हिंदू संगठनों ने की थी ब्रज मंडल यात्रा और जलाभिषेक की घोषणा
गृह विभाग के एसीएस टीवीएसएन प्रसाद ने लिया यह फैसला-डीसी धीरेंद्र खड़गटा
न्यूज डेक्स संवाददाता
नूंह। आखिरकार ब्रजमंडल यात्रा की घोषणा के बाद हिंदू संगठनों को एक तरह से चेताने का काम सरकार ने इंटरनेट सेवा बंद करने के साथ धारा 144 लगाकर किया है। जाहिर है कि 28 अगस्त को श्रावण मास का अंतिम सोमवार है और इस मौके पर कई हिंदू संगठन ब्रज मंडल यात्रा और जलाभिषेक करने की घोषणाएं कर रहे थे,लेकिन 31 जुलाई को यहां हुई घटना के बाद जो हालात नूंह और आसपास क्षेत्र में बने थे उससे सबक लेते हुए हुए अब उपरोक्त निर्णय लिया गया है। हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह विभाग श्री टीवीएसएन प्रसाद की ओर से जिला नूंह में भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1885 की धारा 5 के साथ दूरसंचार सेवाओं के अस्थायी निलंबन (सार्वजनिक आपातकाल या सार्वजनिक सुरक्षा) नियम, 2017 के नियम (2) के तहत मोबाइल इंटरनेट सेवाएं 2जी, 3जी, 4जी, 5जी, सीडीएमए व जीपीआरएस व बल्क एसएमएस (बैंकिंग व मोबाइल रिचार्ज को छोडक़र) तथा मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाओं को निलंबित करने के आदेश पारित किए गए हैं। इस संबंध में उचित कार्यवाही के लिए हरियाणा की सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को इन आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
नूंह के उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने बताया कि अतिरिक्त गृह सचिव विभाग हरियाणा द्वारा जिला नूंह क्षेत्र में शांति व सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए यह आदेश जारी किए गए हैं। जिला में यह आदेश आज 26 अगस्त को 12 बजे से 28 अगस्त 2023 को रात्रि 12 बजे तक लागू रहेंगे। इन आदेशों का उल्लंघन करने पर संबंधित प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि 28 अगस्त को कुछ संगठनों द्वारा निर्धारित शोभा यात्रा के मद्देनजर तनाव, आंदोलन, क्षति होने की आशंका के मद्देनजर सार्वजनिक व निजी संपत्ति की सुरक्षा तथा कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह आदेश पारित किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि इंटरनेट सेवाओं के दुरुपयोग से भडक़ाऊ सामग्री, झूठी अफवाहों के प्रसार से जिला नूंह में सार्वजनिक संपत्तियों व सुविधाओं को नुकसान, कानून एवं शांति व्यवस्था में गड़बड़ी की संभावना रहती है। इसके अलावा मोबाइल फोन, एसएमएस, व्हाट्सएप, फेसबुक ट्विटर आदि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से भी गलत सूचना व अफवाहों के प्रसार के साथ भीड़ को इकट्ठा व संगठित कर किसी अन्य को गंभीर क्षति पहुंचाने, आगजनी या बर्बरता व अन्य प्रकार की हिंसक गतिविधियों में शामिल होकर सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने की संभावना को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं प्रतिबंधित की गई हैं। सार्वजनिक सुविधा व लोगों की बुनियादी घरेलू जरूरतों के अनुसार व्यक्तिगत एसएमएस, मोबाइल रिचार्ज, बैंकिंग एसएमएस, वॉयस कॉल, कॉर्पोरेट और घरेलू ब्रॉडबैंड व लीज लाइनों द्वारा प्रदान की जाने वाली इंटरनेट सेवाओं को इसमें छूट दी गई है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों जो हालात यहां पैदा हुए थे,उसके बाद करीब दो सप्ताह तक यहां इंटरनेट सेवाएं बंद रही थी स्वतंत्रता दिवस से दो दिन पहले इंटरनेट सेवाएं दुबारा बहाल की गई थी,लेकिन अब एक बार फिर यह सुविधा ठप रहेगी। इसका असर शैक्षणिक गतिविधियों के साथ नेट बैंकिंग सेवा,रोजमर्रा के सरकारी और गैर सरकारी कामकाज के अलावा दूसरे काम धंधों पर भी पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि नूंह हिंसा में के बाद यहां स्थिति काफी तनावपूर्ण बनी रही। अभी तक 61 से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं,जबकि 300 से ज्यादा की धरपकड़ हुई है। हिंसा के दौरान जहां गृह रक्षी विभाग के दो जवानों सहित 6 लोगों की मौत हो गई थी,वहीं करीब 100 से ज्यादा लोग जख्मी भी हुए थे।