75 दिवसीय भारतीय भाषा उत्सव में करीब 1 करोड़ विद्यार्थी एवं शिक्षक जुड़ेंगे
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से ग्रामीण आंचल की कन्याओं को उच्च शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से गतिमान सेठ नवरंग राय लोहिया जयराम कन्या महाविद्यालय में भारतीय भाषा उत्सव का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं वक्ता के रूप में बाबू अनंत राम जनता कालेज कौल के प्राचार्य डा. ऋषिपाल मौजूद रहे।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम मुख्य अतिथि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। प्राचार्या डा. सुदेश रावल ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर डा. सुनीता शर्मा, डा. अनीता शर्मा, डा. सुनीता रानी एवं अंजू सैनी भी मौजूद रही। शिक्षा निदेशालय पंचकूला के द्वारा 11 दिसम्बर तक 75 दिवसीय भारतीय भाषा उत्सव मनाने का निर्णय लिया है। जिसमें लगभग 1 करोड़ विद्यार्थी, अध्यापक गण एवं कर्मचारी जुड़ेंगे।
डा. ऋषिपाल ने मातृभाषा के महत्व पर वक्तव्य देते हुए कहा कि हम जिस क्षेत्र में रहते हैं, जो हमारी मातृभाषा है उसे हम सबको नमन करना चाहिए। मातृभाषा मां बोली शब्द सुनते ही मन में कमल से खिल उठते हैं। शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार होता है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से युवा वर्ग भारतीय संस्कृति के बारे में जान सकता है। भारतीय भाषाओं एवं मातृभाषा के प्रति अपना झुकाव प्रदर्शित करता है। अपनी भाषा में पारंगत होकर ज्ञानार्जन कर सकता है।
प्राचार्या डा. सुदेश रावल ने कार्यक्रम की संयोजिका डा. सुनीता शर्मा को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से मातृभाषा एवं भारतीय भाषाओं के प्रति प्रेम की भावना जागृत होती है। आज विदेशी भाषाओं का अधिक प्रचलन होने के कारण भारतीय भाषाएं कहीं ना कहीं पीछे हो रही है। इसलिए इस प्रकार के कार्यक्रमों से युवा वर्ग में नई स्फूर्ति एवं उत्साह का संचरण होता है।