुई घटना की आड़ में मानसून सत्र में व्यवधान डालने का काम किया। जैसे-जैस मानसून सत्र आगे बढ़ा, वैसे-वैसे विपक्षी गठबंधनों का चेहरा भी सामने आ गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन तमाम व्यवधानों के बावजूद सेवा, सुशासन और गरीबों के कल्याण को जहन में रखते हुए अमृत काल की तरफ आगे कदम बढ़ाने का काम किया है।
सांसद ने कहा कि विपक्ष के हंगामे के बावजूद मोदी सरकार ने आमजन के जीवन को ओर अधिक सरल एवं सुविधाजनक बनाने के लिए महत्वपूर्ण विद्यायी सुधार पारित किए। यह ने केवल आमजन के हित में काम करने के मोदी सरकार के दृढ़ संकल्प को दिखाता है, बल्कि विपक्ष के घमंडिया गठबंधन द्वारा खेली जा रही संवेदनहीन और संकीर्ण सोच वाली राजनीति को भी उजागर करता है। इस सत्र में लोकसभा और राज्यसभा के साथ 25 सरकारी विधेयक प्रस्तुत किए गए, इनमें से 23 विधेयक दोनों सदनों में पारित हुए, जबकि 7 विधेयक 11 अगस्त 2023 तक भारत के राजपत्र में अधिसूचित किए गए। सरकार ने औपनिवेशिक अपराधी कानूनों को निरस्त करने और अमृत काल के अनुरुप सुधार लाने के उदेश्य से देश में अपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार करने के लिए 3 विधेयक भी प्रस्तुत किए। यह तीनों विधेयकों को स्थाई स्थिति के पास भेजा गया है। राष्टï्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार विधेयक 2023 महत्वपूर्ण है, यह दिल्ली एनसीटी में भ्रष्टïाचार मुक्त शासन सुनिश्चित करेगा। डिजिटल व्यक्तिगत डाटा सरंक्षण विधेयक 2023 देश में डिजिटल व्यक्तिगत डाटा को सुरक्षित और विनियमित करने का प्रस्ताव करता है, इससे व्यक्तिगत डाटा के प्रसंस्करण के साथ-साथ ऐसे डाटा की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
सांसद ने कहा कि सदन के मानसून सत्र में मणिपुर की स्थिति में विपक्ष के घमंडिया गठबंधन द्वारा लगातार व्यवधान डाला, जिसमें नारेबाजी, वेल में आना, वाकआउट और महत्वपूर्ण कानून पर बहस में भाग ना लेना शामिल था। विपक्ष ने लगातार हंगामा कर दोनों सदनों के कामकाज को बाधित करने तथा देश की जनता को दिशाभ्रमित करने की कोशिश की, जिसके कारण सत्र के दौरान सदनों को कई बार स्थगित करना पड़ा। राष्टï्रीय सुरक्षा जैसे संवेदनशील विषय को ताक पर रखते हुए मणिपुर की स्थिति पर राजनीतिक लाभा उठाने के लिए विपक्ष के घमंडिया गठबंधन के प्रयास की देश भर में भत्र्सना की जा रही है, 24 व 25 जुलाई 2023 को विपक्ष के गठबंधन ने विद्यायी कार्यक्रम को रोककर इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए स्थगन प्रस्ताव के लिए कई नोटिस प्रस्तुत किए और आप पार्टी के सांसद संजय सिंह को बार-बार उल्लघंन के कारण निलंबित भी किया गया। इसी तरह आम पार्टी के सांसद सुशील कुमार रिंकू, सांसद डेरेक ओब्रायन व सांसद अधीर रंजन चौधरी को निलंबित किया गया। इसके अलावा राघव चड्डा को विशेषाधिकार हनन नोटिस भी भेजे जाएंगे।
सांसद ने कहा कि विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव आई.एन.डी.आई.ए. के घमंडिया गठबंधन के 59 सांसद सदस्य बहस के लिए शामिल हुए, प्रत्येक को बोलने का पर्याप्त समय दिया गया और फिर स्पीकर ने ध्वनि मत के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिसे बहुमत ने अस्वीकार कर दिया। मानसून सत्र 2023 पूर्णत: सफल रहा। संसद में 20 नए कानून संसद के दोनों सदनों में प्रस्तुत किए गए, दोनों सदनों में 21 विधेयक पारित किए गए। जिनमें पूर्व से लंबित कानून और नए कानून शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव और देश में हाल ही की सभी घटनाओं के खिलाफ संसद में सबसे लंबे भाषणों में से एक भाषण दिया जो 2 घंटे से भी अधिक समय तक चला। देश के गृहमंत्री अमित शाह ने भी विपक्ष के घमंडिया गठबंधन के सभी प्रश्नों का उत्तर दिया। उन सभी मिथकों को खारिज कर दिया जो घमंडिया गठबंधन के सदस्य फैला रहे थे। भाजपा के जिलाध्यक्ष रवि बतान ने प्रेस वार्ता के विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला और सांसद नायब सिंह सैनी को नए कानूनों पर चर्चा के लिए निमंत्रण दिया। इस मौके पर विधायक सुभाष सुधा, भाजपा के युवा प्रदेश कार्यकारणी सदस्य साहिल सुधा, जिला महामंत्री जसविंद्र सैनी, मंडल अध्यक्ष देवेंद्र, रजनीश, विशाल सिंगला, रामदत्त सैनी, भूपेंद्र पलवल, गुलशन सैनी, रिंकू कश्यप, उत्सव शर्मा आदि उपस्थित थे।