अमर्यादित बयान और दुर्वासा मोड पर आना भारी पड़ सकता है रणदीप सुरजेवाला को
तब कांग्रेस की रैली के मंच से सुरजेवाला ने कहा था कि मैं महाभारत की इस धरती से श्राप देता हूं
भाजपा को जो वोट देता है, भाजपा जजपा का जो समर्थक है, वह राक्षस प्रवृत्ति का व्यक्ति है,यह कहते हुए सुरजेवाला ने दिया था श्राप
देश के चुनिंदा बेहतरीन प्रवक्ताओं में से एक हैं सुरजेवाला,फिर भी इस तरह की टिप्पणी
विवाद में फंसे रणदीप की प्रतिक्रिया को मणिशंकर अय्यर टाइप टिप्पणी करार दिया जा रहा है
रणदीप सुरजेवाला ने यह टिप्पणी करके भाजपा जजपा को दिया घेरने का आसान अवसर
राजेश शांडिल्य की फेसबुक वाल से
चंडीगढ़।पांच हजार साल पहले जो महाभारत की रणभूमि रही वहां कांग्रेस की रैली में राज्यसभा सांसद नेता रणदीप सुरजेवाला ने काफी तीखा बयान देकर अपने विरोधी दल भाजपा,उसके समर्थकों और वोटरों को श्राप देना भारी पड़ता दिख रहा है। अब इस बयान को अमर्यादित बताते हुए महाभारत काल में पांडवों की राजधानी इंद्रप्रस्थ यानी आज की दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र वासी संजय ने आरोपों का चक्रव्यूह बना कर रणदीप सुरजेवाला को घेरा है।
सुरजेवाला के खिलाफ थाना में दी शिकायती में भाजपा कार्यकर्ता संजय ने आरोप लगाया है कि सुरजेवाला ने सार्वजनिक रूप से अपने भाषण के दौरान अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए कहा था कि भाजपा को जो वोट देता है, भारतीय जनता पार्टी का जो समर्थक है, वह राक्षस प्रवृत्ति का व्यक्ति है। मैं महाभारत की इस धरती से श्राप देता हूं। शिकायतकर्ता संजय ने कहा कि सुरजेवाला के इस बयान से मेरे और भाजपा के करोड़ों समर्थकों के मान-सम्मान को ठेस पहुंची है। संजय ने सुरजेवाला के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
संजय गुप्ता के आरोपों पर हुई कार्रवाई में से सुरजेवाला कैसे निकलेंगे,इस पर नजर सभी की रहेगी। मगर भाषण के दौरान जिस तरह से रणदीप सुरजेवाला ने महाभारत भूमि का जिक्र कर धुआंधार चिरपरिचित अंदाजा में बयान दिया था,उसके बाद आज हुई कार्रवाई भी महाभारत के समय केंद्र बिंदु रहे इंद्रप्रस्थ यानी आज की दिल्ली में भाजपा कार्यकर्ता संजय गुप्ता ने कराई है।महाभारत काल के संजय का पूरा नाम संजय गावलगण था। संजय गावलगण अर्जुन के बचपन के अभिन्न मित्र थे,धर्मग्रंथों में यह उल्लेख मिलता है कि अर्जुन के जिस कक्ष में नकुल और सहदेव को भी जाने की अनुमति नहीं थी,वहां संजय गावलगण की सीधी एंट्री थी। अब कांग्रेस के फायर ब्रांड नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के खिलाफ सीधा मैदान में उतरे संजय गुप्ता की सीधी एंट्री सत्ता पक्ष के किस दिग्गज तक है,यह तो सत्ता पक्ष के लोग जानते होंगे,मगर फिलवक्त तो सुरजेवाला की मुश्किलें बढ़ गई है।
जहां तक रणदीप सुरजेवाला के पुराने संबोधन और प्रतिक्रियाओं की बात की जाये, वह देश के चुनिंदा बेहतरीन प्रवक्ताओं में से शुमार है। काफी सोच समझकर नपी तुली प्रतिक्रिया देने और विपक्ष को मौका ना देने में रणदीप सुरजेवाला को महारथ हैं। मगर ताजा विवाद में फंसे रणदीप सुरजेवाला की यह विवादित टिप्पणी कांग्रेस के ही मणिशंकर अय्यर टाइप नेताओं में शुमार हो चुकी है। कहीं ना कहीं भाजपा के अलावा कांग्रेस में ही हर पल उन्हें घेरने को तत्पर रहने वाले नेताओं के मन ही मन में लड्डू भी फूट रहे हैं,क्योंकि रणदीप सुरजेवाला उक्त टिप्पणी के बाद भाजपा के निशाने पर हैं और बयानों के बाद अब कानूनी रुप से घेराबंदी का आसान अवसर सुरजेवाला ने खुद दे दिया है।यही विरोधी अगले दिनों में सुरजेवाला से यह पूछ सकते हैं कि आप अचानक ऋषि दुर्वासा मोड पर क्यों आ गए थे जनाब ? खासकर उन हालात में जब हाल ही में सुरजेवाला के नेता राहुल गांधी एक विवादित बयान के बाद सदस्यता गंवाने की कार्रवाई झेल चुके हों और मुश्किल से यह सदस्यता एक चेतावनी के साथ कुछ दिन पहले ही बहाल हुई हो।