भजन संध्या, 48 कोस तीर्थ और भगवान वामन पर आधारित प्रदर्शनी रहेगी आकर्षण का केंद्र
रंगोली प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी जोड़े गए इस बार
दो दशक बाद वर्ष 2021 में श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा ने जागृत किया था वामन द्वादशी मेला, राज्यपाल ने किया था शुभारंभ
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की ओर से मनाया जाने वाला श्रीवामन द्वादशी मेले इस बार और बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा। दो दिवसीय मेले का आगाज इस वर्ष पांच दिन पहले ही हो जाएगा। श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा और केडीबी की ओर से मंगलवार को मेले के आयोजन को लेकर बोर्ड कार्यालय में सामाजिक एवं धार्मिंक संस्थाओं की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता केडीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अखिल पिलानी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, सभा के प्रधान श्याम सुंदर तिवारी और वरिष्ठ महासचिव रामपाल शर्मा ने कार्यक्रम की पूरी रूपरेखा तैयार की साथ ही संस्थाओं की जिम्मेदारियां लगाई गई।
इस बार यह रहेंगे आकर्षण का केंद्र
25 और 26 सितंबर को मनाए जाने वाले श्रीवामन द्वादशी मेले में इस बार मुख्य आकर्षण का केंद्र भगवान वामन के जीवन पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति रहेगी। इसके साथ ही बैठक के दौरान सुझाव आए, जिसके चलते इस बार मेले में पांच दिन पहले ही 20 सितंबर को अस्थाई मेला सजाने को लेकर सहमति बनी। साथ ही 25 और 26 को भजन संध्या होगी और 48 कोस तीर्थ व भगवान वामन पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई। जाएगी। फूड स्टाल भी लगाई जाएंगी, जिसमें अलग-अलग विख्यात व्यंजनों को परोसा जाएगा। इस बार स्कूली विद्यार्थियों की रंगोली और सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं भी करवाई जाएंगी।
वामन पुराण में मिलता है कुरुक्षेत्र के कई तीर्थों का वर्णन, इसलिए यहां बड़े स्तर पर मनाया जाना चाहिए आयोजन : उपेंद्र सिंघल
केडीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अखिल पिलानी ने कहा कि कोई भी बड़ा आयोजन बिना सामाजिक और धार्मिंक संस्थाओं के संभव नहीं होता। श्रीवामन द्वादशी मेले को विहंगम बनाने के लिए सभी संस्थाओं को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि यह एक त्योहार है और इस त्योहार को हर संस्था को मनाया जाना चाहिए। केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने कहा कि भगवान वामन श्रीविष्णु जी के पांचवें अवतार हैं। उनका जुड़ाव इसलिए भी यहां से है क्योंकि कुरुक्षेत्र के बहुत से तीर्थों का वर्णन वामन पुराण में मिलता है। ऐसे में भगवान वामन के इस द्वादशी मेले को बड़े स्तर पर मनाया जाना चाहिए। श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा ने इस मेले को वर्ष 2021 में दो दशक बाद पुर्नजागृत किया था। इसलिए कुछ कार्यक्रम इस बार और जोड़े गए हैं।
इन संस्थाओं के पदाधिकारी पहुंचे बैठक में
जीओ गीता से पवन शर्मा, विजय बवेजा, नगली वाली कुटिया से महाराज दिव्यानंद, गुर्जर धर्मशाला से कुलदीप, जिंदर, लायंस क्लब से सुरजीत सिंह, श्रीजयराम विद्यापीठ से राजेश सिंगला, केडीबी के पूर्व सदस्य राजेश शांडिल्य एवं प्राचीन श्रीदुर्गा माता एवं राधा कृष्ण मंदिर से विनीश गौड़, पिछड़ा वर्ग महासभा के प्रदेशाध्यक्ष रामकुमार रंबा, केडीबी सदस्य डा. एमके मोदगिल, रिषीपाल मथाना, सदस्य बलबीर, परमजीत सिंह मौजूद रहे।