साइबर क्राइम को लेकर छात्राओं को किया जागरुक
मिमिक्री प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार बीए इक्नामिक्स द्वितीय वर्ष की तान्या और द्वितीय पुरस्कार बीएसी द्वितीय वर्ष की शायना ने प्राप्त किया
न्यूज डेक्स संवाददाता
यमुनानगर। डीएवी कॉलेज के वुमेन स्टडीज सेंटर व वुमन सेल के संयुक्त तत्वाधान में साइबर सुरक्षित महिलाओं पर एक चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके जरिए महिलाओं को आज के दौर में बढते साइबर क्राइम से खुद को सुरक्षित रखने के लिए जागरूक किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता कालेज प्रिंसीपल डॉ. मीनू जैन ने की। कार्यक्रम का संचालन वुमन सेल कन्वीनर डॉ मीनाक्षी सैनी व वुमेन स्टडीज सेंटर कन्वीनर डॉ. मीनू गुलाटी की देखरेख में हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में अपर पुलिस अधीक्षक, हिमाद्री कौशिक ने कार्यक्रम में शिरकत की।
हिमाद्री कौशिक ने कार्यक्रम में छात्राओं को साइबर क्राइम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह दो प्रकार का होता है। एक वित्तीय साइबर क्राइम और दूसरा सेक्सुअल क्राइम। उन्होनें छात्राओं को जागरुक रहने का आहवान करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार से फोन का गलत उपयोग करने पर अपराध भी हो सकता है। किसी बैंक, कंपनी या कहीं से कोई संदेश या फोन आता है। बिजली, लोन या अन्य किसी प्रकार से पैसे मांगे जाते है, या आपसे ओटीपी शेयर करने को कहा जाता है तो कभी मत दें। महिलाओँ को अक्सर इस प्रकार के जाल में फंसा लिया जाता है। कोई भी व्यक्ति कम पैसे में सस्ता समान, गाडी, फोन आदि देने की बात कर रहा है तो कभी भी अपना अकांउट नंबर या ओटीपी न दें। दूसरा उन्होंने महिलाओँ के प्रति होने वाली सेक्सुअल क्राइम की जानकारी देते हुए कहा कि फोन पर किसी भी प्रकार के अपराध को रोकने के लिए हमें स्वयं जागरूक रहना होगा। सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि पर अपनी फोटो शेयर ना करें बहुत से लोग इन फ़ोटो का गलत इस्तेमाल करते है। किसी अनजान व्यक्ति की वीडियो कॉल ना लें। उसका भी गलत इस्तेमाल किया जाता है, अक्सर देखा गया है कि इस प्रकार के अपराध करने वाले महिलाओं की जान पहचान के ही होते है। इन सब बातों के प्रति जागरूक रहने के अलावा हेल्पलाइन नंबर 1930 व 112 दिया गया है। कामकाजी महिलाएं और लडकियां सभी से अनुरोध है कि वे स्वयं को रजिस्टर करें।
उन्होंने छात्राओँ को आईपीएस, आईएएस परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए मार्गदर्शन दिया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. मीनू जैन ने हिमाद्री कौशिक जी का स्वागत करते हुए उन्हें पौधा एवं स्मृति चिह्न से सम्मानित किया। इसी के साथ मिमिक्री प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम स्थान बीए इक्नामिक्स द्वितीय वर्ष की तान्या व द्वितीय स्थान बीएसी द्वितीय वर्ष की शायना ने प्राप्त किया । निर्णायक मंडल की भूमिका संगीत विभागाध्यक्ष डॉ. नीता द्विवेदी व थियेटर डाटरेक्टर इंद्रपाल ने निभाई। इस अवसर पर डॉ. विनीत, डॉ. दीपिका घई,मनजीत कौर, डॉ. शिखा एवं डॉ. रंजना आदि उपस्थित रहे।