भाकियू(चढूनी) ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल में फर्जीवाड़ा व भ्रष्टाचार के लगाए गंभीर आरोप, जांच व सख्त कार्रवाई की मांग
आढ़ती,मुनीम व उसके परिवार के नाम 3000 क्विंटल से ज्यादा का फर्जी पोर्टल,तथ्यों सहित भाकियू ने किया फर्जीवाड़ा उजागर
न्यूज डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़।मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल में व्यापक स्तर पर फर्जीवाड़ा और भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोप भारतीय किसान यूनियन (चढ़ुनी ग्रुप) ने लगाए हैं। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए भाकियू ने डीसी और उच्च अधिकारियों पत्र लिखा है।भाकियू ने जो पत्र भेजा है,कापी यहां प्रकाशित की जा रही है। पढ़ें…
सेवा में
श्री उपायुक्त जी
जिला कुरुक्षेत्र, हरियाणा
विषय :- ई-खरीद पोर्टल पर दिखाए जा रहे धान के कोटे व मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर दर्ज जमीन की जाँच
करवाने व गलत दस्तावेज तैयार करके फसल बिकी दिखाकर सरकारी पैसे के गबन करने व गबन करवाने
वालो अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हेतू ।
श्रीमान जी
निवेदन है हमें सूत्रो से जानकारी मिली है की मेरी फसल मेरे ब्यौरे पोर्टल पर फसल दर्ज को लेकर गिरोह मंडियो में काम कर रहे है कुछ आढ़तियो व कुछ मुनीमो द्वारा फर्जी मेरी फसल मेरे ब्यौरे पोर्टल पर गलत तरीके से फसल दर्ज कर लिया जाता फिर उन्हे कर्मचारियों व अधिकारियों से मिलकर इन्हे वैरिफाई करवा लिया जाता है या आटो वैरीवेकेशन हो जाती है और ई खरीद पोर्टल पर इन जमीनों पर दर्शाई फसल का कोटा जारी हो जाता है फिर ये लोग उसका फायदा उठाकर केवल रिकार्ड में अपनी फसल बेची दिखाते है जबकि मंडी में फसल का एक भी दाना फसल का नही आता और मुनाफा खोरी के चक्कर में अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मिलकर सरकारी पैसे का गबन करते है जबकि असली किसान अपनी फसल बेचने के लिए मंडियो में मरा मरा फिरता है।
1. हमें शंका है की इनमे ज्यादातर वे जमीने है जो खाली पड़ी है या अवैध कालोनियों का निर्माण हो चुका है या मौके पर गैर मुमकिन है रिकाड में चाही है या किसी कारण से खाली पड़ी है ।
2. ये लोग किसी अनजान मुबाईल नंबर से मेरी फसल मेरे ब्यौरे पोर्टल पर ठेके पर दर्शाकर जमीन की फसल का पोर्टल अपने नाम करवा लेते है फसल का कोटा आते ही उस फोन नंबर को बंद कर दिया जाता जबकि जिस किसान की वह जमीन होती है जब उसे पता चलता है वह पोर्टल ठीक करवाने के लिए दफ्तरो के चक्कर कटता रहता है OTP लेने के लिए फोन करता तो फोन बंद आता है उसका पोर्टल किसी और के खाते में चला जाता है वह अपनी फसल बेचने से वंचित रहा जाता है आखिर में वह किसान अपनी फसल को औने पौने दामो पर बेचने के लिए मजबूर हो जाता है ।
शाहबाद अनाज मंडी के कुछ नंबरो की जानकारी मिली है हमे जानकारी मिली इनका धान की फसल का एक दाना शाहबाद मंडी में नही फिर भी यह फसल मंडी आई दिखाई गई गेट पास काटे गए फिर खरीद एजन्सी द्वारा खरीदी दिखाई गई और फसल का पैसा इनके बैंक खातो में चला गया सारा खेल रिकार्ड में हुआ जिनकी बेहद जाँच जरूरी है इसीलिए खदाय आपूर्ति विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मंडी से बाहर जाने वाली धान की गाड़ियो की तुलवाई नहीं होने देते जबकि गेंहू की फसल की सभी गड़िया तुलवाई जाती है और सभी मंडियो में काटे भी लगे हुए है ताकि ये फर्जीवाड़ा चलता रहे :-
• श्री जगमोहन सपुत्र पुरषोतम दास फोन नंबर 9416329246 फार्मेर आइ डी 10164888 जोकि जगमोहन एंड संस आढ़ती की फर्म के मालिक है धान की फसल का ई-खरीद पर कोटा 1414.43 किवंटल का दर्शाया गया है मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर इनकी जमीन 49.708 एकड़ दर्शाई गई है इन्होने जिला कुरुक्षेत्र के गाँव रावा, डंगली व जिला अंबाला के गाँव दुखेरी की जमीन दर्ज की है इनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुमनलता जिनका धान की फसल का कोटा 256 किवंटल दर्शया गया है मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर इनकी जमीन 8.557 एकड़ दर्शाई गई है इनकी फर्म के मुनीम श्री प्रवीण कुमार फोन नंबर 9034975431 फार्मेर आइ डी 10164526 है ई खरीद पर कोटा 833.78 किवंटल का दर्शाया गया है मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर इनकी जमीन 29.579 एकड़ दर्शाई गई है जोकि जिला पंचकुला के ब्लाक बरवाला के गाँव बतौर, जिला कुरुक्षेत्र के ब्लाक शाहबाद पट्टी काकड़ा की दर्शाई गई है इनकी धर्मपत्नी श्रीमती पूनम का फोन नंबर 9588128706 फार्मेर आइ डी 11358375 है ई खरीद पर कोटा 753.96 किवंटल का दर्शाया गया है मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर इनकी जमीन 26.787 एकड़ दर्शाई गई है जिला पंचकुला के ब्लाक बरवाला के गाँव गोलपुरा व जिला कुरुक्षेत्र के गाँव सुलखनी की जमीन दर्शाई है
अत: आपसे विनती है की इन सभी की मेरी फसल मेरा ब्यौरा में दर्ज जमीन की मौके पर किस्म जाँच की जाए व सभी की जमाबंदी व गिरदावरी रिकार्ड मंगवाया जाए यदि ठेके पर दर्शाते है तब जमीन के मालिक का ब्यान हलफ़ी लिया जाए ताकि निष्पक्ष जाँच हो सके ।
• इस बिन्दु की जाँच बेहद जरूरी है की इन्होने कितनी फसल बेची दर्शाई, जबकि जिस जमीन का हवाला पोर्टल पर दिया गया वह शाहबाद मंडी से लगभग 60 से 70 किलोमीटर दूर है इस दूरी में कई मंडिया है सभी में सरकारी खरीद जारी है फिर भी शाहबाद मंडी में गेट पास क्यो कटवाए इनकी बेची फसल का गेट पास किस आधार पर काटा गया गेट पास में आए टाईम के अनुसार मंडी के गेटों पर लगे सीसीटीवी कमेरों की रिकाडिंग को भी देखा जाए इनके गेट पास किस व्यक्ति दवारा गेट पास कटवाए गए क्या वास्तव में फसल मंडी में आई या नही और फसल का पैसा किस आधार पर जारी किया गया ।
• इस बिन्दु की जाँच बेहद जरूरी है की इनकी फसल किस आढ़ती द्वारा बेची दिखाई गई व किस खरीद एजन्सी द्वारा खरीद दर्ज की गई किस अधिकारी ने फसल चेक किया और किस गाड़ी नंबर में यह फसल मंडी से बाहर शैलर मे गई किस शैलर में गई दर्शाई गई और कैसे ? कौन-कौन अधिकारी व कर्मचारी इस खेल में शामिल है ।
• बिन्दु की जाँच बेहद जरूरी है इनके खाते में गया पैसा किस किस के पास गया मड़ियों में चल रहे इस प्रकार के सारे मामलों में कौन कौन अधिकारी व कर्मचारी शामिल है बिना अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगती से ये संभव नही ।
• बिन्दु की जाँच बेहद जरूरी है की कौन कौन शैलर मालिक उतर प्रदेश व बिहार से सस्ता चावल व धान मंगवाता रहा है ताकि सरकारी कोटा पूरा किया जाए ।
अत: आपसे पुन विनती है उपरोक्त सभी बिंदुओ की गहनता से निष्पक्ष जाँच कारवाई जाए और सभी दोषियो के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए ताकि मंडियो में चल रहे इस प्रकार के गोरखधंधे को बंद करवाया जा सके ।