अंबाला में अब ‘कूड़ा- यात्रा’, ‘आवारा- पशु- यात्रा’, ‘भ्रष्टाचार-यात्रा’ की भी मांग उठने लगी : चित्रा सरवारा
त्यौहारों के मद्देनज़र दुकानदारों को राहत दे सरकार:-चित्रा सरवारा
डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग सीरियस नही-चित्रा सरवारा
मैन बाजारों की टूटी सड़को के विरोध में निकली ‘खड्डा- यात्रा ‘फाइव’’
न्यूज डेक्स संवाददाता
अंबाला। आज अम्बाला छावनी में आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा की अगुवाई में ‘खड्डा-यात्रा फाइव ’ निकाली गई। यह ‘खड्डा- यात्रा फाइव’ अम्बाला छावनी की पक्की सराय,सेवा समिति स्कूल,कबाड़ी बाजार,सराफा बाजार से होती हुई पल्लेदार मौहल्ले में खत्म हुई । इस यात्रा का मकसद टूटी हुई सड़कों के प्रति सरकार को जगाने का था। इस अवसर पर बाजारों की सड़कों पर लोगो द्वारा पैदल यात्रा में चलकर गड्ढों में फूल भी डाले गए और ढोल व ताशे भी बजवाये गए की शायद इस शोर को सुनकर ही सोई हुई सरकार जाग जाए। यह खड्डा- यात्रा अभियान के तहत अम्बाला में निकाली जाने वाली पांचवी यात्रा है। यात्रा का मुख्य बाजारों व चौके पर स्थानीय लोगो व कार्येकर्ताओं द्वारा बड़े जोश से स्वागत भी किया गया।
इस अवसर पर भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए चित्रा ने कहा की भाजपा नेताओं ने बड़े जोर शोर से लोगो को बताया था की हमनें 5 करोड की मशीन मंगवाई है जो छावनी की सड़कों को उखेड़ेगी और उसके बाद नई सड़के बनाएगी परन्तु धरातल पर कुछ और ही हुआ। मशीन तो आई परंतु छावनी की मात्र 2 या 3 सड़के उखाड़ी और उसके बाद मशीन खराब हो गई। उस 5 करोड की मशीन को ट्रक में लोड करके वापिस लेकर जाना पड़ा। सरकार ने जो सड़के खोदने के लिए मशीन मंगाई उसने लोगों को राहत देने की बजाये उल्टा लोगो के पीने के पानी व सीवरेज के पाइप ही फाड़ दिए जिससे लोगो को अपने खर्चे पर उनको ठीक कराना पड़ रहा है।आज उन सड़कों पर रहने वाले लोगों को प्रति घर 2000 से 2500 तक का खर्चा उठाना पड़ रहा है। इस महँगाई और त्योहारों के समय में इस अतिरिक्त खर्चे का जिम्मेवार ठेकेदार होगा या सरकार?
चित्रा ने यात्रा के दौरान बताया की जिन सड़कों पर यात्रा निकाली जा रही है वहाँ कूडे के ढेरों का भी भयानक मंजर देखने को मिल रहा है I तोड़ी हुई सड़कों पर चलने को मजबूर लोग गंदगी और बीमारी में जीने को मजबूर हैं I सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर लोगों के मैसेज आ रहे हैं कि अम्बाला में ‘कुड़ा- यात्रा’, ‘आवारा- पशु- यात्रा’, ‘भ्रष्टाचार-यात्रा’ भी निकाली जाए।
खड्डा यात्रा-फाइव का अनेकों चौके पर स्वागत किया गया। इस अवसर पर बाजारों के लोगो को संबोधित करते हुए चित्रा ने कहा की भाजपा सरकार बने लगभग 9 वर्ष बीत जाने के बाद भी करोड़ो रूपये लगाने का दावा किया जाता रहा है परंतु आज भी असलियत यही है की छावनी में सड़क की जगह स्थानीय नागरिक खड्डों में चलने पर मजबूर है। कालोनियों की सड़कों को तो छोड़ो मैन बाजारों में भी चलने के लिए सड़क नही है। निजी से लेकर व्यापार और दुकानदारी में हो रहे नुकसान को देखते हुए जनता पूछ रही है कि इसे विकास कहेंगे या विनाश?
इस अवसर पर कबाड़ी बाजार चौक पर चित्रा ने कहा कि बाढ़ और बरसात के बाद बाजारों में एक तो वैसे ही मंद दिवाली है ऊपर से स्थानीय प्रशासन द्वारा रोजाना दुकानदारों को तंग किया जा रहा है कि दुकानों के आगे से सामान उठा ले नही तो सामान भी जब्त होगा और उनके खिलाफ कार्यवाही भी की जायेगी I चित्रा ने कहा हरियाणा में अम्बाला छावनी में प्रशासन द्वारा अलग से नियम लागू है I पूरे हरियाणा के अन्य शहरों में त्यौहारों पर प्रशासन की ओर से छूट दी जाती है और यहाँ प्रशासन की ओर से त्यौहारों के सीजन में खौफ पैदा किया जाता है। चित्रा ने कहा की ईन जनविरोधी नीतियों के चलते अंबाला के व्यापारी में सरकारी प्रताड़ना से डर और मायूसी का माहौल बना हुआ है।
सरकार डेंगू को लेकर सीरियस नही:-चित्रा
इस अवसर पर चित्रा ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा की डेंगू के मामले छावनी में बढ़ते ही जा रहे है रोजाना किसी ना किसी की मृत्यु की खबर डेंगू से आ रही है।सरकार व सवास्थ्य मंत्री जी अपनी सरकार में ही बेगाने से बने बैठे हुए है छावनी के 32 वार्डो में 32 मशीनों द्वारा फॉगिंग व दवाइयों का छिड़काव जरूरी है पर सरकार डेंगू को लेकर सीरियस ही नही है ऐसा लगता है सरकार ने लोगो को उनके हाल पर छोड़ दिया है। छावनी के 32 वार्डो के लिए स्वास्थ्य विभाग व नगर परिषद को कम से कम 32 फॉगिंग मशीने होनी चाहिए थी। परंतु पूरे छावनी में फॉगिंग के लिए 10 मशीने आई जिसमे से 6 खराब निकली इसको देखकर लगता है सरकार सो रही है और कार्येकर्ता व प्रशासन की मौज हो रही है।उन्होंने कहा की फॉगिंग के नाम पर केवल कागजों का पेट भरा जा रहा है।