उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रदेश के किसानों को नए संसद भवन में भोज के लिए किया आमंत्रित
भोज के दौरान दिखेगा हरियाणा की कृषि विरासत का एक अनोखा उत्सव
हरियाणा के किसानों के लिए यह गौरव का क्षण- कृषि मंत्री जेपी दलाल
न्यूज डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कृषि प्रधान राज्य हरियाणा के किसानों की मेहनत और अथक परिश्रम की सराहना करते हुए भव्य नए संसद भवन में राज्य के 50 किसानों को भोज के लिए आमंत्रित किया है। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जय प्रकाश दलाल के नेतृत्व में 50 किसानों का प्रतिनिधिमंडल 13 अक्टूबर, 2023 को नये संसद भवन पहुंचेगा। किसानों के लिए यह एक अभूतपूर्व क्षण होगा, जब भोज के दौरान हरियाणा की कृषि विरासत का एक अनोखा उत्सव देखने को मिलेगा। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि भारत का अन्न भंडार कहा जाने वाला हरियाणा देश के कृषि परिदृश्य में अग्रणी रहा है। विभिन्न नवाचारों, अग्रणी पहलों और किसान कल्याण पर मजबूत फोकस के साथ हमारी सरकार कृषि में क्रांति ला रही है और किसान को ‘बीज से बाजार तक’ सभी सुविधाएं मुहैया करवाकर उनकी समृद्धि व प्रगति सुनिश्चित कर रही है।
हरियाणा कृषि विकास मेले के शुभारंभ अवसर पर उप राष्ट्रपति ने दिया था निमंत्रण
जे पी दलाल ने बताया कि कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, हरियाणा और चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा 8 से 10 अक्टूबर तक तीन दिवसीय आयोजित हरियाणा कृषि विकास मेला-2023 के शुभारंभ अवसर पर भारत के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ किसानों को आशीर्वाद देने व उनका मार्गदर्शन करने पहुंचे थे। इस अवसर पर उन्होंने मेले में सम्मानित हुए किसानों को भोज के लिए न्योता दिया था। उपराष्ट्रपति ने किसान मेले की भव्यता को देखते हुए सरकार व किसान भाईयों की सराहना करते हुए कहा था कि हरियाणा के दूध, घी, और दही में कुछ तो खास बात है कि जो कोई न कर पावे, वो करके दिखा देते हैं।
यह भोज कार्यक्रम किसानों के लिए नीति निर्माताओं के साथ जुड़ने और उज्जवल कृषि भविष्य के लिए सामूहिक रूप से बीज बोने का भी अवसर
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि नए संसद भवन में उप राष्ट्रपति के साथ भोज कार्यक्रम केवल भोज तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रदेश के किसानों के लिए नीति निर्माताओं के साथ जुड़ने, अपनी अमूल्य अंतर्दृष्टि साझा करने और एक उज्जवल कृषि भविष्य के लिए सामूहिक रूप से बीज बोने का अवसर भी है। उन्होंने कहा कि यह अभूतपूर्व कार्यक्रम किसानों की कड़ी मेहनत, समर्पण और प्रतिबद्धता का सम्मान करने के साथ-साथ यह भी दर्शाता है कि केंद्र व हरियाणा सरकार की नीतियों के केंद्र बिन्दु कृषि व किसान हैं।