Friday, November 22, 2024
Home haryana हुड्डा का कांटा मैंने निकाला था, अब वह शूल बन वाया कर्नाटक आया हैः राम बिलास शर्मा 

हुड्डा का कांटा मैंने निकाला था, अब वह शूल बन वाया कर्नाटक आया हैः राम बिलास शर्मा 

by Newz Dex
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कांग्रेस की फूट डालो, राज करो की नीति पर काम कर रही है पंजाब सरकार: शर्मा

एसवाईएल पर पंजाब की मान सरकार को अपनी हठ छोड़नी होगी: राम बिलास शर्मा 

न्यूज डेक्स संवाददाता

चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा ने एसवाईएल पर आए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि हरियाणा अपना हक लेकर रहेगा। वहीं उन्होंने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर हमला बोला। श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की नीति फूट डालो और राज करो की रही है। आम आदमी पार्टी पंजाब के नेता भी कांग्रेस की इसी नीति पर काम कर रहे हैं। चंडीगढ़ में सोमवार को आयोजित प्रेसवार्ता में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामबिलास शर्मा ने पूर्व सीएम हुड्डा के ब्राह्मण समाज से डिप्टी सीएम बनाने के बयान पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि पहले हुड्डा अपनी खैर मनाएं।

रामबिलास शर्मा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के हक में फैसला काफी पहले ही दे दिया था। माननीय अदालत ने दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्री को बैठकर फैसला करने को कहा था लेकिन पंजाब हमारा हक देने को राजी नहीं है तो अब सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी फटकार पंजाब सरकार को लगाई है। उन्होंने कहा कि एसवाईएल पर पंजाब सरकार को अपनी हठ छोड़नी होगी। श्री शर्मा ने कहा कि वे जल्द ही एसवाईएल मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलेंगे। 
पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश लगातार तरक्की कर रहा है। जी-20 की अध्यक्षता से भारत का गौरव बढ़ा और हर भारतवासी गौरवान्वित हुए हैं। मोदी जी ने हमारे बाजरा को भी मिलेट्स के नाम पर 2500 रुपये प्रति क्विंटल बिकवा दिया। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का आभार जताया।

रामबिलास शर्मा ने कहा कि 1 नवंबर 1966 को हरियाणा का गठन हुआ और 60-40 के अनुपात में बंटवारा हुआ। हमने सदा पंजाब को बड़े भाई का दर्जा दिया, लेकिन पंजाब की सरकारों ने इसका मान नहीं रखा। सतलुज यमुना पानी में जो हरियाणा का हक उसे देने में पंजाब आनाकानी करता रहा है। 
श्री शर्मा ने कहा कि 1986 में जनसंघर्ष समिति बनाई और चौधरी देवीलाल अध्यक्ष, डा. मंगल सेन उपाध्यक्ष और मैं स्वयं सचिव था। पूरे साल हमने एसवाईएल के लिए संघर्ष किया। 1987 में पानी को लेकर जनमत संग्रह हुआ। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने एक समझौता कराया जिसे राजीव लोंगोवाल नाम दिया गया, उस समझौते को ना पंजाब ने माना और ना ही हरियाणा ने स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने फूट डालो की नीति पर चलते हुए उस समय पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल को हटाकर बंसीलाल को मुख्यमंत्री बनाया। जब विधानसभा के चुनाव हुए तक कांग्रेस पूरी तरह से साफ हो गई और बंसीलाल भी चुनाव हार गए यही जनमत संग्रह था।

पूर्व मंत्री ने कहा कि एसवाईएल को लेकर वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी जी से भी मिले थे। कुरूक्षेत्र में अटल बिहारी वाजपेयी ने तब पंजाब के वर्तमान मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और हरियाणा के मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला से इस मुद्दे को एक साथ बैठकर हल करने के लिए कहा था। वाजपेयी जी ने कहा था यह पानी पाकिस्तान जा रहा है, लेकिन इससे हरियाणा की प्यास बूझ सकती है।  पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा ने कांग्रेस की गुटबाजी और अंदरूनी कलह को लेकर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि मैंने हुड्डा साहब का कांटा निकाला था, लेकिन अब वह शूल बनकर वाया कर्नाटक आ गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह पर रामबिलास शर्मा ने कहा कि हरियाणा जलाया गया, बीरेन्द्र सिंह को कांग्रेस ने निकाला तब हमने संभाला था। 

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