न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 24 नवंबर। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के मानव संसाधन विकास केन्द्र व शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में चलाए जा रहे प्रथम ऑनलाइन गुरु दक्षता फैकेल्टी इंडक्शन प्रोग्राम में मंगलवार को प्रतिभागियों ने माइक्रो टीचिंग की आकर्षक प्रस्तुतियों के माध्यम से अपने शिक्षण कौशलों को दर्शाया, जिनका मूल्यांकन डॉ. बीएस यादव ने किया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों के प्रस्तुतियों की सराहना की व माइक्रो टीचिंग के बारे में अपना उद्बोधन भी प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि माइक्रो टीचिंग के माध्यम से अपने पढ़ाने के तरीके को विकसित कर विद्यार्थियों को बेहतर ढंग से समझाया जा सकता है।
दोपहर बाद के सत्र में प्रोफेसर आरके चौबीसा द्वारा प्रेरणादायक एवं उत्साहवर्धक वक्तव्य प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया की जब हम ज्ञान व कौशल प्राप्त कर लेते हैं तब अभिवृत्ति अपने आप हमारे व्यवहार के अंदर आ जाती हैं व उसके बाद हम ज्ञान अर्जित कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि हमें ऐसा वक्तव्य कभी भी नहीं देना चाहिए जिससे कि प्रतिभागियों को नींद आने लगे। हमें हमेशा तैयारी करके ही वक्तव्य देना चाहिए। अच्छा लेक्चर देने के लिए पेडागोजी की बजाए एंड्रागोजी का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने प्रभावी व्याख्यान तैयार करने और प्रस्तुत करने के तरीकों के बारे में प्रतिभागियों को समझाया।
अंतिम सत्र में प्रोफेसर अमित कौत्स ने बताया कि ई-लर्निंग आजकल बहुत लोकप्रिय हो रही है। लेक्चर, प्रश्न-उत्तर हल करना, किसी विषय पर चर्चा करने से लेकर अन्य कार्य, आदि सब ई-लर्निंग प्लेटफार्म पर उपलब्ध है। ये सिर्फ छात्रों के लिए ही नहीं बल्कि पैरेंट्स के लिए भी काफी मददगार है। लेकिन यह क्लासरूम सेवाओं से बेहतर नही हो सकता। कार्यक्रम में वक्ताओं का स्वागत व धन्यवाद कार्यक्रम के संयोजक डॉ. राजवीर व सह-संयोजक डॉ. आनंद ने किया।