50 विषय विशेषज्ञों ने तैयार की है जेनिसिस अभिजय टेस्ट सीरीज-जितेंद्र अहलावत
क्यों है जरूरी यह परीक्षाः इस पर प्रकाश डाला जेसिसिस क्लासिस के संस्थापक ने
टेस्ट सीरीज का रजिस्ट्रेशन और तमाम समस्या का हल आन लाइन और आफ लाइन दोनों पर
न्यूज डेक्स संवाददाता
करनाल। परीक्षा सिर पर है और इससे पहले जिन बच्चों का सिलेबस पूरा हो चुका है,लेकिन उनकी तैयारी में कुछ कमी है। इस श्रेणी के बच्चों के लिए जेनिसिस लेकर आया है दो तरह की टेस्ट सीरीज। करीब 50 विषय विशेषज्ञों की टीम जेनिसिस अभिजय टेस्ट सीरीज को निरंतर तैयार करती है।एनसीआरटी बेस इस इस सीरीज में करीब 50 से 60 टेस्ट होते हैं।पिछले वर्षों में जिन बच्चों ने किसी भी टेस्ट को नहीं छोड़ा,उसके बाद टीम ने पाया है कि सिलेबस को पूरी करने की जद्दोजहद में उनकी जो भी कमियां रहीं थी,उसकी भरपाई इन टेस्ट सीरीज के जरिए हो चुकी थी।वही देखा गया कि अध्ययन के दौरान शुरुआती दौर में जिन बच्चों के अंकों को कम आंका जा रहा था,वे काफी बेहतरी की ओर अग्रसर होने से उनके अंकों में बड़ा सुधार हुआ।
बच्चों के लिए यह टेस्ट क्यों तैयार की गई ? इसके बारे में जेनिसिस क्लासिस के विषय विशेषज्ञ डा.अभिनव ने बताया कि इस टेस्ट का आधार जेनिसिस के संस्थापक एवं शिक्षाविद् जितेंद्र अहलावत की दूरदर्शी सोच है। उन्होंने ही अपनी टीम को एक खास तरह का यह टास्क दिया, ताकि इसका भरपूर लाभ बच्चों को करियर निर्माण में मिल सके।दरअसल इस टेस्ट की रुपरेखा तैयार करने से पहले यह पाया गया कि बच्चों के लिए नेशनल लेवल पर कोई भी अच्छी टेस्ट सीरीज उपलब्ध नहीं थी। मार्केट में जो भी टेस्ट सीरीज थीं,वह योग्य नहीं थी कि बच्चों को प्रतिस्पर्धा के दौर में यकीनन तौर पर सफलता का हकदार बनाने में मददगार हो। इसका बड़ा कारण यह था कि टेस्ट सीरीज को चुनिंदा निजी संस्थागत विजन से तैयार किया जा रहा था। इसी वजह से यह टेस्ट नीट में बेहतर परिणाम देने में उतनी योग्य नहीं बन सकी,जितनी स्मार्ट टेस्ट सीरीज से बन सकती थी।
डा.अभिनव के अनुसार इसी कमी को जेनिसिस के संस्थापक जितेंद्र अहलावत ने चिह्नित किया। उन्होंने टारगेट रखा कि इस टेस्ट सीरीज को एनसीआरटी बेस पर तैयार किया जाए। जेनिसिस के विषय विशेषज्ञों ने इस सोच को साकार किया और शानदार प्रस्तुति के रुप में तैयार की अभिजय टेस्ट सीरीज।जेनिसिस अभिजय टेस्ट सीरीज 3 दिसंबर 2023 से शुरु होगी,जिसके तमाम टेस्ट नीट के प्रतिरुप पर एनसीआरटी के नए सेंपल सिलेबस से होंगे। इन सभी टेस्ट के जरिए विद्यार्थियों के पास अवसर होगा कि वे अपनी तैयारी का पूर्वानुमान लगा सकें। वहीं इस टेस्ट के माध्यम से करीब 60 हजार बच्चों में से इनकी तैयारी और परिणाम के आधार पर आल इंडिया रैंक निकाला जाएगा।
जितेंद्र अहलावत ने बताया कि जेनिसिस अभिजय टेस्ट सीरीज की कामयाबी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पहले यह टेस्ट सिर्फ जेनेसिस में पढ़ने वाले बच्चों के लिए ही रखा जाता था,लेकिन इस टेस्ट के प्रति अन्य बच्चों और उनके अभिभावकों ने डिमांड पर यह ओपन टेस्ट आयोजित करने का रोडमैप बना है।टेस्ट के लिए रजिस्ट्रेशन आन लाइन और आफ लाइन तरीके से किया जा सकता। उन्होंने बताया कि इस टेस्ट सीरीज में तमाम प्रश्न नए होंगे और एनसीआरटी के सिलेबस के आधार पर होंगे।जेनिसिस अभिजय टेस्ट सीरीज का शुरुआती टेस्ट टापिक पर आधारित होगा,जबकि इसके बाद फुल सिलेबस टेस्ट आयोजित किए जाएंगे।यह सभी टेस्ट आफ लाइन होंगें। इसके लिए विद्यार्थियों की सुविधा के हिसाब से अपने घर के आसपास का सेंटर उपलब्ध हो सकेगा। टेस्ट से पहले और टेस्ट के दौरान बच्चों की समस्या का हल आन लाइन और आफ लाइन दोनों मोड पर करने की व्यवस्था की गई है।