गृह मंत्री अनिल विज से अंबाला में हाईब्रिड फ्लाइंग कार की फैक्टरी स्थापित करने के लिए विनाटा एयरोमोबिलिटी के फाउंडर व सीईओ ने की मुलाकात
अंबाला में रिंग रोड के आसपास फैक्टरी लगाने का प्रस्ताव रखा कंपनी अधिकारियों ने, हर संभव सहायता का आश्वासन दिया गृह मंत्री अनिल विज ने
न्यूज डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़। हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से आज उनके आवास पर अम्बाला में रिंग रोड के आसपास “हाईब्रिड इलेक्ट्रिक फ्लाइंग कार” की फैक्टरी स्थापित करने का प्रस्ताव रखते हुए विनाटा एयरोमोबिलिटी के फाउंडर व सीईओ योगेश रामानाथन ने मुलाकात की। दुबई से आए योगेश रामानाथन ने गृह मंत्री अनिल विज के समक्ष अम्बाला में फैक्टरी लगाने के प्रस्ताव पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि कंपनी द्वारा देश में हाईब्रिड इलेक्ट्रिक कार की दूसरी फैक्टरी स्थापित की जानी है और वह चाहते हैं कि हरियाणा के अम्बाला में यह स्थापित हो। गृह मंत्री अनिल विज ने सीईओ योगेश को आश्वस्त किया कि फैक्टरी लगाने में हरियाणा सरकार की ओर से जो संभव सहायता होगी वह दी जाएगी। उन्होंने कंपनी अधिकारियों को फैक्टरी लगाने के आवेदन से जुड़े दस्तावेज जमा कराने को कहा। गौरतलब है कि अम्बाला में बहुत जल्द डोमेस्टिक एयरपोर्ट (सिविल एन्कलेव) स्थापित होने वाला है और आगामी 15 अक्तूबर पहले नवरात्र पर डोमेस्टिक एयरपोर्ट के निर्माण कार्य का शिलान्यास समारोह है। एयर कनेक्टिविटी मिलने पर अब बड़ी कंपनियां अम्बाला की ओर रुख कर रही हैं।
कंपनी सीईओ ने गृह मंत्री अनिल विज द्वारा दिए सहयोग पर धन्यवाद जताया
सीईओ रामानाथन ने गृह मंत्री अनिल विज द्वारा दिए गए सहयोग पर धन्यवाद जताते हुए बताया कि हमारी कंपनी एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाईंग कार को विकसित कर रही है। सीईओ ने बताया कि गृह मंत्री विज से काफी विस्तृत चर्चा हुई है और कंपनी के प्रस्ताव पर उन्होंने सहयोग देने का आश्वासन दिया है। कंपनी द्वारा फैक्टरी यहां स्थापित करने के लिए आगामी कागजी कार्रवाई को जल्द आगे बढ़ाया जाएगा।
एयर एंबुलेंस, यात्रियों को ले जाने व अन्य ट्रांसपोर्टेशन में इस्तेमाल होगी फ्लाइंग कार
सीईओ ने बताया कि हाईब्रिड इलेक्ट्रिक फ्लाइंग कार यानि उड़ने वाली कार है जोकि सड़क पर गतिशीलता का भविष्य इलेक्ट्रिक वाहनों के रूप में आकार ले रही है। उड़ने वाली कारें दुनिया का भविष्य हैं और देश में भी इसकी शुरूआत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि कंपनी द्वारा फ्लाइंग कार निर्माण की एक फैक्टरी चेन्नई में लगाई गई है जोकि अभी आकार में छोटी है। मगर, कंपनी द्वारा अम्बाला में बड़ी फैक्टरी लगाने की योजना है। सीईओ के मुताबिक फ्लाइंग कार का इस्तेमाल यात्रियों को ले जाने, एयर एंबुलेंस और कारगो ट्रांसपोर्टेशन में भी किया जाएगा। यह कार जमीन पर भी चल सकेगी और आसमान में उड़ान भर सकेगी। सीईओ योगेश ने बताया कि कंपनी जो फ्लाइंग कार बना रही है वह हाईब्रिड इलेक्ट्रिकल कार होगी। इसमें आठ फिक्स पिच प्रोपेर्ल्स, लैडिंग गियर, इलेक्ट्रिक मोटर युक्त होगी। फ्लाइंग कार की अधिकतम एक घंटे की उड़ान में अधिकतम 350 किलोमीटर दूरी तक भरने की क्षमता होगी। इसे इलेक्ट्रिक मोटर व बॉयोफ्यूल का इस्तेमाल होगा।