सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई की जाए मुख्यमंत्री, गृहमंत्री व उच्चाधिकारियों से : अरोड़ा
बोले, किसानों पर नहीं बल्कि दर्ज किए जाएं मुख्यमंत्री व गृहमंत्री पर
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 29 नवंबर। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा देश के अन्नदाता किसान को आतंकवादी व राष्ट्रद्रोही बताने की कड़ी निंदा करते हुए पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री का ब्यान शर्मनाक है और इससे पूरे हरियाणा की जनता का सिर शर्म से झुक गया है। मुख्यमंत्री को अपने इस ब्यान के लिए देश के इस अन्नदाता से माफी मांगनी चाहिए। अशोक अरोड़ा अपने निवास स्थान पर पत्रकारों से वार्तालाप कर रहे थे।इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के संगठन सचिव सुभाष पाली, पूर्व नगर पार्षद नरेंद्र शर्मा निंदी, पूर्व पार्षद विवेक मैहता विक्की, युवा कांग्रेसी नेता पवन चौधरी ने भी मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए इस ब्यान की कडी आलोचना की।
अरोड़ा ने कहा कि जो भी संगठन भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन करता है उसे भाजपा वाले राष्ट्रद्रोही करार दे देते हैं। जैसे राष्ट्रभक्ति का ठेका केवल भाजपा वालों के पास हो। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी यह कहकर गुमराह कर रहे हैं कि आंदोलन में हरियाणा का कोई किसान शामिल नही है। अरोड़ा ने कहा कि जब हरियाणा के किसान आंदोलन में शामिल ही नही हैं तो फिर पुलिस द्वारा हरियाणा के किसानों पर हत्या के प्रयास जैसे संघीन मुकदमे दर्ज क्यों किए जा रहे हैं। हरियाणा के हजारों किसान इस आंदोलन में शामिल हैं। ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री का गुप्तचर तंत्र फेल होकर रह गया है और जिस मुख्यमंत्री को प्रदेश की वास्तविक स्थिति की जानकारी ही नही ऐसे मुख्यमंत्री को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नही है।
उन्होंने कहा कि मुकदमे किसानों पर नही बल्कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गुहमंत्री अनिल विज, डीजीपी, चीफ सेक्रेटरी तथा संबंधित जिलों के डीसी व एसपी पर दर्ज किए जाने चाहिए और सरकार संपत्ति का जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई भी इनसे ही की जानी चाहिए। अरोड़ा ने कहा कि इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि स्वयं सरकार द्वारा रास्तों को रोका जा रहा था और किसान रास्ते खोल रहे थे। शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों को रोकने के लिए सरकार ने सडकें फाड डाली व गहरे गड्ढे खोद दिए।
पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार की नाकामी के कारण हजारों ट्रक सडकों पर खडे हैं। कश्मीर से दिल्ली जा रहा करोडों रूपए का सेब खराब हो रहा है। इन सबके लिए हरियाणा सरकार पूर्ण रूप से जिम्मेवार है। अशोक अरोड़ा ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मांग की कि बिना शर्त किसान संगठनों के साथ वार्ता शुरु करे और लोकसभा में चौथा कानून पास करवाए जिसमें किसानों की फसलों के एमएसपी की गारंटी दी जाए।