अपनों से दुत्कारे व घरों से निकाले बुजुर्गों को आश्रय देने वाले प्रेरणा वृद्धाश्रम में माता-पिता के सम्मान के लिए अशरफी का लाडला डॉक्यूमेंट्री बनी
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र । कुरुक्षेत्र का प्रेरणा वृद्धाश्रम जो अपनों से दुत्कारे व घरों से निकाले बुजुर्गों को आश्रय देने के साथ एक नया कदम उठाते हुए इतिहास रचा है। प्रेरणा संचालकों में प्रमुख शिल्पा एवं आदित्य ने अपने पिता की जीवनी पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है। इस में आज के युवाओं को सशक्त संदेश दिया है कि माता-पिता का सम्मान और उनकी सेवा ही जिंदगी का वास्तविक लक्ष्य होना चाहिए। वृद्धाश्रम के रामस्वरूप सभागार में सैंकड़ों लोगों की मौजूदगी में अशरफी का लाडला के नाम से बनी डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। डॉक्यूमेंट्री वीडियो का लोकार्पण मूर्ति देवी जी ने बटन दबाकर किया। इस वीडियो के निदेशक प्रमुख फिल्म मेकर भाई केशव मेहता हैं। प्रेरणा के संचालक एवं संस्थापक, साहित्यकार डा. जय भगवान सिंगला के जीवन पर यह डॉक्यूमेंट्री बनाई गई है।
इस अवसर पर हरिदेव शास्त्री ने अपने विचार रखते हुए कहा कि मैं इस परिवार से लगभग 40 साल से परिचित हूं। समाज में बुजुर्गों की सेवा के साथ बड़ों के मान सम्मान का दे रहा है। मस्तनाथ यूनिवर्सिटी के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. बाबूराम ने कहा कि हरियाणा के सुप्रसिद्ध साहित्यकार डा. जय भगवान सिंगला ने अपने पूज्य पिता लाला राम स्वरूप सिंगला पर प्रणम्य को प्रणाम पुस्तक लिखकर एक नया उदाहरण पेश किया है और इस पुस्तक पर जीवनी साहित्य के नाम से शोध करने के साथ ही समाज को पिता पुत्र पर रिकॉर्ड रचित साहित्य पर भी शोध संदेश दिया है।
इस अवसर पर सिंगला परिवार के जन्म स्थान फरल गांव के पूर्व सरपंच चौधरी कुलदीप सिंह ने सिंगला परिवार की पृष्ठभूमि के बारे में बताते हुए कहा कि यह कई पीढ़ियों से दानी परिवार है। अनेकों धर्मशाला, घाट, मंदिर, कुएं, स्कूल और गौशाला बनवाने के लिए दान देने के बाद भी नाम गुप्त रखा है। शिल्पा सिंगला ने परिवार के संस्कारों से प्रभावित होकर डॉक्यूमेंट्री बनाई है। यह मात्र एक डॉक्यूमेंट्री नहीं है बल्कि आज के नौजवानों को एक सशक्त संदेश है कि वह कभी भी अपने माता-पिता को ना भुलाएं। सदा उनकी सेवा, सुरक्षा और सम्मान करें। इस अवसर पर जींद से लोकप्रिय गायिका सुशीला जांगड़ा एवं हरियाणा कला परिषद की ओर से आए कलाकारों ने सुंदर प्रस्तुति दी। डा. मोहित गुप्ता ने मंच संचालन किया।
इस अवसर पर डा. मुनि का भारद्वाज, साहित्यकार लाजपत राय, नरेश भारद्वाज, डा. सी.डी.एस. कौशल, ज्वेल सिंगला, अंजलि सिंगला, अनिल कुमार, राज मान्डी, प्रवीण गुप्ता, निर्मला गुप्ता, सुशीला जांगड़ा, रोशन कौशल, डा. मधु मल्होत्रा, अन्नपूर्णा शर्मा, डी.आर., ममता सूद, राधा अग्रवाल, राजेश सिंघल एडवोकेट, सीमा सिंघल, राजेश सिंगला, आशा सिंगला, रामलाल सिंगला, रामपाल सिंगला,डा. विजय दत्त शर्मा, चौधरी मेहर सिंह मलिक, पटियाला से मदनलाल गुप्ता, राजरानी गुप्ता, दिल्ली से डा. अनिल सिंगला एवं किरण सिंगला इत्यादि भी मौजूद रहे।