देश की एकता और अखंडता के उद्घोष के साथ “मेरी माटी मेरा देश” अभियान के अंतर्गत वीरांगनाओं को सम्मानित कर भारत माता की आरती,वंदे मातरम गीत,दीप प्रज्वलन के साथ हुआ नेताजी का जयघोष किया गया
न्यूज डेक्स संवाददाता
नारनौल। देश की एकता और अखंडता के संकल्प के साथ नारनौल के ऐतिहासिक नेताजी सुभाष चंद्र बोस पार्क में ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के अंतर्गत नेताजी के 78वें बलिदान दिवस पर शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों की वीरांगनाओं और परिवार के सदस्यों आजाद हिंद फौज के सेनानी राव बहादुर सिंह की सुपुत्री कमलेश देवी,आजाद हिंद फौज की वीरांगना वयोवृद्ध सीता देवी,बर्फी देवी, संतरा देवी,सावित्री देवी,राजबाला यादव,मलखान सिंह यादव को सम्मानित किया गया।यह जानकारी देते हुए स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा सरकार एसटीएफ के सदस्य डा.आरके जांगड़ा ने बताया कि देश भर में राष्ट्रवादी प्रधानमंत्री मोदी के आवाहन पर ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में स्वतंत्रता दिवस और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बलिदान दिवस पर सम्मान कार्यक्रम आयोजित किए गए,जबकि कार्यक्रम में पहुंचने में स्वास्थ्य कारणों से असक्षम रहीं वीरांगनाओं को घर जाकर सम्मानित करने का सिलसिला जारी है। उन्होंने बताया कि नेता जी के बलिदान दिवस पर उनकी प्रतिमा पर भारत माता की आरती,वंदे मातरम गीत,दीप प्रज्वलन एवं पुष्पांजलि अर्पित की गई। वहीं आजाद हिंद फौज स्वतंत्रता सेनानियों की वीरांगना परिवारों आजाद हिंद फौज के सेनानी राव बहादुर सिंह की सुपुत्री शिक्षाविद् उर्मिला यादव के अलावा आजाद हिंद फौज के सैनिक स्व.अमरनाथ की वीरांगना वयोवृद्ध सीता देवी 98 वर्ष को ‘ग्रीन नारनौल-क्लीन नारनौल,ग्रीन इंडिया-क्लीन इंडिया एवं स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा सरकार के सौजन्य से सम्मानित किया गया।डा.जांगड़ा के मुताबिक अगले दिनों में भी स्वतंत्रता सेनानी परिवारों से संपर्क कर उनका कुशलक्षेम और उनके जीवन की गौरवगाथा के संस्मरणों को ताजा करने का क्रम जारी रहेगा।
नारनौल में आयोजित नेताजी के बलिदान दिवस कार्यक्रम में भारत माता की जय,वंदे मातरम जय हिंद और “तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा” के गुंजायमान नारों से स्मारक देशभक्ति में हो गया। कार्यक्रम में शिक्षाविद उर्मिला यादव ने कहा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की बदौलत ही देश आजाद हुआ।उन्होंने नेताजी के साथ अपने पिता के विताये क्षणों को बताते हुए उनकी आंखें भाव विभोर हो गई। उन्होंने बताया राव बहादुर सिंह नेताजी के निकट सहयोगी सिपाही थे। इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्यों एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.जया शर्मा ने कहा नेताजी नहीं होते तो आज देश गुलामी की जंजीरों से मुक्त नहीं होता।उन्होंने अंग्रेजों को देश से खदेड़ कर 30 दिसंबर 1943 को अंडमान में तिरंगा फैलाकर देश की आजादी की घोषणा की थी।उन्होंने कहा भारत देश उनके बलिदान दिवस पर उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा लेते हुए युवा पीढ़ी को देशभक्ति की प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ.आर.के.जांगड़ा विश्वकर्मा,सदस्य,स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा सरकार एसटीएफ ने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम मनोहर लाल से नेताजी सुभाष चंद्र बोस व 1857 की क्रांति के बलिदानों की याद में राष्ट्रीय स्मारक बनाने की मांग की गई।उन्होंने कहा नेताजी सुभाष चंद्र बोस अपने सहयोगी आजाद हिंद फौज के सेनानी शंकर लाल संघी के नारनौल स्थित आवास पर 3 दिन का प्रवास रहा था।डॉ.विश्वकर्मा ने कहा ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के अंतर्गत जारी सम्मान की कड़ी में आजाद हिंद फौज की वीरांगनाओं को सम्मानित करने और उनकी दीर्घायु की कामना करने का सौभाग्य मुझे मिला है।राष्ट्रवादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में 9 अगस्त से 30 अगस्त तक मेरी माटी मेरा देश अभियान के अंतर्गत आजादी के रणबाकुरों,स्वतंत्रता सेनानियों,गुमनाम सेनानियों,महापुरुषों एवं अमर वीर शहीदों की स्मारक से मिट्टी एकत्रित कर दिल्ली स्थित राष्ट्रीय स्मारक के पास उनका सम्मान देने हेतु पीएम मोदी की अगवाई में ‘अमृत वाटिका’ बनाई जावेगी। उन्होंने कहा पीएम मोदी के नेतृत्व में 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने के लिए जन आंदोलन बनाने का दिया जलाना है। पीएम मोदी के अनुसार सबका साथ सबका विकास भाजपा के लिए एक नारा नहीं है और इसे हर पल आत्मसात करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में देश के अमर बलिदानीयों की याद में ‘मेरी माटी मेरा देश’ के अंतर्गत पौधारोपण कर पर्यावरण व जल संरक्षण एवं स्वच्छता का भी संदेश दिया गया।
डॉ.विश्वकर्मा ने कहा देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करके भारत की एकता और अखंडता को सुदृढ़ करने के संकल्प के साथ आत्मनिर्भर भारत के मार्ग पर चलने की आवश्यकता है।देश की रक्षा करने वालों का सम्मान कर सभी देशवासी सभ्य नागरिक होने का कर्तव्य निभाएंगे। हम गुलामी की मानसिकता को जड़ से मिटाकर देश को विकसित राष्ट्र बनाएंगे।नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 21 अक्टूबर 1943 को अंडमान में अस्थाई सरकार का गठन किया और 30 दिसंबर 1943 को अंग्रेजों से अंडमान निकोबार दीप समूह को आजाद करवा कर वहीं तिरंगा फहराया। उन्होंने कहा नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं से अत्यधिक प्रभावित थे उन्हें अपना आध्यात्मिक गुरु एवं चितरंजन दास को राजनीतिक गुरु मानते थे। पीएम मोदी द्वारा इंडिया गेट पर जॉर्ज पंचम की प्रतिमा को हटाकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 28 फुट ऊंची प्रतिमा देश को समर्पित कर देश का दुनिया भर में सीना गर्व से ऊंचा कर दिया।यह भारत के इतिहास में मिल का पत्थर साबित होगी।
डॉ.विश्वकर्मा ने युवा पीढ़ी से नेताजी सुभाष चंद्र बोस के आदर्शों पर चलकर देश कों सशक्तता के साथ विश्व गुरु बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने की आवश्यकता बताया।कार्यक्रम में सांयकाल द्वीप जलाकर एवं राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर जगपाल यादव,डॉ.जया शर्मा,उर्मिला यादव,सतीश वाल्मीकि,महेंद्र कुमार,रितिक,रिद्धि कुमारी, खुशी,संगीता,गुलशन कौर, कांता देवी,शीला रानी,फूलवती देवी, देवकीनंदन,संतरा देवी,संतोष देवी,केला देवी,ओमवती,सरोज कश्यप,सरिता यादव, अनीता शर्मा,अर्चिता रानी,निधि शर्मा सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।