प्रदेश में हर व्यक्ति अपने हक के लिए सड़क पर उतरने को मजबूर : गेहल सिंह संधू
आशा वर्कर्स साथ न दे तो सरकार को पता भी नहीं चलेगा हरियाणा में बच्चे कितने पैदा हुए : गेहल सिंह संधू
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। आम आदमी पार्टी के लीगल सेल के प्रदेश उपाध्यक्ष गेहल सिंह संधू ने वीरवार को बयान जारी करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी शुरू से ही आशा वर्कर्स के धरने को समर्थन दे रही है। प्रदेश के हर जिले में ये आंदोलन चल रहा है। ये दुर्भाग्य है कि हरियाणा में ऐसी सरकार है किसान को मुआवजा लेने के लिए, क्लर्कों को सैलरी बढ़वाने के लिए, कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम के लिए, विद्यार्थियों को पेपर करवाने के लिए और युवाओं को रोजगार के लिए धरना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि मंत्री संदीप सिंह द्वारा गलत हरकत करने पर महिला जूनियर कोच को अपने मान सम्मान की लड़ाई के लिए भी आठ महीन से संघर्ष करना पड़ रहा है। उसी को सस्पेंड कर दिया, उसी का स्टेडियम में आना बंद कर दिया। सारी सरकार महिला कोच के पीछे पड़ गई और संदीप सिंह चार्जशीट फाइल होने के बाद आज भी मंत्री बना बैठा है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को दिल्ली में आठ साल हो गए। वहां डेढ़ दो हजार मोहल्ला क्लीनिक बनाने थे ताकि लोगों को इलाज के लिए दूर न जाना पड़े। लेकिन वहां लड़ाई झगड़ा करने के बाद 500 मोहल्ला क्लीनिक ही बना पाए। क्योंकि वहां भाजपा सरकार काम ही नहीं करने देती। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार को डेढ़ साल हो गए और वहां 700 मोहल्ला क्लीनिक बना दिए हैं।
उन्होंने कहा कि यदि आशा वर्कर्स साथ न दे तो इस सरकार को ये भी पता नहीं चल सकता कि हरियाणा में बच्चे कितने पैदा हुए। कोई भी सर्वे करवाना हो तो सरकार सबसे पहले दौड़ते हुए आशा वर्कर्स के पास आती है। यदि किसी से इतना काम लेते हो तो उसको उसके बराबर सम्मान मिलना चाहिए। ये कहते हैं कि एजुकेशन क्वालीफिकेशन नहीं है इसलिए नहीं देते, ये लोग झूठ बोलते हैं। 8वीं की एजुकेशन क्वालीफिकेशन पर भी सरकार ऐसी नौकरी सरकार निकालती है जिनकी 20 से 25 हजार रुपए सैलरी है। यदि सरकार करना चाहती है तो कर सकती है। उन्होंने कहा कि 2024 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही पहली कलम से आशा वर्कर्स की मांगों को पूरा किया जाएगा।