विद्वान ब्राह्मणों तथा ब्रह्मचारियों द्वारा किया गया दिव्य मंदिरों की मूर्तियों का पूजन
ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से किया मूर्तियों का प्राण प्रतिष्ठा दिवस पूजन
मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए ट्रस्टी एवं श्रद्धालु
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 2 दिसम्बर।ब्रह्मसरोवर के तट पर श्री जयराम विद्यापीठ के विभिन्न भव्य एवं आकर्षक मंदिरों की मूर्तियों के 40वें वार्षिक भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है कि पिछले 40 वर्षों से हरवर्ष 2 दिसम्बर को विद्यापीठ में मंदिरों की मूर्तियों का प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया जाता है। जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला ने बताया कि हरवर्ष की भांति इस वर्ष भी विद्यापीठ के मंदिरों में बुधवार को देश के विभिन्न राज्यों में संचालित जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से मंदिरों के दिव्य मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ विद्वान ब्राह्मणों एवं ब्रह्मचारियों द्वारा पूजन किया गया।
इस अवसर पर विद्यापीठ के ट्रस्टी, श्रद्धालु एवं यजमान इत्यादि मौजूद थे। सिंगला ने बताया कि पिछले 40 वर्षों से विद्यापीठ के श्री रामेश्वर शिव मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर, श्री राम दरबार, दुर्गा माता मंदिर, श्री रामभगत हनुमान मंदिर, चारों धाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ तथा वैष्णो देवी गुफा का गुरु परम्परा के अनुसार मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा पूजन किया जाता है। उन्होंने बताया कि विद्यापीठ में 40 साल पहले कलकत्ता के विख्यात मूर्तिकार फकीर चन्द परिडा तथा उनके परिवार के सदस्यों ने जयराम विद्यापीठ के संस्थापक ब्रह्मलीन पूज्य गुरु देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से विद्यापीठ में मंदिरों की मूर्तियों को सुन्दर एवं दिव्य स्वरूप प्रदान किया था।
आज भी विद्यापीठ के मंदिरों में हुई नक्काशी पूरे देश में आकर्षण का केन्द्र है। इस मौके पर परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से मंदिरों के मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा पूजन के उपरांत सभी देवी देवताओं की भव्य आरती भी की गई। सिंगला ने बताया कि हरवर्ष इस मौके पर श्रद्धालुओं की आस्था तथा श्रद्धा देखते ही बनती है। विद्यापीठ में मंदिरों के मूर्तियों के प्राण प्रतिष्ठा पूजन के अवसर पर विद्यापीठ में वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बना रहा। विद्यापीठ में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा पूजन के लिए श्रवण गुप्ता, के के कौशिक, राजेन्द्र सिंघल, सुरेश गुप्ता, सुरेंद्र गुप्ता, पवन गर्ग, टेक सिंह लौहार माजरा, खरैती लाल सिंगला, कुलवंत सैनी, हरिद्वार से प. जय पाल शर्मा, संजीव गर्ग, मुनीश मित्तल, रोहित कौशिक, सतबीर कौशिक, जयराम संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य रणबीर भारद्वाज एवं आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार शास्त्री इत्यादि भी मौजूद थे।